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पद्मश्री सुमित्रा गुहा के भजनों पर मंत्रमुग्ध हुए दर्शक

फरीदाबाद। वरिष्ठ संवाददाता ...शिव भोले राम कृपालु, ...मत जाइयो श्याम मथुरा छोड़िके ...मनमोहन आए...

पद्मश्री सुमित्रा गुहा के भजनों पर मंत्रमुग्ध हुए दर्शक
हिन्दुस्तान टीम,फरीदाबादThu, 02 Dec 2021 07:10 PM
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फरीदाबाद। ...शिव भोले राम कृपालु, ...मत जाइयो श्याम मथुरा छोड़िके ...मनमोहन आए श्याम प्यारे... मन लागो यार फकीरी मे-जैसे शास्त्रीय संगीतबद्ध हुए पद्मश्री सुमित्रा गुहा की सुमुधुर आवाज के भजनों पर दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। सेक्टर-12 के प्रदर्शनी सभागार में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित किए गए सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम में शास्त्रीय गायक की मशहूर गायिका पदमश्री सुमित्रा गुहा ने संगीतमीय शास्त्रीय सुरो का ऐसा समा बांधा कि दर्शक ध्यान में मंत्रमुग्ध हो गए। उन्होंने अपने गुरू जानकी रामजी के स्मरण से प्रस्तुति की शुरुआत की। इस शास्त्रीय संगीत की संध्या में तबले पर सुमन चैटर्जी, हारमोनियम पर जाकिर और बांसुरी पर ओंकार प्रसन्ना ने अपनी अंगुलियों के जादू से दर्शकों को खासा प्रभावित किया। इस सांस्कृतिक संध्या में कथक नृत्यांगना शोवना नारायण और हरियाणवी लोकगायक हरविंदर राणा के लोक संगीत ने दर्शकों में उत्साह भरा कि संगीत प्रेमी दर्शकों को यह सांस्कृतिक संध्या लंबे समय तक याद रहेगी।

हरियाणा कला और संस्कृतिक विभाग, सुमधुर हंसध्वनि ट्रस्ट एवं संस्कार भारती के संयुक्त तत्वाधान में संत सूरदास को समर्पित किए गए सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम में शास्त्रीय संगीत, नृत्य व हरियाणावी लोकसंगीत में दर्शक मंत्रमुग्ध बनें रहे। इस सांस्कृतिक संध्या का शुभारंभ परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा, मुख्यमंत्री के सलाहकार अनिल कुमार राव, उपायुक्त जितेंद्र यादव ने दीप प्रज्वलित करके किया। कला और सांस्कृतिक विभाग की अधिकारी डॉ. दीपिका ने कार्यक्रम का संचालन किया। कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि भारत सांस्कृतिक रूप से मजबूत देश है। यह संतो और तपस्वियों की भूमि है। शास्त्रीय संगीत देश की पहचान है। गीता महोत्सव लोगों को अपनी संस्कृति से जोडने का माध्यम है। इस मौके पर शास्त्रीय गायन की गायिक पदमश्री सुमित्रा गुहा ने कहा कि शास्त्री संगीत उन्हें विरासत में मिला है। शास्त्रीय संगीता को सरलता के साथ आम लोगों तक पहुंचना ही उनका लक्ष्य है।

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