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मरीज को दो बार एमएमजी लेकर पहुंची पुलिस, तब किया रेफर

एमएमजी अस्पताल में सोमवार को चिकित्सकों का अमानवीय चेहरा सामने आया। सोमवार को गंभीर रूप से बीमार मानसिक रोगी को इलाज के लिए पुलिस ने एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचाया। इमरजेंसी के चिकित्सकों ने...

मरीज को दो बार एमएमजी लेकर पहुंची पुलिस, तब किया रेफर
हिन्दुस्तान टीम,गाज़ियाबादMon, 04 Sep 2017 07:24 PM
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एमएमजी अस्पताल में सोमवार को चिकित्सकों का अमानवीय चेहरा सामने आया। सोमवार को गंभीर रूप से बीमार मानसिक रोगी को इलाज के लिए पुलिस ने एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचाया। इमरजेंसी के चिकित्सकों ने पहले तो उसे भर्ती करने से इंकार कर दिया। काफी जद्दोजहद के बाद उसे भर्ती कर लिया। पुलिस के जाने के बाद मरीज को अस्पताल से भगा दिया गया। हालांकि पुलिस उस मरीज को दोबारा इमरजेंसी लेकर पहुंची। तब उसे इंजेक्शन लगाकर मेरठ मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। अर्थला के लोगों ने 100 नंबर पर पुलिस को वहां पर एक मानसिक रोगी की सूचना दी थी। पुलिस ने मरीज से उसका नाम व पता पूछा लेकिन वह अपने बारे में कुछ नहीं बता सका। ऐसे में पुलिस उसे इलाज के लिए एमएमजी अस्पताल लेकर पहुंची। चिकित्सकों ने मरीज का इलाज नहीं किया। मरीज की हालत गंभीर होने के कारण पुलिस चिकित्सकों से उसे भर्ती करने के लिए कहती रही लेकिन चिकित्सकों ने मना कर दिया। काफी दबाव बनाकर पुलिस ने मरीज को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कर दिया। हालांकि पुलिस के वहां से जाते ही चिकित्सकों ने मरीज को अस्पताल से भगा दिया। दोबारा लेकर पहुंची तो लगाया इंजेक्शन अस्पताल से भगाने के बाद वही मरीज पुलिस को दोबारा मिल गया। पुलिस उसे इलाज के लिए एक बार फिर इमरजेंसी लेकर पहुंची। जहां पर तैनात चिकित्सकों ने उसे इंजेक्शन लगाकर मेरठ के अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। -- मरीज मानसिक रूप से बीमार था। हमने उसे इंजेक्शन लगाकर मेरठ अस्पताल रेफर कर दिया। पुलिस अस्पताल से भगाने का गलत आरोप लगा रही है। -अनिल कुमार विश्वकर्मा, मानसिक रोग विशेषज्ञ, एमएमजी अस्पताल

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