कॉलेजों में 50 फीसदी दस्तावेजों की जांच पूरी, अंतिम आज
जिले के पांच सरकारी कॉलेजों में प्रोविजनल लिस्ट जारी होने के बाद दस्तावेजों की जांच तेजी से शुरू हो गया है। दो दिनों में कॉलेजों की ओर से प्रोविजनल लिस्ट के तहत 50 फीसदी छात्रों के दस्तावेजों की जांच...
जिले के पांच सरकारी कॉलेजों में प्रोविजनल लिस्ट जारी होने के बाद दस्तावेजों की जांच तेजी से शुरू हो गई है। दो दिनों में कॉलेजों की ओर से प्रोविजनल लिस्ट के तहत 50 फीसदी छात्रों के दस्तावेजों की जांच कर लिए गए हैं। कॉलेजों में 7430 सीटों के लिए प्रोविजनल लिस्ट जारी हुई थी। वहीं कई छात्र अभी तक कॉलेज नहीं पहुंचे, तो कई छात्रों ने 2 से 3 कॉलेजों में अपने दस्तावेजों की जांच करवाई है। जानकारी के अनुसार प्रोविजनल लिस्ट में एक सीट में दो छात्रों के दस्तावेजों की जांच की जा रही है। लेकिन एडमिशन एक ही छात्र को मिलेगा। ऐसे में कोई भी छात्र रिस्क नहीं लेन रहे हैं।
आज दस्तावेजों की जांच का अंतिम दिन :
बुधवार को छात्रों के जितने कॉलेजों में नाम आया है। सभी जगह दस्तावेजों का जांच कराई है। गुरुवार को आखिरी दिन हैं, ऐसे में अंतिम दिन कॉलेजों छात्रों की अधिक भीड़ होने की संभावना है। उच्च शिक्षा विभाग एक जुलाई को जारी होने वाली कटऑफ में उन्हीं छात्रों को जगह देगा, जो 28 जून तक अपने दस्तावेजों की जांच करवा चुके हैं।
नए कॉलेज की भी प्रोविजनल लिस्ट जारी:
गुरुग्राम जिले में दो नए कॉलेज खोले गए हैं। इसमें मानेसर सरकारी कॉलेज की प्रोविजनल लिस्ट भी बुधवार सुबह 9 बजे जारी कर दी गई। जबकि नए कॉलेजों में 29 जून तक ऑनलाइन आवेदन करने की छूट दी गई थी। लेकिन मानेसी गर्ल्स कॉलेज को को-एड करने के बाद अधिक छात्रों ने आवेदन किया है।
कॉलेज में 340 सीटें:
मानेसर कॉलेज के प्रिंसिपल सुरेश धनेलवाल के अनुसार कॉलेज में 340 सीटें हैं। इसमें बीए कोर्स में 160, बीकॉम कोर्स में 80 और बीएससी नॉन मेडिकल, बीएससी इलेक्ट्रानिक्स की सभी सीटों के मुकाबले डबल छात्रों का नाम प्रोविजनल लिस्ट में शामिल किए गए हैं। मैसेज सुबह से ही छात्रों के पास पहुंचने लगे थे। इसके बाद ही छात्रों के दस्तावेजों की जांच सुबह से शुरू हो गई थी। गुरुवार तक तक छात्रों के दस्तावेजों की जांच पूरा कर ली जाएगी।
कॉलेजों में नहीं सुरक्षा व्यवस्था:
प्रोविजनल लिस्ट जारी होने के बाद सरकारी कॉलेजों में बुधवार को छात्रों की अधिक भीड़ रही है। लेकिन कॉलेज के बाहर से लेकर अंदर तक सुरक्षा व्यवस्था के कोई इंतजाम नहीं किए गए थे। जबकि कॉलेजों में 7430 सीटो के प्रोविजनल लिस्ट जारी किए थे। इसमें 50 फीसदी छात्रों के दस्तावेजों की जांच पूरी हो चुकी है।