हार्ट सेंटर में आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज बंद, बकाया राशि बनी बाधा
गुरुग्राम,संवाददाता। गुरुग्राम के सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर चल रहे हार्ट सेंटर में पिछले करीब दो

गुरुग्राम। गुरुग्राम के सेक्टर-10 स्थित नागरिक अस्पताल में पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर चल रहे हार्ट सेंटर में पिछले करीब दो महीने से आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज नहीं हो पा रहा है। इस संबंध में हार्ट सेंटर प्रबंधन की ओर से कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया जा रहा है, जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले पर प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. लोकवीर ने बताया कि गुरुग्राम हार्ट सेंटर की ओर से 2 करोड़ 50 लाख रुपये की बकाया राशि बताई जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हाल ही में 10 लाख रुपये की राशि जारी हुई है, जिसे हार्ट सेंटर प्रबंधन को दे दिया जाएगा।
डॉ. लोकवीर ने बताया कि इस समस्या को लेकर हार्ट सेंटर प्रबंधन को कई बार पत्र लिखा गया है और उच्च अधिकारियों को भी सूचित किया गया है। यह समस्या सिर्फ गुरुग्राम तक ही सीमित नहीं है। बताया जा रहा है कि हरियाणा के अन्य जिलों जैसे फरीदाबाद, पंचकूला और अंबाला के नागरिक अस्पतालों में पीपीपी मॉडल पर चल रहे चारों हार्ट सेंटरों में इन दिनों आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज बंद कर दिया गया है। इस तरह की स्थिति पहले भी पैदा हो चुकी है। पिछले महीने, हरियाणा के निजी अस्पतालों ने आयुष्मान कार्ड धारकों का इलाज रोक दिया था। इसका मुख्य कारण उन्हें बिल राशि के भुगतान में हो रही देरी थी। उस समय इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) की हरियाणा शाखा ने दावा किया था कि अस्पतालों की 700 करोड़ रुपये की बकाया राशि लंबित है। हालांकि, सरकार का दावा था कि 300 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया गया है और शेष राशि जल्द ही जारी कर दी जाएगी। सरकार और आईएमए के बीच बातचीत के बाद ही निजी अस्पतालों में मरीजों का इलाज फिर से शुरू हो पाया था। मौजूदा स्थिति में, सरकारी अस्पतालों में पीपीपी मॉडल पर चल रहे हार्ट सेंटरों को भी इसी तरह की समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बकाया राशि के भुगतान में देरी के कारण गरीबों को मिलने वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। यह स्थिति न सिर्फ स्वास्थ्य सेवाओं पर सवालिया निशान लगाती है, बल्कि सरकार की आयुष्मान योजना की प्रभावशीलता पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है। मरीजों और उनके परिवारों को उम्मीद है कि सरकार इस मामले में हस्तक्षेप करेगी और जल्द से जल्द इस समस्या का समाधान निकालेगी ताकि जरूरतमंद लोगों को समय पर और सही इलाज मिल सके।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।




