डीएमआरसी के चीफ इंजीनियर की लापरवाही से गिरा था गार्डर
मोहननगर मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार को गार्डर डीएमआरसी के चीफ इंजीनियर, डिप्टी चीफ इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर की लापरवाही से गिरा था। यह खुलासा जीडीए की जांच रिपोर्ट में हुआ है।...
मोहननगर मेट्रो स्टेशन के पास सोमवार को गार्डर डीएमआरसी के चीफ इंजीनियर, डिप्टी चीफ इंजीनियर, असिस्टेंट इंजीनियर और जूनियर इंजीनियर की लापरवाही से गिरा था। यह खुलासा जीडीए की जांच रिपोर्ट में हुआ है। जीडीए ने अपनी जांच रिपोर्ट जीडीए के प्रमुख सचिव (आवास), सचिव (आवास) और प्रबंधक डीएमआरसी को भेजी है। इस रिपोर्ट में दोबारा जांच कराने की सिफारिश भी की है।
मोहननगर मेट्रो स्टेशन के पास गार्डर गिरने की घटना को जीडीए ने गंभीरता से लिया है। घटना की प्राधिकरण ने अपने एक्जीक्यूटिव इंजीनियर हीरालाल सिंह और असिस्टेंट इंजीनियर (तकनीकी) भगत सिंह से प्रारंभिक जांच कराई। इस जांच रिपोर्ट में घटना के लिए पूरी तरह डीएमआरसी के इंजीनियरों को दोषी ठहराया है।
इस जांच रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि गार्डर बिना समुचित नट बोल्ट लगाए दो भागों में रखा हुआ था और नट बोल्ट पर्याप्त न होने के कारण बीच से अलग होकर अचानक गिर गया, जिससे यह हादसा हुआ। सोमवार सुबह 10 बजे मोहननगर स्टेशन पर गार्डर गिरने की वजह से आठ लोग घायल हो गए थे। हादसे में चार वाहन चपेट में आए थे, जिसमें बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे। डीएमआरसी ने बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रोजेक्ट इंचार्ज को हटा दिया और एक एई व जेई को निलंबित कर दिया था। साथ ही निर्माण कार्य करने वाली कंपनी रुबी इंटरप्राइजेज को हटाने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।