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अरावली के छह स्थानों पर हजारों टन रात में कचरा फेंका जा रहा

फरीदाबाद। अरावली के बंधवाड़ी इलाके में सरकार की लापरवाही से कूड़े का पहाड़ खड़ा...

अरावली के छह स्थानों पर हजारों टन रात में कचरा फेंका जा रहा
Newswrapहिन्दुस्तान टीम,फरीदाबादSat, 21 Jan 2023 11:10 PM
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फरीदाबाद। अरावली के बंधवाड़ी इलाके में सरकार की लापरवाही से कूड़े का पहाड़ खड़ा होने के बाद अब अरावली के फरीदाबाद के इलाके में भी करीब छह स्थानों पर अवैध रूप से कूड़ा डाला किया जा रहा है। सेव अरावली संगठन से जुड़े सदस्यों और पर्यावरणविदों आरोप है कि अरावली के इन छह स्थानों पर करीब सौ टन कूड़ा रात में में खाली किया जा रहा हैं। इनमें अधिकांश ट्रक औद्योगिक इलाकों के बताए गए हैं। इसमें ई-वेस्ट भी शामिल है, जिसे रात में जलाया जाता है। कूड़े को जलाने और इसे डंप करने से अरावली की आबोहवा खराब हो चली है।

सूरजकुंड पाली रोड, बड़खल सूरजकुंड रोड, मांगर गुरुग्राम रोड, भाकरी पाली रोड, सोहना रोड और सेक्टर-46 इन स्थानों पर चोरी छिपे हर रोज कूड़ा फेंका जा रहा है।

दरअसल, कूड़ा एकत्रिकरण का काम इकोग्रीन कंपनी ने वार्डों के स्तर पर कुछ दबंग छवि के लोगों को दिया है, जो छोटी इकाईयों से मनमाफिक पैसा वसूली करते हैं। ऐसे में पूरे इलाके के लोग अपने स्तर प्रतिदिन कूड़ा एकत्रित करके अरावली में फैंकवा देते हैं।

शैक्षणिक संस्थानों का इलाका कूड़े में तब्दील

अरावली पहाड़ी में स्थित शहर का सबसे बड़ा शिक्षण संस्थान के इलाका कूड़े में तब्दील हो रहा है। अवैध रूप से रात में पाली रोड के किनारे अरावली में कई ट्रक कूड़ा डंप किया जा रहा है। इससे इस सड़क से आवाजाही करने वाले लोगों को तो दिक्कत होती है। बल्कि नामचीन यूनिवर्सिटी व स्कूलों के हजारों छात्रों को मजबूरन बदबूदार हवा के बीच पढ़ाई करनी पड़ रही है। शिक्षा के अलावा स्वास्थ्य के लिहाज से भी यह माहौल बेहतर नहीं है, बारिश में तो भीगने से कूड़ा ज्यादा बदबूदार हो रहा है। इसके अलावा अरावली इंटरनेशल स्कूल के सामने से पाली क्रेशर जोन की तरफ जाने वाली सड़क पर एक पत्थर की खदान में कूड़ा डंप किया जा रहा है। इस क्षेत्र में मानव रचना यूनिवर्सिटी, अरावली इंटरनेशनल स्कूल, एमवीएन शिक्षण संस्थानों के अलावा कई आश्रम हैं। जहां हर रोज हजारों लोग जाते हैं। बहरहाल, उस क्षेत्र में कूड़ा डंप करने की वजह से वहां का वातावरण दूषित हो रहा है। हवा के साथ बदबू हर वक्त फैली रहती है। तेज हवा चलने पर पढ़ाई करने वाले छात्रों को परेशान करने लगती है।

रात में जलाया जाता है ई-वेस्ट

खराब टीवी, एलईडी और अन्य ई-कचरे को अरावली में रात में जलाया जाता है। गुरुग्राम रोड पर हनुमान मंदिर से आगे, पाली रोड पर, सोहना रोड पर ई-कचरा रात में जलाया जाता है। खराब टीवी, एलईडी और अन्य ई-कचरा महंगा बिकता है। इसलिए कूड़े को कबाड़ी रात में अरावली के अलग-अलग इलाकों में जलाते हैं। ई-वेस्ट के निस्तारण का कोई इंतजाम जिले में नहीं है। लोग अपने खराब टीवी, एलईडी, डीवीडी, सीडी प्लेयर, वाशिंग मशीन, कंप्यूटर व उसके उपकरणों को इधर-उधर फेंकते हैं या फिर कबाड़ी वाले को बेचते हैं। वो कबाड़ी इस कबाड़ का जलाकर अपने मतलब की धातू निकालता है।

पांच साल में भी तैयार नहीं हुआ कूड़े से बिजली बनाने का संयंत्र

वर्ष-2016 में राज्य सरकार ने इकोग्रीन कंपनी के साथ ठोस कूड़ा निस्तारण के लिए एक समझौता किया। जिसमें फरीदाबाद और गुरुग्राम के प्रतिदिन निकलने वाले कूड़े से बिजली बनाने की योजना थी और इस संयंत्र को वर्ष 2017 के तक शुरू करना था। लेकिप अब राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण की सख्ती के बाद बंधवाड़ी में पांच साल देरी से इस संयंत्र को लगाने का काम शुरू किया गया है और उम्मीद की गई है कि इसे जून 2024 तक शुरू किया जाएगा। इस संयंत्र ने शुरू नहीं होने से अरावली मे जगह-जगह कूड़ा फैला है और बंधवाड़ी में कूउ़े का पहाड़ खड़ा हो गया है।

बंधवाड़ी में 40 लाख टन कूड़े का पहाड़

गुरुग्राम के बंधवाड़ी में वर्ष 2017 से फरीदाबाद और गुरुग्राम का कूड़ा डंप किया जा रहा है। परिणामत: वहां इस दौरान करीब 40 लाख टन कूड़े का पहाड़ खड़ा हो गया। इसके अलावा अरावली में जगह-जगह अवैध रूप से कूड़ा डंप किया जाता है। अब इकोग्रीन कंपनी इस पहाड़ को कम करके ही वहां कूड़े से बिजली बनाने का संयंत्र लगा सकेगी। इसके लिए फरीदाबाद और गुरुग्राम नगर निगम अपने-अपने इलाकों में कूड़ा एकत्रित करने के लिए जगहों की तलाश में जुटे हैं, लेकिन जहां जगह तय करते हैं, वहां लोगों का विरोध शुरू हो जाता है।

कूड़े से बिजली बनाने का संयंत्र शुरू हो तो मिले राहत

कूड़े की सारी समस्या का समाधान तभी हो सकता है जब कूड़े से बिजली बनाने का संयंत्र शुरू हो जाए। पर्याप्त कूड़ा इस संयंत्र में जाएगा तो कूड़े से निजात मिलेगी। साथ ही कूड़ा उठाने का काम इकोग्रीन कंपनी को स्वयं करना चाहिए। कूड़ा उठाने का काम असमाजिक तत्व जैसे लोग करते हैं। ऐसे में उनकी बत्तमीजी से बचने के लिए लोग कूड़ा निजीतौर पर बाहर फैंकवाते हैं।

-सुनील हरसाना, पर्यावरणविद

बंधवाड़ी में कूड़े का काम गुरुग्राम प्रशासन देखता है। अभी हम पाली या सोतई में कूड़े के लिए जगह तय कर रहे हैं। अरावली में अगर कोई कूड़ा फैंकेगा तो शिकायत पर कार्रवाई करेंगे।

-पदमभूषण, कार्यकारी अभियंता, नगर निगम

अरावली में जगह-जगह कूड़ा रात में डंप किया जा रहा है। कई बार रात में पकड़ने का इन्हें प्रयास किया गया तो ये विभिन्न औद्योगिक इलाकों के लोग निकले, जो रात में ट्रकों के माध्यम से कूड़ा डंप करते हैं।

-जितेंद्र भड़ाना, संस्थापक, सेव अरावली

प्रशासन को कूड़ा निस्तारण के प्रति गंभीरता दिखानी चाहिए। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण के आदेश के बाद भी कुछ नहीं किया गया। ऐसे में अरावली में जहां-तहां कूड़ा फेंका जा रहा है। कई जगहों से अरावली से गुजरना मुश्किल हैं।

-जगदीश चौधरी, पर्यावरणविद

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