सुविधाओं की कमी से जूझ रहे गौर होम सोसाइटी के लोगों का प्रदर्शन
गाजियाबाद की गौर होम सोसाइटी के निवासियों ने एओए की मनमानी और वित्तीय अनियमितताओं के खिलाफ प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि एओए शिकायत करने वालों को झूठे केस में फंसा रहा है। डिप्टी...

गाजियाबादता। सुविधाओं की कमी से जूझ रहे गौर होम सोसाइटी के लोगों ने रविवार को एओए की मनमानी के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे लोगों ने एओए कमेटी पर वित्तीय अनियमितता और सोसाइटी फंड को गबन करने का आरोप लगाया। साथ ही शिकायत करने वालों को झूठे केस में फंसाने का भी इल्जाम लगाया। गोविंदपुरम स्थित गौर होम्स सोसाइटी में आठ टॉवरों के एक हजार से अधिक फ्लैटों में लगभग चार हजार लोग रहते हैं। सोसाइटी एओए के अधीन है। सोसाइटी में फैली अव्यवस्था, सुविधाओं की कमी और चुनावों में एओए की मनमानी के खिलाफ 400 से अधिक लोगों ने रविवार को प्रदर्शन किया। इसी के साथ सोसाइटी की भ्रष्टाचार निवारण समिति के बैनर तले एक आम बैठक भी की गई, जिसमें लोगों ने अपने विचार रखे। लोगों का आरोप है कि सोसाइटी में भारी वित्तीय अनियमितताएं हैं। छह वर्षों में एक भी जीबीएम नहीं हुई है। सुरक्षा उपकरण एक्सपायर हो गए हैं। बिना सर्टिफिकेट सोसाइटी में 16 लिफ्टों का संचालन हो रहा है, वह भी आए दिन खराब होती रहती हैं। स्वीमिंग पूल खराब है। पार्क में सैकड़ों वाहन जमा हैं। बच्चों के पार्क में नेट के बजाए लोहे की जाली लगा रखी है इससे बच्चे चोटिल होते रहते हैं। सोसाइटी में भारी वित्तीय अनियमित्ताएं व्याप्त हैं। निवासी जय किशोर गौतम ने बताया कि एओए की मनमानी इस हद तक बढ़ गई है कि जो भी एओए के खिलाफ शिकायत करता है उसे झूठे आरोप लगाकर फंसाया जा रहा है। इससे लोगों में भारी रोष व्याप्त है। भ्रष्टाचार निवारण समिति के जय गौतम ने बताया कि एओए कमेटी के अध्यक्ष और सचिव द्वारा बैठक का आमंत्रण ठुकराने के बाद मजबूरन कमेटी के उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार शर्मा एवं सदस्य मोहित बंसल की अध्यक्षता में बैठक की गई। इस दौरान डॉ. बीपी शर्मा, बीपी वशिष्ठ बेबाक, राजीव त्यागी, विकास, आलम, मुक्ति शर्मा, कामिनी, शालू पांडे, निशा, छवि त्यागी, दीपा चौधरी, नीलम, नंदिता समेत 400 से अधिक लोग मौजूद रहे।
सोसाइटी के वित्तीय खातों की जांच के आदेश
लोगों की शिकायत पर डिप्टी रजिस्ट्रार ने सोसाइटीज रजिस्ट्रेशन एक्ट 1860 की धारा-24 के तहत वर्ष 2021-22 से वर्ष 2023-24 तक का सोसाइटी का ऑडिट करने के आदेश दिए हैं। साथ ही सोसाइटी के संपूर्ण अभिलेख, चल-अचल परिसंपत्तियों, समस्त बैंक अकाउंट और कमेटी के सभी क्रियाकलापों की जांच करने को कहा है। इसके लिए एक सीए को नामित करते हुए चार सप्ताह के भीतर जांच रिपोर्ट मांगी है। रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हमने 80-90 लोगों के साथ आम सभा भी की और समस्याओं तथा मुद्दों पर चर्चा भी की। बैठक में केवल अपार्टमेंट एसोसिएशन के सदस्यों को ही बुलाया गया, जबकि झूठ फैला रहे लोग बाहर ही हंगामा कर रहे थे। हमारी मांग पर बैठक के दौरान 10-15 पुलिस कर्मी भी मौजूद रहे। रही बात वित्तीय जांच की तो उसमें पूरा सहयोग किया जाएगा।
- एमपी सिंह, एओए अध्यक्ष, गौर होम सोसाइटी, गोविंदपुरम
गंगा जल की मांग को लेकर गौर सिद्धार्थम के लोगों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन
दूषित पानी से परेशान सिद्धार्थ विहार की गौर सिद्धार्थम सोसाइटी के लोगों ने रविवार को बिल्डर और आवास एवं विकास परिषद के खिलाफ शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। इस दौरान सोसाइटी के लोगों ने गंगा जल नहीं दिए जाने तक वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगवाने की मांग की। लोगों का आरोप है कि सोसाइटी में तीन साल से ग्राउंड वॉटर की सप्लाई हो रही है। पानी का टीडीएस 2200 है। इस पानी को पीकर लोगों किडनी, फेफड़े और स्किन की गंभीर बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। सोसाइटी निवासी अरुण ने बताया कि पार्षद से लेकर सांसद तक और मुख्यमंत्री पोर्टल एवं आवास एवं विकास परिषद के लखनऊ मुख्यालय में भी अनेकों शिकायत कर चुके हैं, मगर किसी ने कोई सहयोग नहीं किया। इससे लोगों में काफी रोष है। समस्या से परेशान लोगों ने बीते रविवार (21 दिसंबर)को भी सड़क पर उतरकर विरोध-प्रदर्शन किया था। तभी से लोगों का विरोध जारी है। इसी क्रम में कल रविवार को भी सैकड़ों लोगों ने इकट्ठा होकर बिल्डर तथा आवास एवं विकास परिषद के खिलाफ शांतिपूर्वक प्रदर्शन किया और जल्द गंगा जल देने तथा गंगा जल सप्लाई नहीं होने तक सोसाइटी में वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट लगवाने की मांग की।
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