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मधुमेह से बचने के लिए पैदल चलने की आदत डालें

-लोगों और चिकित्सकों ने दस किलोमीटर लगाई दौड़

मधुमेह से बचने के लिए पैदल चलने की आदत डालें
हिन्दुस्तान टीम,गाज़ियाबादSun, 18 Nov 2018 08:10 PM
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-इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से मधुमेह जागरूकता पैदल मार्च निकाला गया

-लोगों और चिकित्सकों ने दस किलोमीटर लगाई दौड़

-आईएमए भवन में निशुल्क जांच शिविर का भी आयोजन किया गया, दो सौ से ज्यादा लोगों ने कराई जांचें

गाजियाबाद। कार्यालय संवाददाता

अगर आप रोजाना पांच हजार से दस हजार कदम चलते हैं, तो मधुमेह क्या कोई भी बीमारी आपको कभी नहीं होगी। यह संदेश रविवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन की ओर से मधुमेह जागरूकता पैदल मार्च के दौरान शहर के लोगों को दी गई। यह पैदल मार्च राजनगर के सेंट्रल पार्क के विभिन्न रास्तों से होते हुए कि करीब दस किलोमीटर की दूरी तयकर आईएमए भवन पर खत्म हुआ। इसमें गाजियाबाद के सांसद वीके सिंह ने भी भाग लिया। पैदल मार्च के दौरान चिकित्सकों ने लोगों को मधुमेह से बचने के लिए पैदल चलने की आदत डालने के प्रति जागरूक किया। इस पैदल मार्च में दो सौ से ज्यादा लोगों ने भाग लिया। इसके बाद आईएमए भवन पर एक निशुल्क जांच शिविर का भी आयोजन किया गया। इसमें तीन सौ से ज्यादा लोगों ने जांचें कराईं।

विश्व मधुमेह दिवस पर आधारित मधुमेह जागरूकता पैदल मार्च सुबह सात बजे से राजनगर के सेंट्रल पार्क से निकाला गया। इसमें सांसद वीके सिंह समेत आईएमए के अध्यक्ष डॉ. डीपी सिंह, सचिव डॉ. राजीव गोयल, डॉ. प्रह्लाद चावला, डॉ. गोपेश अग्रवाल, डॉ. विजय, डॉ. अनिल त्यागी और नवनीत वर्मा समेत करीब दो सौ निजी और सरकारी चिकित्सकों ने भाग लिया। पैदल मार्च के दौरान सभी ने लोगों को मधुमेह बीमारी से बचने के उपाए बताते हुए पैदल चलने के लिए जागरूक किया।

आईएमए के अध्यक्ष डीपी सिंह ने बताया कि रोजाना पांच हजार कदम से ज्यादा चलकर मधुमेह जैसे बीमारी से बचा जा सकता है। यह बीमारी मोटापे, मीठा और फास्टफूड अधिक खाने और परिवार में जेनेटिक कारणों से होती है। ऐसे में जरूरी है कि व्यायाम करें और सेहत को नुकसान पहुंचाने वाली चीजों का सेवन न करें। इसके अलावा जब भी कुछ खाएं तो थोड़ी देर पैदल चलकर उसे पचाने की कोशिश जरूर करें। ऐसा करके इस बीमारी पर न केवल काबू पाया जा सकता है बल्कि इसे पूरी तरह से खत्म भी किया जा सकता है। सांसद वीके सिंह ने भी मधुमेह से बचने के लिए चलने की आदत डालने पर जोर दिया।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में यह बीमारी तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रही है। अब इस बीमारी की कोई उम्र नहीं रह गई है। अगर इस बीमारी पर काबू नहीं पाया गया तो भविष्य में बड़ी संख्या में लोग इस बीमारी की चपेट में होंगे। सेंट्रल पार्क के विभिन्न रास्तों से होते हुए यह पैदल मार्च आईएमए भवन पर समाप्त हुआ। इस अवसर पर दो सौ चिकित्सक मौजूद रहे।

तीन सौ लोगों ने कराई जांचे

आईएमए भवन पर निशुल्क जांच शिविर का आयोजन किया गया था। इस शिविर में करीब तीन सौ लोगों ने मधुमेह, रक्त से जुड़ी विभिन्न जांचें, थाइरॉइड, बोन डेंसिटी, हृदय,आंखों कान, नाक और गला की भी जांचें की गईं। जांच कराने वालों में सभी उम्र के लोग शामिल थे। सबसे ज्यादा लोगों ने मधुमेह की ही जांच कराने पर जोर दिया। इन जांचों को वीके सिंह और सभी चिकित्सकों ने भी जांचें कराईं। देर शाम लोगों को जांच रिपोर्ट भी दे दी गई। आईएमए अध्यक्ष डीपी सिंह ने बताया कि जांच में मधुमेह के कितने नए मरीज मिले,इस पर मंगलवार को आईएमए भवन में आयोजित कार्यक्रम में चर्चा होगी।

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