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हिंडन को जीने दो : मुजफ्फरनगर-बुढ़ाना में 280.55 करोड़ की लागत से बनेंगे तीन ट्रीटमेंट प्लांट हिंडन-काली होगी निर्मल

- जल संसाधन राज्यमंत्री रहते हुए संजीव बालियन ने शामिल कराया था नमामि गंगे परियोजना...

हिंडन को जीने दो :  मुजफ्फरनगर-बुढ़ाना में 280.55 करोड़ की लागत से बनेंगे तीन ट्रीटमेंट प्लांट हिंडन-काली होगी निर्मल
हिन्दुस्तान टीम,गाज़ियाबादThu, 06 Dec 2018 10:41 PM
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- हिंडन को बचाने के लिए हिन्दुस्तान ने चलाया था हिंडन को जीने दो अभियान- जल संसाधन राज्यमंत्री रहते हुए संजीव बालियन ने शामिल कराया था नमामि गंगे परियोजना में- मुजफ्फरनगर में दो ट्रीटमेंट प्लांट बनेंगे, जबकि बुढ़ाना में एक नया एसटीपी प्लांट लगेगा- घरों और प्रतिष्ठानों के निकलने वाले दूषित 96.41 एमएलडी पानी को साफ करेंगे यह तीनों प्लांटमुजफ्फरनगर। हिन्दुस्तान टीम आपके लोकप्रिय समाचार पत्र हिन्दुस्तान की ओर से चलाई जा रही हिंडन नदी को बचाने के लिए हिंडन को जीने दो के नाम से मुहिम रंग ला रही है। हिन्दुस्तान की मुहिम के बाद सांसद संजीव बालियान के प्रयास से हिंडन व उसकी सहायक नदी काली को नमामि गंगे परियोजना में शामिल कराकर इन दोनों नदियों को प्रदूषण से बचाने को डीपीआर तैयार कराई थी। नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा की सहायक नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए चल रही सीवरेज परियोजना में मुजफ्फरनगर और बुढ़ाना में काली और हिंडन नदी को जीवनदान के लिए तीन नए ट्रीटमेंट प्लांट बनेंगे। इन पर 280.55 करोड़ रुपये खर्च होंगे। यह तीनों प्लांट 96.41 एमएलडी क्षमता के होंगे।हिन्दुस्तान की ओर से चलाई मुहिम के बाद केंद्रीय जल संसाधन नदी विकास एवं गंगा संरक्षण राज्यमंत्री रहते हुए मुजफ्फरनगर सांसद संजीव बालियान ने हिंडन और उसकी सहायक नदी काली को नमामि गंगे परियोजना में शामिल कराया था, साथ ही इन दोनों नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए सीवरेज परियोजना के तहत ट्रीटमेंट प्लांट लगाने के लिए एक डीपीआर तैयार कराई थी। इसका परिणाम अब निकलकर आया है। नमामि गंगे परियोजना के तहत गंगा की सहायक नदियों को प्रदूषण से बचाने के लिए चल रही सीवरेज परियोजना में मुजफ्फरनगर और बुढ़ाना में काली व हिंडन नदी को जीवनदान के लिए तीन नए ट्रीटमेंट प्लांट 96.41 एमएलडी क्षमता के मिलेंगे। राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की कार्यकारी समिति की बैठक ने मुजफ्फरनगर और बुढ़ाना में तीन नए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने को 280.55 करोड़ के बजट की मंजूरी मिली है। इन प्लांट घरों व प्रतिष्ठानों से निकले गंदे पानी को साफ कर आगे छोड़ा जाएगा। जो कंपनी इन्हें लगाएगी, वह 15 साल तक इन्हें चलाएगी और देखरेख करेगी।सांसद संजीव बालियान का मानना है कि मुजफ्फरनगर का सारा कचरा व प्रदूषित जल नगर से सटकर बह रही काली नदी के माध्यम से हिंडन नदी में जाकर मिलता है। हिंडन नदी दिल्ली के पास यमुना में मिलती है और यमुना प्रयागराज में जाकर गंगा में मिलती है। इसलिए गंगा को साफ करने के लिए सबसे पहले हिंडन व उसकी सहायक नदी काली को भी साफ करना होगा। उद्गम स्थल से हिंडन-युमना संगम तक चलाया था अभियानहिन्दुस्तान ने भी हिंडन को बचाने की मुहिम पिछले साल हिंडन के उदगम स्थल से लेकर हिंडन के यमुना में संगम तक चलाई थी। इसी परियोजना में गंगा की सहायक नदियों के लिए भी सीवरेज परियोजनाओं पर काम किया जा रहा है। इसी क्रम में राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन की कार्यकारी समिति की बैठक में पिछले वर्ष मुजफ्फरनगर जल निगम और प्रदूषण बोर्ड द्वारा सर्वे कराकर केंद्र को भेजे गए प्रस्तावों को स्वीकार किया गया है। जल निगम के अधिशासी अभियन्ता राजीव त्यागी ने बताया कि अन्य राज्यों के कई शहरों के साथ मुजफ्फरनगर शहर में 231.79 करोड़ रुपये से दो तथा बुढ़ाना में 48.76 करोड़ रुपये से एक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाने को हरी झंडी दी गई, जिस पर अब जल्द ही आगे कार्य किया जाएगा।दोनों शहरों के 13 नालों पर फोकस मुजफ्फरनगर परियोजना में शहर के 10 नाले शामिल हैं, जिसमें 3 पूर्वी जोन नई मंडी ड्रेन व संधावली ड्रेन के नाले हैं। इनमें 22.82 एमएलडी पानी गिरता है। पश्चिमी जोन के सात नालों में न्याजूपुरा, लद्धावाला, शामली रोड, खादरवाला, कृष्णापुरी, सूजडृ गांव और नई बस्ती खालापार का नाला शामिल है, जिनमें 53.52 एमएलडी पानी गिरता है। बुढ़ाना के धोबी घाट, सब्जी मंडी व शमशान घाट के नाले शामिल किए गए, जिसमें घरों और प्रतिष्ठानों का 10.7 एमएलडी पानी प्रतिदिन गिरता है। सांसद संजीव बालियान ने बताया कि ट्रीटमेंट प्लांट और पंपिंग स्टेशन बनने के बाद काली व हिंडन की प्रदूषण की समस्या समाप्त हो जाएगी। नदी अपने पुराने स्वरूप में लौटने लगेगी। प्रशासन भी चला रहा निर्मल हिंडन अभियानहिंडन नदी को निर्मल और अविरल बनाने के लिए मेरठ मंडलायुक्त पद पर तैनाती के दौरान डॉ. प्रभात कुमार ने एक मुहिम चलाई थी। निर्मल हिंडन अभियान के तहत उन्होंने खुद पुरा महादेव में जाकर टीम और प्रशासनिक अफसरों, गांव प्रधानों, सामाजिक संस्थाओं और किसानों के साथ नदी में सफाई कार्य किया था। हिंडन को निर्मल बनाने के अभियान को मंडलायुक्त अनीता सी. मेश्राम भी मंडलभर के अधिकारियों को निर्देशित कर संचालित करा रही है। इसके अलावा काली नदी में भी सफाई कार्य किया गया। हिन्दुस्तान की मुहिम के बाद नमामि गंगे में कराया था शामिल : बालियानसांसद संजीव बालियान ने बताया कि हिंदुस्तान की मुहिम हिंडन को जीने दो के बाद ही उन्होंने हिंडन व काली नदी को नमामि गंगे प्रोजेक्ट में शामिल कराया था। आज उसके सार्थक परिणाम देखने को मिले हैं। मुजफ्फरनगर में 22 एमएलडी का नया सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा। इस समय मुजफ्फरनगर में जो पुराना ट्रीटमेंट प्लांट लगा है उसकी क्षमता 32.5 एमएलडी है। इसकी क्षमता दोगुनी कर 65 एमएलडी की जाएगी। इस तरह से मुजफ्फरनगर में करीब 87 एमएलडी क्षमता ट्रीटमेंट की हो जाएगी। आठ बड़ी ड्रेन जो काली नदी में प्रदूषित जल पहुंचाती है। उन्हें इंन्टरसैप्ट कर रोका जाएगा। दो नए पंपिंग स्टेशन लगेंगे। चार पुराने पंपिंग स्टेशन हैं, उन्हें अपग्रेड किया जाएगा। इसकी पूरी लागत 231.79 करोड रहेगी। यह ट्रीटमेंट प्लांट लगाने वाली कंपनी ही 15 साल तक चलाएगी और रखरखाव करेगी। जो टेंडर निकलेगा, वह 15 साल के मेंटीनेंस कोस्ट के साथ निकलेगा। बुढ़ाना में भी हिंडन पर एक ट्रीटमेंट प्लांट लगाया जाएगा और पंपिंग स्टेशन भी लगेगा। इसकी क्षमता 10 एमएलडी होगी। बुढाना में 48.76 करोड रहेगी। सांसद संजीव बालियान ने बताया कि बजट स्वीकृत कर दिया गया है।

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