181 प्रशिक्षु आईएएस ने लिया आपदा से निपटने का प्रशिक्षण
गाजियाबाद। कार्यालय संवाददाता। मसूरी की लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय एकेडमी में प्रशिक्षण ले रहे 181 प्रशिक्षु आईएएस का दल शुक्रवार को कमला नेहरु नगर स्थित आठवीं बटालियन एनडीआरएफ पहुंचा। एक दिवसीय...
मसूरी की लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे 181 प्रशिक्षु आईएएस का दल शुक्रवार को कमला नेहरू नगर स्थित आठवीं बटालियन एनडीआरएफ पहुंचा। एक दिवसीय आपदा प्रशिक्षण के दौरान इस दल को विभिन्न आपदाओं से निपटने का प्रशिक्षण दिया गया।
कमांडेट पीके श्रीवास्तव ने प्रशिक्षु आईएएस के दल को एनडीआरएफ की भूमिका व इसकी क्षमता से रूबरू कराया। इसके साथ ही उन्होंने दल को देश में आपदा प्रबंधन की भूमिका के बारे में भी बताया। दल को इंसिडेंट रिस्पोंस सिस्टम का मेकेनिज्म व सिविल अथॉरिटी के साथ समंवय पर आधारित प्रदर्शन दिखाया गया। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम ने दल को भूकंप आने पर ध्वस्त संरचनाओं और ऊंची इमारतों में फंसे लोगों को बचाने के तरीके बताए। यही नहीं इस पर आधारित एक डेमोस्ट्रेशन भी दिखाया गया। जिसे विशेषज्ञों की टीम ने पेश किया।
गैस रिसाव से बचाव के तरीके बताए
इस दौरान सभी आईएएस प्रशिक्षुओं को एनडीआरएफ के डॉग का सर्च ऑपरेशन का प्रदर्शन बेहद पसंद आया। सभी ने इसकी जमकर तारीफ भी की। इसके साथ ही आईएएस के समक्ष सीबीआरएन के डमोस्ट्रेशन का आयोजन भी किया गया। इसमें रसायन और जहरीली गैस का रिसाव होने पर किए जाने वाला राहत कार्य व लोगों को बचाकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की जानकारी दी गई।
बाढ़ व भूकंप से निपटने के गुर सिखाए
एनडीआरएफ विशेषज्ञों की टीम ने बाढ़ और भूकंप के दौरान इस्तेमाल होने वाले आधुनिक उपकरणों का प्रदर्शन दिखाया गया। इसे इस्तेमाल करना भी उन्हें सिखाया गया। इसके अलावा भूकंप व बाढ़ आने पर सबसे पहले लेने वाले फैसलों पर भी चर्चा की गई। इस अवसर पर बटालियन कमांडेंट पीके श्रीवास्तव ने कहा कि किसी भी आपदा से निपटने की पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होती है। ऐसे हालातों में किस तरह से ऐसी परिस्थितियों का सामना किया जाए। प्राकृतिक व मानव निर्मित आपदाओं के बारें में भी इस दल को जानकारी दी गई है।
महत्वपूर्ण जानकारियां दीं
इस मौके पर 2016-17 के आईएएस बैच की टॉपर नंदिनी केआर ने कहा कि यह प्रशिक्षण बेहद महत्वपूर्ण है। इसमें कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से आपदाओं से निपटने के बारे में यहां पर बताया गया है। इससे पहले कभी भी इतनी गहराई से जानकारी नहीं दी गई। यह जानकारी सभी प्रशिक्षुओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।