पहले दिन एलएलबी में केवल पांच दाखिले, पोर्टल की तकनीकी दिक्कत बनी बाधा
गाजियाबाद के एमएमएच कॉलेज में एलएलबी में पहले दिन केवल पांच दाखिले हुए। तकनीकी दिक्कतों के कारण पोर्टल पर कनेक्टिविटी की समस्या आई, जिससे छात्रों को फीस जमा करने में कठिनाई हुई। जिले में एलएलबी के लिए...

गाजियाबाद। पोर्टल पर तकनीकी दिक्कत के चलते पहले दिन एलएलबी में दाखिलों की संख्या बहुत कम रही। कई गुना तक आवेदन होने के बावजूद भी एमएमएच कॉलेज में पहले दिन केवल पांच ही दाखिले हो सके। छात्रों के मुताबिक पोर्टल पर तकनीकी दिक्कत से कनेक्टिविटी में परेशानी हुई। इससे फीस जमा करने में काफी परेशानी हुई। जिले के कॉलेजों में एलएलबी के विभिन्न पाठ्यक्रमों में दाखिले शनिवार से शुरू हो गए। जिले में 26 कॉलेजों में विधि पाठ्यक्रमों की साढ़े चार हजार से अधिक सीटें हैं। इनमें से एमएमएच कॉलेज एकमात्र राजकीय कॉलेज हैं, जहां एलएलबी की पढ़ाई होती है। यहां एलएलबी की 120 सीट हैं जिन पर दो हजार से अधिक आवेदन हुए हैं, मगर कई गुना आवेदन के बाद भी पहले दिन दाखिले बहुत कम रहे।
शनिवार को केवल पांच ही छात्र-छात्राओं के दाखिले हो सके। एमएमएच कॉलेज में विधि विभाग के अध्यक्ष प्रो. पंकज त्यागी ने बताया कि पोर्टल पर कनेक्टिविटी में परेशानी के चलते फीस जमा नहीं हो पा रही थी। दोपहर के बाद कनेक्टिविटी सुधरी तो पांच दाखिले कंफर्म हो पाए। चार मेरिट के बाद भी खाली रह गई स्नातक में सीट जिले के कॉलेजों में स्नातक की चौथी मेरिट के दाखिले शनिवार को पूरे हो गए, लेकिन चार मेरिट के बाद भी कॉलेजों में अभी भी बीए, बीकॉम, बीएससी की कई सीटें खाली रह गई हैं। शनिवार को शंभू दयाल पीजी कॉलेज में बीए में 59 और बीकॉम में 12 दाखिले हुए। वहीं एमए में 81 छात्र-छात्राओं ने दाखिला लिया। वीएमएलजी कॉलेज में बीबीए में तीन, बीएससी गृह विज्ञान में एक, बीकॉम में आठ दाखिले हुए। वहीं, एमकॉम में चार और एमएससी फूड एंड न्यूट्रिशन में केवल एक ही दाखिला हुआ है। वीएमलजी कॉलेज की प्राचार्या प्रो. रचना प्रसाद ने बताया कि कॉलेज में बीबीए की कुल 60 में से 46 दाखिले हुए हैं। बीसीए में 120 में से 92 सीट भरी हैं। वहीं, बीकॉम की 350 में से 265 दाखिले हुए हैं। वहीं, मान्यवर कांशीराम कॉलेज और एमएमएच में भी अभी 20 से 30 फीसदी तक सीटें रिक्त हैं।
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