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अरावली में अवैध निर्माण पर प्रशासन मौन

अरावली अरावली में अवैध निर्माण पर प्रशासन मौन -निगमायुक्त और उपायुक्त के बीच चल रहा सिर्फ पत्राचार -कार्रवाई के लिए निगमायुक्त की तरफ से लिखे जा चुके हैं दो पत्र -पर्यावरण प्रेमियों का प्रदर्शन ...

अरावली में अवैध निर्माण पर प्रशासन मौन
हिन्दुस्तान टीम,फरीदाबादSat, 02 Feb 2019 08:33 PM
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अरावली में अवैध निर्माण को हटाने के लिए सरकारी महकमा मौन है। तोड़फोड़ करने की बजाय अधिकारी एक दूसरे को पत्र लिखकर महज खानापूर्ति कर रहे हैं। पिछले वर्ष से चली आ रही इस प्रक्रिया को नगर निगमायुक्त अनीता यादव ने आगे बढ़ा दिया। उन्होंने जिला उपायुक्त अतुल कुमार को पत्र लिखकर इनकी फेहरिस्त लंबी कर दी है, लेकिन कार्रवाई किसी की तरफ से नहीं की जा रही है, जिसको लेकर अब पर्यावरण प्रेमी नौकरशाहों के मौन रहने पर सवाल करने लगे हैं। ------------------------ अभी तक नहीं हुई 140 अवैध फार्म के खिलाफ कार्रवाई एक वर्ष पहले तत्कालीन निगमायुक्त मोहम्मद शाइन ने अरावली में अनंगपुर के राजस्व रिकॉर्ड की जांच करवाकर 140 फार्म हाउसों को अवैध घोषित कर दिया था तो उसी के आधार पर उपायुक्त को पत्र लिखकर संबंधित निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए कहा था। साथ ही मालिकाना हक को लेकर भी रिपोर्ट मांगी थी। उधर, उपायुक्त ने मालिकाना हक की रिपोर्ट भेजकर अपनी जिम्मेदारी पूरी करने की बात कही थी, लेकिन अरावली में आज भी अवैध निर्माण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई है। नौकरशाह इसका कोई माकूल जवाब नहीं दे पा रहे हैं। ----------------------- उपायुक्त को कार्रवाई के लिए बताया सक्षम अधिकारी नगर निगमायुक्त अनीता यादव ने पत्र लिखने की परंपरा को आग बढ़ाते हुए उपायुक्त को पत्र लिख दिया है, जिसमें अरावली में अवैध निर्माण और पानी के दोहन के लिए लगाए जा रहे ट्यूबवेलों के खिलाफ कार्रवाई करने की बात कही है। निगमायुक्त के मुताबिक उपायुक्त को भूजल बोर्ड की जिला स्तरीय कमेटी का चेयरमैन बनाया हुआ है। लिहाजा, अवैध बोरिंग का मामला उनके दायरे में आता है। अरावली में भी लोग अवैध निर्माण कर रहे हैं, जहां सुप्रीम कोर्ट के आदेशों का पालन करवाने की जिम्मेदारी प्रशासन की है। ------------------------ सूरजकुंड मेले की वजह से अभी सर्वे शुरू नहीं : नगर निगमायुक्त ने अरावली के निर्माणों का सर्वे करवाने के आदेश दिए हैं। वरिष्ठ योजनाकार को इसकी जिम्मेदारी सौंपी है और पंद्रह दिन में इसकी रिपोर्ट देनी होगी, लेकिन सूरजकुंड मेला शुरू होने की वजह से निगम प्रशासन अभी तक सही ढंग से सर्वे शुरू नहीं कर सका है। सूत्रों का कहना है कि इसमें पंद्रह दिन से ज्यादा समय लग सकता है, क्योंकि अधिकारियों की व्यवस्ता इसकी मुख्य वजह रहेगी। --------------------- अरावली को लेकर प्रदर्शन आज : पर्यावरण के लिहाज से अरावली को बचाने के लिए सेव फरीदाबाद ग्रुप से जुड़े पर्यावरण प्रेमी रविवार को सुबह 10 बजे सैनिक कॉलोनी मोड़ पर प्रदर्शन करेंगे। यह प्रदर्शन 11 बजे तक चलेगा। सोशल मीडिया पर इसका प्रचार प्रसार किया जा रहा है। पर्यावरण प्रेमी विष्णु, पवन आदि का कहना है कि सेव फरीदाबाद ग्रुप का मकसद अरावली को बचाना है और प्रदर्शन शांति पूर्वक होगा। इसकी अवधि एक घंटा रखी है। उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अरावली को बचाने की मांग की है। मांग पत्र में ग्रुप के सदस्यों ने अरावली को प्राकृतिक संरक्षण क्षेत्र घोषित करने, अवैध निर्माण पर तुंरत प्रभाव से रोक लगाने आदि मांगों को मुख्य रूप से शामिल किया गया है। -------------------------------- अनीता यादव, नगर निगमायुक्त : अरावली में अवैध निर्माण को लेकर नगर निगम गंभीर है, लेकिन कुछ कार्य जिला प्रशासन की अधीन आते हैं। अवैध बोरिंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए उपायुक्त को एक पत्र लिखा है, क्योंकि उपायुक्त, भूजल बोर्ड की जिला स्तरीय कमेटी के चेयरमैन हैं।

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