गाजियाबाद | संवाददाता
शहर में सात दिन पहले घुसे तेंदुए के मेरठ सीमा में घुसने की संभावना जताई जा रही है। पांच जनपदों की 20 से अधिक टीमों के सात दिन तक जंगलों की खाक छानने के बाद भी तेंदुए का सुराग नहीं मिल सका है। तेंदुए की खोजबीन के लिए अब जांच का दायरा मोदीनगर से मेरठ तक कर दिया गया है। इसके साथ ही इन इलाकों में हाईअलर्ट भी कर दिया गया है।
मंगलवार सुबह राजनगर एक्सटेंशन के इलाके से शहर में तेंदुए ने प्रवेश किया था। जिसके बाद यह तेंदुआ इंग्रहाम इंस्टीट्यूट के आसपास के जंगलों में छिप गया था। वन विभाग के प्रभागीय वनाधिकारी मेरठ के नेतृत्व में गाजियाबाद के अलावा मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, नोएडा और हापुड़ जनपद की 20 से अधिक टीमें तेंदुए की लगातार खोजबीन कर रही हैं। ड्रोन कैमरों की मदद से भी तेंदुए को खोजा गया, लेकिन उसका कोई पता नहीं लग सका। तेंदुए की खोज के लिए उसके पदचिह्न भी देखे गए , जिसके बाद मुरादनगर के गंग नहर इलाके और हिंडन के इलाके में भी लगातार खोजबीन की गई। वन विभाग के अफसर-कर्मियों द्वारा किए गए किसी भी प्रयास का कोई फायदा नहीं मिला। अब वन विभाग के अफसर संभावना जता रहे हैं कि तेंदुआ मुरादनगर गंग नहर इलाके से मोदीनगर और मेरठ के जंगलों की तरफ भी जा सकता है। वन विभाग ने अपनी जांच का दायरा भी वहां तक बढ़ा दिया है।