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कहीं अवैध पार्किंग तो कहीं ज्यादा वसूली की जा रही

गाजियाबाद। कार्यालय संवाददाता। शासन ने बेशक अवैध स्टैंड और पार्किंग बंद कराने का आदेश जारी किया हो लेकिन गाजियाबाद में कहीं अवैध पार्किंग चल रही हैं...

कहीं अवैध पार्किंग तो कहीं ज्यादा वसूली की जा रही
हिन्दुस्तान टीम,गाज़ियाबादSat, 21 May 2022 10:10 PM
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गाजियाबाद। कार्यालय संवाददाता। शासन ने बेशक अवैध स्टैंड और पार्किंग बंद कराने का आदेश जारी किया हो लेकिन गाजियाबाद में कहीं अवैध पार्किंग चल रही हैं तो कहीं पर निर्धारित शुल्क से ज्यादा की वसूली हो रही है। इससे आम जनता को परेशानी झेलनी पड़ रही है। विरोध करने पर पार्किंग कर्मचारी झगड़ा करने लगते हैं। नगर निगम की तरफ से ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही।

निगम शहर में हर साल पार्किंग के ठेके छोड़ता है। ठेका छोड़ते वक्त ठेकेदार को नियम और शर्तों को मानने की हिदायत दी जाती है। साथ ही पार्किंग शुल्क तय होता है। निगम ने फिलहाल 17 स्थानों पर पार्किंग के ठेके छोड़ रखे हैं। इनमें पुरानी सब्जी मंडी, आरटीओ कार्यालय के बाहर, गौर मॉल के सामने रेस्टोरेंट से बैंक सर्विस रोड तक, गौर मॉल गेट के सामने, श्रीकृष्ण वाटिका सेक्टर-तीन वैशाली, मोहननगर स्थित मीटा कंपनी से वर्ल्ड स्क्वायर मॉल, मदर डेयरी तहसील कंपाउड, आप्यूलेंट मॉल के बाहर, वैशाली आरके टॉवर, तुलसी निकेतन भोपुरा, रमते राम रोड पर पार्किंग हैं। इसके अलावा नेहरूनगर में यशोदा अस्पताल के बाहर सिटी जोन की तरफ से पार्किंग का संचालन किया जा रहा है। इनमें से ज्यादातर पार्किंग पर वाहन चालकों से ज्यादा वसूली हो रही है। इस तरह की शिकायतें निगम तक पहुंच रही हैं। इसके अलावा पार्किंग के लिए आवंटित से ज्यादा जमीन पर वाहनों को खड़ा किया जा रहा है। उदाहरण के तौर पर 100 मीटर की जमीन का आवंटन किया लेकिन वहां 200 मीटर से ज्यादा जमीन पर कब्जा कर वाहनों को खड़ा कराया जा रहा है। इस तरह अवैध वसूली चल रही है। इसके अलावा निगम ने साइकिल के पांच रुपये, दुपहिया वाहन के दस रुपये और चार पहिया वाहन के 20 रुपये पार्किंग शुल्क तय कर रखा है। लेकिन ज्यादातर पार्किंग संचालक वाहन चालकों से दोगुना वसूली कर रहे हैं। उन पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही।

वसूली को लेकर आए दिन हंगामा

पार्किंग पर ज्यादा वसूली को लेकर आए दिन हंगामा हो रहा है। नेहरूनगर में एक अस्पताल के बाहर दो दिन पहले झगड़ा हो गया। यहां पार्किंग कई हिस्सों में बांटकर चलाई जा रही है। पार्किंग के नाम पर सड़क की दोनों पटरी पर काफी जमीन पर कब्जा कर रखा है। इसी तरह आरटीओ दफ्तर के बाहर कहीं पर भी वाहन खड़ा करने पर पार्किंग की पर्ची काट दी जाती है।

निगम की पर्ची पर ज्यादा वसूली

पार्किंग में वाहन खड़े करने के बाद कर्मचारी निगम की पर्ची देते हैं। उन पर्ची पर रेट अंकित है। इसके बाद पार्किंग कर्मचारी ज्यादा वसूली कर रहे हैं। इस तरह निगम के नाम पर अवैध वसूली चल रही है। लेकिन ऐसा करने वालों पर कार्रवाई नहीं की जा रही।

औद्वोगिक क्षेत्र में भी ज्यादा वसूली

निगम ने औद्वोगिक क्षेत्र में भी पार्किंग का ठेका है। वहां दूसरे प्रांत या जनपद से आने वाले वाहन चालकों से ज्यादा वसूली की जा रही है। वाहन चालकों के विरोध करने पर उनसे झगड़ा किया जाता है। निगम की सख्ती के बाद भी अवैध वसूली बंद नहीं हो रही।

स्मार्ट पार्किंग का विरोध

निगम ने पार्किंग में अवैध वसूली रोकने के लिए शहर में स्मार्ट पार्किंग बनाने का निर्णय लिया था। इस प्रस्ताव को कार्यकारिणी बैठक में रखा गया। लेकिन कुछ पार्षदों ने इसका विरोध किया। इसके बाद यह प्रस्ताव पास नहीं हो सका।

वर्जन

शहर में चल रही पार्किंग का निरीक्षण किया जाता है। सभी पार्किंग के बाहर निर्धारित शुल्क के बोर्ड लगे हैं। ज्यादा शुल्क लिए जाने पर पार्किंग का ठेका निरस्त किया जाएगा।

संजीव सिन्हा, पार्किंग प्रभारी

दीपक सिरोही

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