नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का आज 10वां दिन है। 10 दिन से दिल्ली की सीमाओं पर डटे किसान केंद्र की मोदी सरकार के खिलाफ आर-पार की लड़ाई के लिए कमर कस चुके हैं। कानूनों पर बीच का रास्ता निकालने के लिए किसानों और सरकार के बीच शनिवार को पांचवें दौर की बैठक हुई। हालांकि यह बैठक भी पहले के चार बैठकों की तरह ही बेनतीजा रही और कोई समाधान नहीं निकल सका। अब 9 दिसंबर को किसानों और केंद्र सरकार के बीच छठे दौर की बाचतीच होगी।
किसानों के साथ बैठक से पहले आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अहम बैठक बुलाई थी। बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और पीयूष गोयल भी मौजूद थे। बता दें कि किसान नेताओं और सरकार के बीच गुरुवार को हुई बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकल सका था।
वहीं, किसान नेताओं ने अपनी मांगों को दोहराते हुए कहा कि इन नए कृषि कानूनों को रद्द करने के लिए केन्द्र सरकार संसद का विशेष सत्र बुलाए। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी नए कानूनों में संशोधन नहीं चाहते हैं बल्कि वे चाहते हैं कि इन कानूनों को रद्द किया जाए। किसान अपनी मांगों को लेकर किसी भी सूरत में झुकने को तैयार नहीं हैं। किसानों ने सरकार से जल्द उनकी मांगे मानने की अपील की है। इसके साथ ही किसान संगठनों ने 8 दिसंबर को भारत बंद का ऐलान किया है साथ ही उन्होंने इस दिन टोल प्लाजाओं पर कब्जे की भी चेतावनी दी।तो चलिए जानते हैं किसान आंदोलन के जुड़े सारे लेटेस्ट अपडेट्स...
मोदी सरकार पर भरोसा रखें किसान- कृषि मंत्री तोमर
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों को मोदी सरकार पर भरोसा रखना चाहिए। जो भी किया जाएगा, वह उनके हित में होगा। मैं अनुशासन बनाए रखने के लिए किसान यूनियनों को धन्यवाद देना चाहता हूं..चूंकि आज बातचीत पूरी नहीं हो सकी, इसलिए हमने 9 दिसंबर को एक और बैठक बुलाई है। इसके साथ ही तोमर ने किसानों से आंदोलन को समाप्त करने का अनुरोध भी किया।
उन्होंने कहा कि मैं कि किसानों से आंदोलन समाप्त करने का अनुरोध करना चाहता हूं ताकि वे ठंड के मौसम में असुविधान का सामना न करें और दिल्ली के नागरिक भी सुविधा के साथ रह सकें।
किसानों के लिए समर्पित है मोदी सरकार- नरेंद्र सिंह तोमर
कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सरकार राज्यों में मंडी को प्रभावित करने का इरादा नहीं रखती है। मंडियां कानून से प्रभावित नहीं होने वाली हैं। एपीएमसी को और मजबूत करने के लिए सरकार कुछ भी करने को तैयार है। यदि किसी को APMC को लेकर कोई गलत धारणा है तो सरकार उसे स्पष्ट करने के लिए पूरी तरह से तैयार है।
उन्होंने बताया कि हमने किसानों से कहा है कि सरकार उनके सभी पहलुओं पर विचार करेगी। अगर किसान नेताओं से सुझाव मिलते हैं तो इसका हल निकालना आसान होगा। हम किसान यूनियनों से अनुरोध करते हैं कि वे कोरोना महामारी और ठंड को देखते हुए बुजुर्गों व बच्चों को घर भेज दें।
नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मैं किसानों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि मोदी सरकार आपके लिए पूरी तरह से समर्पित है और आगे भी ऐसे ही रहेगी। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में कई कृषि योजनाओं को लागू किया गया है। कृषि बजट में बढ़ोतरी हुई है और एमएसपी भी बढ़ा है।
किसान संगठनों द्वारा 8 दिसंबर को प्रस्तावित भारत बंद के संबंध में पूछे गए एक सवाल पर कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि मैं किसान यूनियनों के कार्यक्रम पर टिप्पणी नहीं करना चाहता। लेकिन मैं किसानों और यूनियनों से आग्रह करना चाहूंगा कि वे आंदोलन का रास्ता छोड़ें और चर्चा के रास्ते पर आएं। सरकार ने उनके साथ कई दौर की बातचीत की है और समाधान के लिए आगे की चर्चा के लिए भी तैयार है।
MSP के मुद्दे को सुलझाने के लिए सरकार तैयार- कृषि मंत्री
दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलनरत किसानों के प्रतिनिधियों और नेताओं से पांचवें दौर की बातचीत के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी रहेगा। एमएसपी पर शक करना बेबुनियाद है। फिर भी अगर किसी को संदेह है तो सरकार इस मुद्दे को सुलझाने के लिए तैयार है।
'सरकार निश्चित रूप से कानूनों को वापस लेगी'
केंद्र सरकार के साथ पांचवें दौर की बातचीत खत्म होने के बाद ऑल इंडिया किसान सभा के महासचिव हन्नान मोल्लाह ने कहा कि बैठक शुरू होते ही हमने कह दिया था कि हम कृषि कानूनों में संशोधन नहीं चाहते बल्कि हमारी मांग है कि इसे वापस लिया जाए। हमने कड़ा रुख अपनाया। अंत में सरकार की तरफ से बताया गया कि अगली बैठक 9 दिसंबर को होगी। ऐसा लगता है कि सरकार निश्चित रूप से कानूनों को वापस लेगी।
गाना गाकर आंदोलनरत किसानों का मनोबल बढ़ा रहे पंजाबी सिंगर्स
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों का मनोबल बनाए रखने के लिए पंजाबी गायक गाना गा रहे हैं।
सरकार से बातचीत के बाद बोले टिकैत- 8 दिसंबर को होगा भारत बंद
केंद्र सरकार से पांचवें दौर की बातचीत खत्म होने के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने बताया कि सरकार एक मसौदा तैयार करेगी और हमें देगी। केंद्र ने कहा है कि वे इस पर राज्यों से भी सलाह लेंगे। टिकैत ने बताया कि आज की बैठक में न्यूनत समर्थन मूल्य पर भी चर्चा हुई है लेकिन हमने कहा कि कानूनों पर भी बातचीत हो और इसे वापस लिया जाए। वहीं प्रस्तावित भारत बंद के बारे में उन्होंने कहा कि 8 दिसंबर को भारत बंद किया जाएगा।
किसानों के दिल्ली आने का सिलसिला अभी भी जारी
कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 10 दिनों से आंदोलनरत किसानों और केंद्र सरकार के बीच पांचवें दौर की बातचीत भी बेनतीजा रही है। अब 9 दिसंबर को छठे दौर की बातचीत होगी। इन सब के बीच किसानों का दिल्ली आने का सिलसिला अभी भी जारी है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने जानकारी दी है कि जालंधर से किसानों का एक समूह दिल्ली आ रहा है।
केंद्र सरकार के प्रस्ताव के बाद 9 को होगी बैठक- किसान नेता
केंद्र के साथ पांचवें दौर की बातचीत खत्म होने के बाद किसान नेताओं ने कहा कि सरकार ने कहा है कि वे 9 दिसंबर को हमें एक प्रस्ताव भेजेगी। किसान संगठनों में इस पर चर्चा होगी। इसके बाद उसी दिन केंद्र सरकार और किसान नेताओं के बीच छठे दौर की बातचीत होगी।
आज भी नहीं हुआ कोई फैसला, अब 9 दिसंबर को होगी छठे दौर की बातचीत
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों और केंद्र सरकार के बीच पांचवे दौर की बातचीत में भी कोई फैसला नहीं निकल पाया है। अब 9 दिसंबर को छठे दौर की बातचीत होगी। बैठक में शामिल सभी की सहमति के आधार पर यह फैसला लिया गया है।
किसानों से केंद्र सरकार- अगले दौर की बातचीत के लिए परसो मिल सकते हैं
किसानों के साथ पांचवें दौर की बातचीत के दौरान केंद्र सरकार ने कहा कि हम अगले दौर की बातचीत के लिए परसो मिल सकते हैं। दिल्ली के विज्ञान भवन में सरकार और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत चल रही है।
किसानों ने कहा- अगर सरकार चाहती है कि हम सड़क पर ही रहें, तो हमें कोई समस्या नहीं
दिल्ली : कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के साथ 5वें दौर की वार्ता में भाग ले रहे किसानों नेताओं ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि हमारे पास एक साल के लिए सामग्री है। हम पिछले कई दिनों से सड़क पर हैं। अगर सरकार चाहती है कि हम सड़क पर ही रहें, तो हमें कोई समस्या नहीं है। हम हिंसा का रास्ता नहीं अपनाएंगे। इंटेलिजेंस ब्यूरो आपको बताता रहेगा कि हम विरोध स्थल पर क्या कर रहे हैं? हम कॉरपोरेट फार्मिंग नहीं चाहते हैं। इस कानून से सरकार को फायदा होगा, किसानों को नहीं।
सरकार ने बच्चों और बुजुर्गों से घर जाने की अपील की
दिल्ली : कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कृषि कानूनों को लेकर चल रही पांचवें दौर की बैठक में उपस्थित किसान नेताओं से अनुरोध करते हुए कहा कि मैं आप सभी के माध्यम से धरना स्थलों पर मौजूद वरिष्ठ नागरिकों और बच्चों से घर जाने की अपील करता हूं।
उत्तराखंड के किसानों का दल गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचा
दिल्ली : किसान आंदोलन में हिस्सा लेने के लिए उत्तराखंड के बिलासपुर से आए किसान यूपी-दिल्ली को जोड़ने वाले गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचे और दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर धरना दे रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए।
सिंघु बॉर्डर पहुंचे अभिनेता दिलजीत दोसांझ ने कहा- ट्विटर पर चीजों को घुमाया जाता है, मुद्दों को ना भटकाया जाए
दिल्ली : किसानों के समर्थन में सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे पंजाबी अभिनेता दिलजीत दोसांझ ने कहा कि ट्विटर पर चीजों को घुमाया जाता है, मुद्दों को ना भटकाया जाए। मैं हाथ जोड़कर विनती करता हूं, सरकार से भी गुजारिश है कि सरकार हमारे किसान भाइयों की मांगों को मान ले। यहां सब शांतिपूर्ण तरीके से बैठे हैं कोई खून-खराबा नहीं हो रहा है। पूरा देश किसानों के साथ है।
कृषि कानून : अगर कनाडा की संसद इस मुद्दे पर चर्चा कर सकती है, तो हमारी संसद क्यों नहीं कर सकती?
दिल्ली : कृषि कानूनों पर केंद्र सरकार के साथ 5वें दौर की वार्ता में भाग लेने आए जम्हूरी किसान सभा, पंजाब के महासचिव कुलवंत सिंह संधू ने कहा कि जब कनाडाई सांसदों ने कनाडा की संसद में इस मुद्दे को उठाया था, तब कनाडा के प्रधानमंत्री ने भारत सरकार को एक पत्र लिखा था। अगर कनाडा की संसद इस मुद्दे पर चर्चा कर सकती है, तो हमारी संसद क्यों नहीं कर सकती?
लंच ब्रेक के बाद किसानों और सरकार के बीच बैठक फिर से शुरू
दिल्ली : विज्ञान भवन में लंच ब्रेक के बाद किसानों और सरकार के बीच पांचवें दौर की बातचीत के लिए बैठक फिर से शुरू हुई। बैठक में 40 किसान प्रतिनिधि मौजूद हैं। किसानों ने कहा कि सरकार को हमारी मांगों पर निर्णय ले, अन्यथा हम बैठक से वॉक आउट कर देंगे।
गुरुग्राम में पीएम मोदी और अंबानी-अडानी के पुतले फूंके
गुरुग्राम : कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के समर्थन में सड़क पर उतरे मजदूर संगठन AIUTUC ने शनिवार को गुरुग्राम के राजीव चौक पर पैदल मार्च के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उद्योगपतियों अनिल अंबानी व गौतम अडानी के पुतले फूंके। इस दौरान मजदूरों ने सरकार और उद्योगपतियों में सांठगांठ होने का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की।
किसानों ने आज फिर अपने साथ लाया हुआ खाना ही खाया
दिल्ली : किसानों और केंद्र के बीच 5वें दौर की वार्ता के दौरान किसान प्रतिनिधियों ने टी ब्रेक के दौरान अपने साथ लाया हुआ भोजन ही खाया। थोड़ी देर पहले एक कार सेवा वाहन भोजन लेकर विज्ञान भवन में पहुंचा था। 3 दिसंबर को हुई चौथे दौर की वार्ता के दौरान भी किसानों ने सरकार की ओर दिया गया भोजन ठुकरा दिया था और अपने साथ लेकर आया खाना खाया था।
दिल्ली की टीमों के साथ हमारा पूरा को-ऑर्डिनेशन
गौतम बुद्ध नगर एडिशनल सी.पी. लव कुमार ने कहा कि चिल्ला बॉर्डर को किसानों ने ब्लॉक किया हुआ है। दिल्ली की टीमों के साथ हमारा पूरा को-ऑर्डिनेशन है। ट्रैफिक डाइवर्ट करके यातायात को सुचारू रूप से चलाया जा रहा है। सभी जगह हमने अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है ताकि असुविधा न हो।
दिल्ली कूच कर रहे करीब 200 किसान गिरफ्तार
ग्रेटर नोएडा : यमुना एक्सप्रेस-वे के जीरो प्वॉइंट पर दिल्ली कूच कर रहे करीब 200 किसानों को नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया। सभी किसानों को सूरजपुर पुलिस लाइन में बनाई गई अस्थायी जेल में रखा गया है।