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नगर निगम मुख्यालय से कंट्रोल होगा डंपिंग ग्राउंड

प्रताप विहार स्थित डंपिंग ग्राउंड में लगे कैमरे होंगे मुख्यालय से जोड़े जाएंगे, कूड़े के वाहनों की निगरानी के लिए कवायद --- शहर के कूड़े की स्थिति 900 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है रोजाना शहर से...

नगर निगम मुख्यालय से कंट्रोल होगा डंपिंग ग्राउंड
हिन्दुस्तान टीम,गाज़ियाबादSat, 12 Aug 2017 07:12 PM
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प्रताप विहार स्थित डंपिंग ग्राउंड में लगे कैमरे होंगे मुख्यालय से जोड़े जाएंगे, कूड़े के वाहनों की निगरानी के लिए कवायद --- शहर के कूड़े की स्थिति 900 मीट्रिक टन कूड़ा निकलता है रोजाना शहर से 160 वाहन उठाते हैं नगर निगम क्षेत्र से कूड़ा 2.50 लाख का डीजल रोजाना लगता है 9.50 करोड़ रुपये सालाना खर्च होते हैं डीजल पर --- गाजियाबाद। वरिष्ठ संवाददाता प्रताप विहार स्थित डंपिंग ग्राउंड पर अब सीधे नगर निगम मुख्यालय से नजर रखी जाएगी। इसके लिए डंपिंग ग्राउंड पर लगे सीसीटी कैमरों को मुख्यालय से जोड़ा जा रहा है। इसके बाद पता चल सकेगा कि डंपिंग ग्राउंड तक कितनी गाड़ियां पहुंच रही हैं। नगर निगम क्षेत्र से निकलने वाला सारा कूड़ा प्रताप विहार स्थित डंपिंग ग्राउंड पर जाता है। नगर निगम के वाहनों को चक्कर के हिसाब से डीजल उपलब्ध कराया जाता है। यह वाहन डंपिंग ग्राउंड तक जाते हैं या नहीं इसकी जानकारी नहीं हो पाती। इतना ही नहीं डंपिंग ग्राउंड पर क्या चल रहा है इसके बारे में भी नहीं पता चलता। हाल ही में नगरायुक्त सीपी सिंह ने डंपिंग ग्राउंड का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां पर अव्यवस्थाएं देखीं। इसके बाद निर्णय लिया गया कि पूरे डंपिंग ग्राउंड पर लगे सीसीटीवी कैमरे उनके कार्यालय से अटैक किए जायं ताकि वह खुद डंपिंग ग्राउंड की कार्यप्रणाली पर नजर रख सकें। डंपिंग ग्राउंड पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं लेकिन वह सही प्रकार काम नहीं करते। वाहन चालक व वहां मौजूद कर्मचारियों को इस बात का पता है कि कौन सा कैमरा चालू है और कौन सा बंद। इससे कई प्रकार के घोटाले हो रहे हैं। कूड़ा उठाने में रोजाना ढाई लाख का डीजल खर्च नगर निगम शहर का कूड़ा उठाकर डंपिंग ग्राउंड तक पहुंचाने में रोजाना ढाई लाख रुपये का डीजल खर्च करता है। इस कार्य में निगम के 160 वाहन लगे हैं। ये वाहन रोजाना 900 मीट्रिक टन कूड़ा प्रताप विहार स्थित डंपिंग ग्राउंड तक पहुंचाते हैं। बावजूद इसके शहर की सड़कों पर कूड़े के अंबार लगे हैं। एक दिन में डंपिंग ग्राउंड तक चार फेरे लगाने के लिए 30 लीटर प्रति वाहन डीजल उपलब्ध कराया जाता है। वसुंधरा व मोहननगर जोन से कूड़ा उठाने वाली गाड़ियों को दस लीटर डीजल अतिरिक्त दिया जाता है। ----- नई व्यवस्था से एक स्थान पर बैठक पूरी व्यवस्था पर नजर रखी जा सकेगी। वाहनों में जीपीएस लगा दिया है लेकिन वह कूड़ा लेकर जा रहे हैं या नहीं, यह सीधे देखा जा सकेगा। यहां के कैमरे दुरुस्त कराकर सीधे कार्यलय से अटैच कर दिए जाएंगे। -सीपी सिंह, नगरायुक्त

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