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युवा नुक्कड़ नाटक से ग्रामीणों को देंगे पराली ना जलाने का संदेश

युवा नुक्कड़ नाटक से ग्रामीणों को देंगे पराली ना जलाने का संदेश - कॉलेजों के युवा गांव में चलाएंगे जागरूकता अभियान - उच्चतर शिक्षा विभाग ने विश्वविद्यालयों को दिए आदेश - रैली, नाटक के साथ कॉलेजों में...

युवा नुक्कड़ नाटक से ग्रामीणों को देंगे पराली ना जलाने का संदेश
हिन्दुस्तान टीम,फरीदाबादTue, 02 Oct 2018 05:45 PM
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फरीदाबाद। कार्यालय संवाददाताकॉलेजों के छात्र ग्रामीणों को प्रदूषण के प्रति सचेत करते हुए पराली नहीं जलाने को जागरूक करेंगे। प्रदेश में पर्यावरण प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने ये योजना बनाई है। इसके तहत एनएस स्वयंसेवक गांव में जाकर जागरूकता अभियान चलाएंगे। इस बारे में प्रदेशभर के सभी विश्वविद्यालयों के एनएसएस अधिकारियों को सूचना जारी कर दी गई है। करीब 18 विश्वविद्यालयों को इस बाबत निर्देश दिए गए हैं। गौरतलब है कि हरियाणा, पंजाब और उत्तर प्रदेश में किसान फसल काटने के बाद पराली जला देते हैं। इसके चलते दिल्ली-एनसीआर में भी प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ जाता है। इसलिए गांव में जागरूकता अभियान चलाकर कॉलेजों के छात्र समस्या के निदान में मदद करेंगे। योजना के मुताबिक गांववालों को ना सिर्फ पराली के धुएं से होने वाले पर्यावरण नुकसान के बारे में बताया जाएगा। बल्कि उन्हें इसके निदान के तरीके भी बताएंगे। कॉलेजों में प्रतियोगिताओं से छात्र होंगे जागरूकमामले पर जानकारी बढ़ाने के लिए कॉलेज स्तर पर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। निदेशालय की ओर से भेजे गए निर्देशानुसार कॉलेजों में निबंध, पेंटिंग, वाद-विवाद और वॉल पेंटिंग जैसी प्रतियोगिताओं में छात्र हिस्सा लेंगे। पराली क्या है, इसे जलाने से क्या नुकसान होता है, इससे कैसे बता जा सकता है इस बारे में जागरूकता लाना ही मकसद है। नजदीकी गांव में चलाएंगे जागरूकता अभियानमुहिम के तहत कॉलेजों के एनएसएस स्वंयसेवक गोद लिए गए और नजदीकी गांव में जाकर ग्रामीणों को जागरूक करेंगे। इसके तहत बैनर-पोस्टर के साथ जागरूकता रैली और नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया जाएगा। इसमें छात्र गांववालों को बताएंगे कि पराली जलाने से भले ही तुरंत अवशेष नष्ट कर पाते हैं लेकिन इससे कितना नुकसान होता है। मिट्टी की उपजाऊ क्षमता नष्ट होने के साथ ही पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है। आदेशों के मुताबिक होंगे कार्यक्रमडॉ. राकेश पाठक, एनएसएस इंचार्ज, राजकीय महाविद्यालय, सेक्टर-16: ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए निदेशालय की ओर से बनाई योजना सराहनीय है। आदेशों के मुताबिक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। कॉलेज के छात्र प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लेंगे।

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