
इस जज्बे को सलाम है! 64 साल उम्र और दौड़ में जीते 150 से ज्यादा पदक मेडल
संक्षेप: गाजियाबाद के 64 वर्षीय महिपाल सिंह ने 60 साल की उम्र में दौड़ना शुरू किया और अब तक 150 से अधिक पदक जीत चुके हैं, जो युवाओं के लिए एक प्रेरणा बन गए हैं।
गाजियाबाद के अटोर नगला निवासी बुजुर्ग महिपाल सिंह पिछले चार वर्षों में दौड़ में 150 से ज्यादा पदक जीतकर शहर का नाम रोशन कर रहे हैं। 64 साल की उम्र में भी प्रतिदिन दौड़ का अभ्यास कर वह युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत बने हुए हैं।
महिपाल सिंह ने बताया कि बेटे के कहने पर फिट रहने के लिए उन्होंने 60 साल की उम्र में दौड़ना शुरू किया था। दौड़ने में रुचि होने लगी तो उन्होंने प्रतियोगिताओं में भाग लेना शुरू कर दिया। उसके बाद से उनका पदक जीतने का सिलसिला अब तक जारी है। पिछले चार साल में उन्होंने प्रदेशीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय दौड़ में भाग लेकर सफलता हासिल की है।
महिपाल सिंह ने बताया कि चाहे सर्दी हो, गर्मी हो या बारिश हो, वह सुबह शाम दो-दो घंटे दौड़ का अभ्यास जरूर करते हैं और प्रतिदिन 15 किलोमीटर दौड़ते हैं। उन्हें दौड़ना बहुत अच्छा लगता है। उनका कहना है कि यदि एक भी दिन दौड़ का अभ्यास नहीं करते तो अधूरा सा लगता रहता है। उन्होंने बताया कि वह केवल शुक्रवार को नहीं दौड़ते, शुक्रवार को वह चलते हैं। हाल ही में 21 सितंबर को बेंगलुरु में हुई विप्रो बेंगलुरु इंटरनेशनल मैराथन में उन्होंने 55 प्लस आयुवर्ग में पहला स्थान प्राप्त किया है। इसके साथ वह राष्ट्रीय प्रतियोगिता में अपनी आयुवर्ग में तीन स्वर्ण पदक जीतने वाले उत्तर प्रदेश के पहले व्यक्ति हैं। नवंबर 2025 में होने वाली 23वीं एशिया मास्टर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भी वह हिस्सा लेंगे।
युवाओं को रोज दौड़ने की सलाह दी
महिपाल सिंह ने सभी युवाओं को प्रतिदिन दौड़ने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि दौड़ने से शरीर स्वस्थ बनाने साथ इसमें करियर भी बनाया जा सकता है। सभी युवाओं को प्रतिदिन समय निकालकर दौड़ना चाहिए। शुरुआत कम दूरी से करें, कुछ दिन बाद दौड़ने में रुचि होने लगेगी।
इन प्रतियोगिताओं में परचम लहराया
- 2023 में दुबई में हुए इंटरनेशनल गेम्स में तीन स्वर्ण पदक झटके।
- अगस्त 2024 में दिल्ली में हुई टफमैन हॉफ मैराथन में पहला स्थान हासिल किया।
- फरवरी 2025 में अलवर टाइगर्स मैराथन में 10 किलोमीटर दौड़ में पहले स्थान पर रहे।
- मार्च 2025 में बेंगलुरु में हुई नेशनल एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन स्वर्ण पदक जीते।
- अप्रैल 2025 में चौथे खेलो मास्टर्स गेम्स दिल्ली में तीन स्वर्ण पदक
- जून 2025 में पुणे में हुई हॉफ मैराथन में पहला स्थान मिला।
- जुलाई 2025 में चैन्नई में हुई हॉफ मैराथन में दूसरा स्थान हासिल किया।





