सीआरपीएफ के जवान ने नाभी में गोली मारकर की आत्महत्या,सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कार
सीआरपीएफ के जवान ने नाभी में गोली मारकर की आत्महत्या,सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम...
सैन्य सम्मान के साथ हुआ अंतिम संस्कारमुरादनगर। संवाददाताजम्मू कश्मीर के अनंतनाग में तैनात सीआरपीएफ के जवान की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। सीआरपीएफ के अधिकारियों का कहना है कि जवान ने बुधवार दोपहर ढाई बजे गोली मारकर आत्महत्या की है, जबकि परिजन इसे हत्या बता रहे हैं। गुरुवार शाम को जवान का शव गांव काकड़ा पहुंचा तो कोहराम मच गया। परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग को लेकर एक ज्ञापन उपजिलाधिकारी को दिया हे। पत्नी, बच्चों व अन्य परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव काकड़ा निवासी बालिस्टर त्यागी (45) पुत्र भीम सिंह त्यागी ने सीआरपीएफ में हवलदार पद पर तैनात है। वह अपनी पत्नी नीरज व पुत्री महिमा (16), पुत्र निशांत (11) के साथ दिल्ली के नजफगढ़ स्थित सैनिक एन्क्लेव में रहते थे। इन दिनों बालिस्टर त्यागी की ड्यूटी जम्मू कश्मीर में अनंतनाग स्थित सीआरपीएफ के बेस कमान में चल रही है। गत पांच जनवरी को छुट्टी समाप्त कर बालिस्टर त्यागी अपनी ड्यूटी पर अनंतनाग गए थे। भाई राजेन्द्र त्यागी ने बताया कि बुधवार शाम साढ़े चार बजे अनंतनाग स्थित सीआरपीएफ हेड क्वाटर्र से फोन आया कि बालिस्टर त्यागी ने गोली मारकर आत्महत्या कर ली है। इसके बाद फोन अचानक कट गया। इसके बाद काफी प्रयास करने के बाद फोन नहीं मिला। सुबह सूचना मिली कि गुरुवार शाम तक शव गांव काकड़ा पहुंच जाएगा। गुरुवार शाम साढ़े पांच बजे बालिस्टर त्यागी का शव गांव काकड़ा पहुंचा। सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंतिम यात्रा निकाली गई। उनके पुत्र ने चिता को मुखाग्नि दी। इस मौके पर विधायक अजीतपाल त्यागी, किठौर के विधायक सत्यवीर त्यागी, उपजिलाधिकारी पवन अग्रवाल, सीओ मोदीनगर राजकुमार सिंह, सीआरपीएफ के सीओ आबिद हसन, पूर्व एडीजी सीआरपीएफ श्रीकांत शर्मा सहित सैकड़ों लोग मौजूद थे। परिजनों ने जताई हत्या की आशंकाभाई राजेन्द्र त्यागी ने बताया कि सीआरआरएफ के अधिकारियों ने कहना है कि बुधवार दोपहर ढाई बजे के आसपास बालिस्टर ने गोली मारकर आत्महत्या की है,जबकि हमे इसकी सूचना साढ़े चार बजे फोन दी है। उन्होंने बताया कि सवा दो बजे के आसपास बालिस्टर ने उनसे फोन पर बात की थी, उस समय वह सामान्य रूप से बात कर रहा था। राजेन्द्र त्यागी ने बताया कि सुबह बालिस्टर त्यागी ने सुबह अपने पुत्र से फोन पर बात की थी। इसके अलावा दो बजकर बीस मिनट पर अपनी पुत्री के मोबाइल पर फोन किया था, लेकिन वह रिसीव नहीं कर सकी। उन्होंने बताया कि परिवार में सब ठीक चला रहा था। वह आत्महत्या नहीं कर सकता है। चार माह बाद होना था रिटायरमेंटभाई राजेन्द्र त्यागी ने बताया कि चार माह बाद बालिस्टर त्यागी रिटायर होने वाला था। वह मुरादनगर में मकान बनाने के लिए प्लॉट की तलाश कर रहा था। गत चार जनवरी को वह छुट्टी बिताकर वापस गया था। उन्होंने बताया कि अक्तूबर माह में बालिस्टर का एक जवान से विवाद हो गया था। उस समय जवान ने उसे जान से मारने की धमकी दी थी। आराम से बैठकर मारी थी गोली:शव के साथ अनंतनाग से आए सीआरपीएफ के जवान अमित कुमार ने बताया कि दोपहर दो बजकर 40 मिनट के आसपास बालिस्टर त्यागी काफी देर से अपने कैंप में जमीन पर आराम से बैठा था। अन्य साथी जवानों द्वारा उसे टोकने पर उसने आने से मना कर दिया था। अचानक गोली की आवाज आई तो सभी कैंप की ओर भागे तो देखा कि बालिस्टर लहूलुहान हालत में जमीन पर पड़ा था। उसने अपनी नाभि में गोली मारकर आत्महत्या की थी। शव के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। अधिकारी कथन: जिलाधिकारी के माध्यम से पत्र लिखाकर मुख्यमंत्री राहत कोष से जवान के परिवार को मदद दिलाने का प्रयास किया जाएगा। परिजनों द्वारा दिया गया प्रार्थना पत्र भी आगे के लिए भेज दिया जाएगा। पवन अग्रवाल, उपजिलाधिकारी, मोदीनगर