Delhi Yamuna River : दिल्ली में फिर बढ़ा बाढ़ का खतरा? चेतावनी स्तर पर पहुंची यमुना; प्रशासन अलर्ट
पहाड़ों से लेकर मैदान तक जारी मूसलाधार बारिश से अब राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का एक बार फिर जलस्तर बढ़ने लगा है। मंगलवार को दिल्ली में यमुना का जलस्तर वार्निंग लेवल 204.45 मीटर तक पहुंच गया।
पहाड़ों से लेकर मैदान तक जारी मूसलाधार मुसीबत रूपी बारिश से अब राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का एक बार फिर जलस्तर बढ़ने लगा है। मंगलवार को दिल्ली में यमुना का जलस्तर वार्निंग लेवल 204.45 मीटर तक पहुंच गया। इसके चलते निचले इलाकों में बाढ़ आने का खतरा बढ़ गया है।
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बाढ़ से निपटने की तैयारियों और इंतजामों का जायजा लेने के लिए बोट क्लब पर अधिकारियों के साथ दौरा करेंगी। इसके बाद यमुना खादर में रहने वाले लोगों को अलर्ट किया जाएगा।
बारिश के वजह से यमुना नदी में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। दिल्ली सरकार के साथ ही बाढ़ नियंत्रण विभाग की टीम हर घंटे इस पर नजर बनाए हुए है। आज सुबह ओल्ड यमुना पुल पर यमुना नदी का जलस्तर 204.45 मापा गया, जोकि यमुना नदी का चेतावनी लेवल भी है। इसके शाम तक और बढ़ने की उम्मीद है।
इसके चलते यमुना खादर या उससे जुड़े इलाकों में रहने वाले लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें पड़ने लगी हैं। हालात को देखते हुए प्रशासन और संबंधित विभाग भी अलर्ट पर हैं।
यमुना शाम तक 'चेतावनी स्तर' को पार कर सकती है: सीडब्ल्यूसी का पूर्वानुमान
एचटी की रिपोर्ट के अनुसार, केंद्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, दिल्ली में यमुना का जलस्तर मंगलवार शाम तक चेतावनी के निशान को पार कर सकता है। सीडब्ल्यूसी के अनुसार, शाम 5 बजे तक जलस्तर 204.90 मीटर तक बढ़ने का अनुमान है, जो 204.50 मीटर के चेतावनी स्तर से ऊपर है, लेकिन 205.33 मीटर के खतरे के स्तर से काफी नीचे है। सुबह 9 बजे पुराने रेलवे ब्रिज स्टेशन पर नदी 204.35 मीटर पर बह रही थी - जो चेतावनी के स्तर से सिर्फ 0.15 मीटर नीचे है।
रविवार को पुराने रेलवे ब्रिज पर यमुना का जलस्तर 1.47 मीटर से अधिक बढ़कर 202.82 मीटर से 204.29 मीटर हो गया। पुराने रेलवे ब्रिज पर जलस्तर को दिल्ली के स्तर का मानक माना जाता है। मंगलवार सुबह जारी सीडब्ल्यूसी के पूर्वानुमान में कहा गया है कि स्टेशन पर पानी का स्तर वर्तमान में 'स्थिर' में है, लेकिन लोगों को तब तक अलर्ट रहना चाहिए जब तक जलस्तर चेतावनी स्तर से नीचे नहीं चला जाता।
बयान में कहा गया है,"नदी के जलस्तर में स्थिरता बनी हुई है। 13 अगस्त, 2024 को शाम 5 बजे पूर्वानुमानित जलस्तर 204.9 मीटर होने की उम्मीद है, जो चेतावनी स्तर से ऊपर है, लेकिन खतरे के स्तर से नीचे है। इसलिए, अगले कुछ घंटों में बाढ़ की संभावना कम है। हालांकि, जब तक जलस्तर चेतावनी स्तर से नीचे नहीं चला जाता, तब तक बाढ़ पर नजर रखने की सलाह दी जाती है।"
सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण मंत्री द्वारा दिन के दौरान मेटकाफ हाउस के पास बोट क्लब में बाढ़ नियंत्रण तैयारियों की समीक्षा करने की उम्मीद है।
पिछले साल 13 जुलाई को राजधानी में अभूतपूर्व बाढ़ आई थी, जब यमुना का जलस्तर पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़कर 208.66 मीटर पर पहुंच गया था, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से कहीं अधिक था। इससे नई दिल्ली के आसपास के इलाकों में सिविल लाइंस, मुखर्जी नगर, आईटीओ के कुछ हिस्सों सहित कई मुख्य सड़कें जलमग्न हो गई थीं, जिससे लगभग एक सप्ताह तक सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा और 28,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हो गए। बाढ़ का कारण हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी का निकलना (11 जुलाई को 3.59 लाख क्यूसेक) था, जो ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश और शहर में स्थानीय कारकों के कारण हुआ था।
बता दें कि, सरकार ने बाढ़ चेतावनी तंत्र विकसित किया है, जिसके अनुसार अगर हथिनीकुंड बैराज से 1 लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़ा जाता है, तो जिला स्तर के अधिकारियों की कमेटी सक्रिय हो जाएगी और अपने-अपने इलाकों में निगरानी रखेगी। हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के बाद इसे दिल्ली पहुंचने में 36 से 72 घंटे लगते हैं। यमुना उत्तर में पल्ला से दिल्ली में प्रवेश करती है और दक्षिण में जैतपुर से शहर छोड़ती है।
दिल्ली में आज भी बारिश होने का अनुमान
दिल्ली में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम के सामान्य तापमान से दो डिग्री कम है। मौसम विभाग ने बताया कि दिल्ली में मंगलवार को आमतौर पर बादल छाए रहने और हल्की बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। मौसम विभाग ने अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान जताया है।
लेटेस्ट Hindi News, बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर ,और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।