राहत 3 हजार श्रमिकों को लेकर दो ट्रेन से रवाना
राहत 3 हजार श्रमिकों को लेकर दो ट्रेन से रवाना -मेडिकल व सेनेटाइज के बाद मजदूर ट्रेन से किए रवाना -एक ट्रेन सुबह 11:50 बजे व दूसरी ट्रेन 6 बजे हुई रवाना -जिला उपायुक्त ने हाथ हिलाकर किया श्रमिकों को...
राहत3 हजार श्रमिकों को लेकर दो ट्रेन से रवाना-मेडिकल व सेनेटाइज के बाद मजदूर ट्रेन से किए रवाना-एक ट्रेन सुबह 11:50 बजे व दूसरी ट्रेन 6 बजे हुई रवाना-जिला उपायुक्त ने हाथ हिलाकर किया श्रमिकों को रवाना-प्रवासी बोले-हालात सामान्य होने पर फिर लौटेंगेफरीदाबाद। वरिष्ठ संवाददातालॉकडाउन तीन के अंतिम पड़ाव में शुक्रवार को फरीदाबाद से दो ट्रेन 3 हजार श्रमिकों को लेकर कटिहार व बरौनी के लिए रवाना हुई। कटिहार के लिए ट्रेन दोपहर11 बजकर 50 मिनट पर प्लेटफार्म नंबर दो से रवाना हुई। जबकि दूसरी ट्रेन बरौनी के लिए शाम 6 बजे रवाना हुई। इस दौरान जिला उपायुक्त यशपाल के अलावा अन्य अधिकारियों ने ट्रेन में सवार श्रमिकों को हाथ हिलाकर रवाना किया। घर जाने से भाुवक श्रमिकों ने भी शासन व प्रशासन का तालियों से आभार जताते हुए व नारे लगाकर धन्यवाद किया। ट्रेन के डिब्बों में सवार श्रमिक सरकार के इस कदम का स्वागत करते नजर आए।शिविरों में कराया मेडिकल और बसों से पहुंचाया रेलवे स्टेशनपंजीकृत प्रवासी मजदूरों को शहर के अलग-अलग शिविरों में रोका गया था। जहां उनका मेडिकल चेक अप कराने के बाद बसों से ओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन भेजा गया। स्टेशन पर पहुंचने के बाद सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखते हुए प्लेटफार्म तक कतार लगाकर भिजवाया। इससे पहले जीआरपी व आरपीएफ की ओर से ट्रेन को सेनेटाइज करवाकर श्रमिकों को उसमें सवार किया। 237 मजदूरों को वापस लौटायाओल्ड फरीदाबाद रेलवे स्टेशन पर 237 मजदूरों को वापस लौटाना पड़ा। दरअसल, कुछ पंजीकृत श्रमिक स्टेशन पर ज्यादा पहुंच गए। इससे 15 सौ से अधिक आए 237 श्रमिकों को वापस लौटाना पड़ा।सरकार की पहल का किया स्वागतप्रवासी श्रमिकों ने सरकार की इस पहल का स्वागत किया। स्टेशन पर वे प्र्रदेश सरकार की पहल से काफी खुश दिखाई दिए। रेलवे विभाग की देखरेख में समाजसेवी संस्थााओं ने ट्रेन में सवार श्रमिकों को नाश्ते का प्रबंध कराया। प्रशासनिक अधिकारियों ने हाथ हिलाकर किया रवानासायं के समय बरौनी जाने वाली ट्रेन को एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार, डीसीपी अर्पित जैन, एसीपी सुमित सहगल व अन्य अधिकारियों ने एनआईटी फरीदाबाद रेलवे स्टेशन से 1500 लोगों को रवाना किया। एसडीएम ने कहा कि जिले के उन प्रवासी मजदूरों को जो अपने पैतृक गांवों को जाना चाहते है तथा जिन्होंने अपना पंजीकरण ई-दिशा पोर्टल पर करवाया हुआ है, उन्हें सुविधाजनक तरीके से भेजा जाए। इसके लिये जिला प्रशासन की ओर से सभी जरूरी इंतजाम किए जा रहे हैं। लॉक डाउन के बाद मजदूरों का पलायन जारीलॉक डाउन के बाद बिगडे़ हालात के चलते मजदूरों ने एनसीआर के शहरों से पलायन शुरू कर दिया। हालांकि शासन व प्रशासन ने मजदूरों के इस पलायन को रोकने के लिए कई कड़े नियम अपनाए, लेकिन प्रवासी मजूदरों का पलायन नहीं रूक सका। इसके बाद जिला प्रशासन ने श्रमिकों को ट्रेन व बसों से उनके प्रदेशोंे तक भिजवाने का निर्णय लिया। इसके तहत श्रमिकों का पंजीकरण करके उन्हें शहर के विभिन्न स्थानों पर रोका गया। प्रवासी बोले-हालात सामान्य होने के बाद फिर लौटेंगेविशेष ट्रेन में सवार होते समय श्रमिकों को अपने घर जाने की खुशी झलक रही थी। लॉकडाउन होने की वजह से उनके काम धंधे ठप हो गए। ऐसी स्थिति में श्रमिकों को उनके घर पहुंचाने की मुफ्त व्यवस्था करने के लिए आभार व्यक्त किया है। प्लेटफार्म नंबर-2 से जब ट्रेन चली तो प्रवासियों ने हाथ हिलाकर तथा तालियां बजाकर जिला प्रशासन का आभार जताया।शहर को छोड़ते हुए दुख तो हो रहा बिहार जाने वाले नारायणने बताया कि वह पांच वर्षों से बल्लभगढ़ में परिवार के साथ रहता था। अब उसे गांव जाकर अपने परिवार के भरण पोषण की चिंता रहेगी, लेकिन यहां से जाना भी उसकी मजबूरी बन गया है।