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एक अक्तूबर को हाथ पर काली पट्टी बांधकर काम करेंगे चिकित्सक

एक अक्तूबर को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जनपद के सरकारी चिकित्सक हाथों पर काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। इससे पहले चिकित्सक जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम पर अपनी मांगों का एक ज्ञापन 25 सितंबर को...

एक अक्तूबर को हाथ पर काली पट्टी बांधकर काम करेंगे चिकित्सक
हिन्दुस्तान टीम,गाज़ियाबादMon, 17 Sep 2018 10:31 PM
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गाजियाबाद। कार्यालय संवाददाता

एक अक्तूबर को अपनी विभिन्न मांगों को लेकर जनपद के सरकारी चिकित्सक हाथों पर काली पट्टी बांधकर काम करेंगे। इससे पहले चिकित्सक जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम पर अपनी मांगों का एक ज्ञापन 25 सितंबर को सौंपेंगे। अगर चिकित्सकों की मांगों को अनदेखा किया गया तो चिकित्सक ओपीडी का बहिष्कार करेंगे। यह फैसले सोमवार को स्वास्थ्य विभाग में पीएमएस एसोसिएशन की ओर से आयोजित बैठक में सभी चिकित्सकों ने लिए।

इस दौरान पीएमएस की अध्यक्ष डॉ. दीपा त्यागी और सचिव डॉ. प्रदीप कुमार यादव समेत सभी चिकित्सक मौजूद रहे। अध्यक्ष डॉ. दीपा त्यागी और सचिव डॉ. प्रदीप कुमार यादव ने बताया कि उनका संघ 14 सूत्रीय मांगों की लंबे समय से मांग कर रहा है। सरकार उनकी किसी भी मांग पर कोई ध्यान नहीं दे रही है।

बैठक में चिकित्सकों ने अपनी मांगों को उठाते हुए कहा कि सरकारी चिकित्सकों ने प्रैक्टिस भत्ता देने और सेवानिवृत्त की आयु 62 साल पर विकल्प चुनने का अधिकार दिया जाए। मांगों में सांतवें वेतन आयोग के क्रम में प्राप्त मूल वेतन का 35 फीसदी प्रैक्टिस बंदी भत्ता एक जनवरी 2016 से दिया जाय। लंबे समय से लंबित प्रोन्नतियों को तत्काल दिया जाए। पोस्टमार्टम के लिए प्रति केस 100 रुपये से बढ़ाकर दो हजार रुपये किया जाय। वाहन भत्ता या फिर 40 लीटर प्रति माह पेट्रोल डीजल नोएडा के चिकित्सकों की तरह दिया जाए। इसके साथ ही चिकित्सकों के विरूद्ध लंबित जांचों को छह माह में निस्तारित की जाए। यदि यह छह माह में पूरी नहीं होती तो उन्हें निर्दोष समझा जाय। डॉ. दीपा त्यागी ने बताया कि सभी मांगों को लेकर एक प्रतिनिधि मंडल जल्द ही मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से मिलेगा। उसके बाद आगे के आंदोलन की रणनीति तय की जाएगी।

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