एम टेक के कोर्स में बदलाव करेगी एआईसीटीई: डॉ. मन्ना
गुरुग्राम। मुख्य संवाददाता सोहना रोड भोंडसी स्तिथ केआईआईटी कॉलेज में इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा के साथ छात्रों का विकास कैसे हो इस पर मंथन किया गया। इस मौके पर अखिल...
गुरुग्राम। मुख्य संवाददाता सोहना रोड भोंडसी स्तिथ केआईआईटी कॉलेज में इंडक्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में शिक्षा के साथ छात्रों का विकास कैसे हो इस पर मंथन किया गया। इस मौके पर अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के निदेशक डॉ. मनप्रीत सिंह मन्ना ने कहा कि एआईसीटीई एमटेक के कोर्स में बदलाव करेगी। बतौर मुख्य वक्ता डॉ. मनप्रीत सिंह मन्ना ने कहा की अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद इंजीनियरिंग शिक्षा में अभूतपूर्व बदलाव कर रहा है। आने वाले कुछ समय में एमटेक कर रहे विद्यार्थी को नौ महीने की इंडस्ट्री ट्रेनिंग लेनी ही होगी। इसके लिए जल्दी ही एमटेक का पाठ्क्रम बदला जाएगा। एआईसीटीई के निदेशक मन्ना ने कहा की आजकल के ज्यादतर इंजीनियरिंग छात्रों में विजन की कमी है। उनको ये तक नहीं पता की भविष्य में क्या करना चाहते हैं। उन्होंने कहा की इंजीनियरिंग कॉलेज पहले तीन महीन छात्रों को किताबो से दूर रखे और उनमें इंजनियरिंग से जुड़ी जानकारियां बताए। छात्र के शौक, उसकी सोच को समझें। शिक्षक या अभिभावक उसको जबरदस्ती इंजीनियर न बनाएं। उन्होंने कहा की छात्रों को भारत सरकार की ‘स्वयम पोर्टल से जुड़ना चाहिए। इस वेब पोर्टल को विशेषकर छात्रों को ऑनलाइन पाठ्य सामग्री उपलब्ध करवाने के लिए शुरू किया गया है। ‘स्वयं सेवा का उद्देश्य डिजिटल क्रांति के जरिए देश के दूर दराज इलाकों में भीगुणवत्ता युक्त शिक्षा उपलब्ध कराना है। केआईआईटी कॉलेज की रजिस्ट्रार नीलिमा कामराह ने कहा की कार्यक्रम का उद्देश्य प्रबंधन शिक्षा के माध्यम से मूल्यों का विकास करना एवं एकेडमिक और इंडस्ट्री में आए गैप को दूर करना और साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में आवश्यक सुधार लाना है। उन्होंने बताया कि फैकल्टीज को हमेशा नए और प्रैक्टिकल तरीके से स्टूडेंट्स को पढ़ना चाहिए। इस मौके पर केआईआईटी कॉलेज के महानिदेशक एसएस अग्रवाल, केआईआईटी कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्रिंसिपल एम सेन गुप्ता और सीईओ हर्ष कामराह मौजूद थे।