इमरजेंसी के बाहर दो एंबुलेंस की व्यवस्था की गई
एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी के बाहर सोमवार को दो एंबुलेंस और एक शव वाहन की व्यवस्था कर दी गई। एंबुलेंस की व्यवस्था होने से गंभीर मरीजों को परेशान नहीं होना पड़ा और उन्हें समय से एंबुलेंस मिल...
एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी के बाहर सोमवार को दो एंबुलेंस और एक शव वाहन की व्यवस्था कर दी गई। एंबुलेंस की व्यवस्था होने से गंभीर मरीजों को परेशान नहीं होना पड़ा और उन्हें समय से एंबुलेंस मिल गई।
आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने इमरजेंसी के बाहर एंबुलेंस के इंतजार में तड़पती महिला की खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था। इस खबर में हिन्दुस्तान ने एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में गंभीर मरीजों को रेफर के समय एंबुलेंस न मिलने और शव ले जाने के लिए शव वाहन न मिलने की समस्या को उजागर किया था।
इस खबर के छपने के बाद सोमवार को गंभीर मरीजों के रेफर के समय उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए परिसर में दो 108 एंबुलेंस की व्यवस्था इमरजेंसी के पास की गई थी। इसके अलावा 34 नंबर कमरे के पास एक शव वाहन की भी व्यवस्था की गई थी। ताकि अस्पताल में अगर किसी मरीज की मौत होती है तो, उन्हें शव ले जाने में कोई दिक्कत न हो। इस मामले पर संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य डॉ. सुरेश चंद्रा का कहना है कि अगर अस्पताल प्रबंधन की ओर से एंबुलेंस और शव वाहन की व्यवस्था कर दी गई है तो भी रविवार को जिस महिला के मामले में लापरवाही की गई, उसके बारे में पूछताछ की जाएगी, ताकि दोबारा ऐसी लापरवाही न हो।