आवारा कुत्ते ने दो बार काटा तो जाएगा शेल्टर होम, माइक्रो चिप देगी पूरा डेटा
पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने लावारिस कुत्ते के लिए आदेश जारी किए। इसके बाद इस संबंध में शासन ने गाइडलाइन जारी की। नगर विकास विभाग ने खूंखार कुत्तों के लिए शेल्टर होम बनाने के आदेश दिए। इसमें कहा गया है कि लावारिस कुत्ता यदि दो बार काटता है तो उसे पकड़कर शेल्टर होम में स्थाई रूप से रखा जाए।

नगर निगम ने लावारिस कुत्तों से राहत देने की तैयारी शुरू कर दी। कुत्तों ने दो बार काटा तो शेल्टर होम में रखे जाएंगे। वहीं, निगम ने एनिमल बर्थ कंट्रोल मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक में कई और निर्णय लिए। शहरी क्षेत्र में करीब 48 हजार लावारिस कुत्ते हैं। इनमें से 18 हजार से ज्यादा कुत्तों की नसबंदी और टीकाकरण हो चुके हैं। इसके बावजूद इनकी संख्या और काटने के मामले बढ़ रहे हैं। इससे लोगों में दहशत रहती है।
पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट ने लावारिस कुत्ते के लिए आदेश जारी किए। इसके बाद इस संबंध में शासन ने गाइडलाइन जारी की। नगर विकास विभाग ने खूंखार कुत्तों के लिए शेल्टर होम बनाने के आदेश दिए। इसमें कहा गया है कि लावारिस कुत्ता यदि दो बार काटता है तो उसे पकड़कर शेल्टर होम में स्थाई रूप से रखा जाए। वहीं, नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि कुत्तों में रैबीज वैक्सीनेशन और रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) बेस्ड इंजेक्टेबल माइक्रो चिप लगाई जाएगी।
माइक्रो चिप से निगम कुत्तों की जानकारी एक ही प्लेटफार्म पर रख सकेगा। इससे कुत्ते से संबंधित समस्याओं के निस्तारण में विभाग को आसानी होगी। हर कुत्ते के रजिस्ट्रेशन, वैक्सीनेशन और नसबंदी की जानकारी इसमें मौजूद रहेगी। बैठक में पार्षद ने सुझाव रखे : बैठक में मौजूद पार्षद संजय सिंह ने सुझाव रखे। उन्होंने कहा कुत्तों की नसबंदी वार्डवार की जाए। सभी आरडब्ल्यूए सोसाइटी में फीडिंग पॉइंट बने। डॉग शेल्टर होम बनाने की कार्य योजना तैयार की जाए। लोगों को कुत्तों के गोद लेने के लिए जागरूक किया जाए।
टीकाकरण में तेजी लाने के निर्देश
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक की अध्यक्षता में एनिमल बर्थ कंट्रोल मॉनिटरिंग कमेटी की बैठक हुई। इसमें समिति से लावारिस कुत्तों के संबंध में 11 बिंदुओं पर चर्चा हुई। नगर आयुक्त ने नसबंदी में तेजी लाने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी और निगम के उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी को आपसी समन्वय कर हर माह दो बार बैठक बुलाने के लिए कहा। डॉ. अनुज सिंह ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का अनुपालन करने के लिए नसबंदी और टीकाकरण के काम में तेजी लाने के निर्देश दिए। पालतू कुत्तों के पंजीकरण को 311 एप और जीएमसी पेट ऐप पंजीकरण कराया जाएगा।
दो बार काटने की पहचान चिप से होगी
निगम के उप मुख्य पशु चिकित्सा एवं कल्याण अधिकारी डॉ. अनुज सिंह ने बताया कि कुत्ते को सबसे पहले माइक्रो चिप लगाई जाएगी। इससे उसका डाटा ऑनलाइन रहेगा। इसका टीकाकरण कब होगा यह पता रहेगा। कुत्ता यदि किसी को काटता है और स्थानीय लोग इसकी शिकायत करते हैं तो माइक्रो चिप से पता लग जाएगा कि पहले काटा है या नहीं। आदतन दूसरी बार काटने पर उसे शेल्टर होम में छोड़ा जाएगा।




