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पंजीयन के सरलीकरण से करोड़ों का फर्जीवाड़ा कर रहे लोहा कारोबारी

गाजियाबाद। कार्यालय संवाददाता। जीएसटी में पंजीयन के सरलीकरण से बड़ी संख्या में लोहा कारोबारी फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। फर्जी नाम-पते और कागजातों से पंजीयन लेकर करोड़ों का कारोबार कर राज्य और केंद्र दोनों...

पंजीयन के सरलीकरण से करोड़ों का फर्जीवाड़ा कर रहे लोहा कारोबारी
हिन्दुस्तान टीम,गाज़ियाबादThu, 18 Oct 2018 08:17 PM
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फर्जीवाड़ा- विभागीय जांच में दर्जनों कारोबारियों के पैन, मतदाता पहचान पत्र फर्जी मिले- वाणिज्य कर विभाग के सभी सेक्टर अधिकारियों को निर्देश दिया- लोहे के 16 कारोबारियों पर मुकदमा कराने के बाद जांच इकाई सक्रियगाजियाबाद। कार्यालय संवाददाताजीएसटी में पंजीयन के सरलीकरण से बड़ी संख्या में लोहा कारोबारी फर्जीवाड़ा कर रहे हैं। फर्जी नाम-पते और कागजातों से पंजीयन लेकर करोड़ों का कारोबार कर राज्य और केंद्र दोनों के जीएसटी को चूना लगा रहे हैं। वाणिज्य कर विभाग की हाल की कई जांच में जीएसटी के फर्जीवाड़ा का उजागर हुआ है। दिल्ली-एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गाजियाबाद लोहा कारोबार का बड़ा हब है। इस व्यापार केंद्र से रोजाना करोड़ों रुपये का लोहा, सरिया, आयरन स्टील आदि का कारोबार दिल्ली समेत कई शहरों में होता है। पंजाब की लोहा मंडी से यहां के लोहा मंडी में सीधे कारोबार होता है। लोहा मंडी में कई कारोबारी बिल परचे के अवैध कारोबार से हर वर्ष करोड़ों-करोड़ के जीएसटी की चोरी करते हैं। बीते 29 सितंबर को वाणिज्य कर विभाग ने एक दिन में 45 कारोबारियों के फर्म पर छापेमारी की। इसमें 16 फर्म तो मौके पर मिली ही नहीं। उस पते पर उस नाम का कोई कारोबार ही नहीं मिला। शेष 29 फर्म के कारोबारियों ने भी ई वे बिल आदि लेने के बाद भी करोड़ों की खरीद बिक्री की। लेकिन विभाग को जीएसटी के रुप में इकन्नी नहीं दी। पंजीयन के सरलीकरण का उठा रहे लाभअपर आयुक्त ग्रेड प्रथम आरबी कुशवाहा ने बताया कि जीएसटी लागू करने के समय घर बैठे ऑनलाइन पंजीयन की सुविधा दी गई थी। कारोबारियों को इसका लाभ मिला। लेकिन कई मास्टर माइंड कारोबारियों ने इसका लाभ उठाकर फर्जी नाम, परिचय पत्र, आधार और पैन कार्ड आदि के जरिये ऑनलाइन पंजीयन करा लिया। अब यही कारोबारी काला कारोबार करके जीएसटी की चोरी कर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाते हैं। विभागीय जांच में पिछले दिनों एक लोहा कारोबारी द्वारा चार माह में ढाई सौ से ऊपर ई वे बिल कैंसिल कराकर विभाग को 17 करोड़ के कारोबार पर चूना लगाया था। जालसाजी वालों पर मुकदमा, अन्यों की जांचवाणिज्य कर विभाग ने तीन दिन पहले ही जाली कागजातों से पंजीयन लेकर करोड़ों का कारोबार करने वाले 16 लोहा कारोबारियों पर मुकदमा कराया है। अन्य फर्मों के संबंध में विभागीय जांच चल रही है। एसआईबी की रिपोर्ट के आधार पर कर निर्धारण अधिकारी जांच-पड़ताल कर फर्जी कारोबार पर आरोपित कर व जुर्माने की वसूली करेंगे।

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