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धनतेरस पर प्रदूषण से गैस चैंबर बनी स्मार्ट सिटी

पैकेज धनतेरस पर प्रदूषण से गैस चैंबर बनी स्मार्ट सिटी -सुबह से ही शहर पर छाई रही प्रदूषण की चादर -आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही -प्रदूषण पीएम-2.5 का स्तर अधिकतम 500 तक पहुंचा...

पैकेज
धनतेरस पर प्रदूषण से गैस चैंबर बनी स्मार्ट सिटी
-सुबह से ही शहर पर छाई रही प्रदूषण की चादर
-आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही 
-प्रदूषण पीएम-2.5 का स्तर अधिकतम 500 तक पहुंचा...
1/ 2पैकेज धनतेरस पर प्रदूषण से गैस चैंबर बनी स्मार्ट सिटी -सुबह से ही शहर पर छाई रही प्रदूषण की चादर -आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही -प्रदूषण पीएम-2.5 का स्तर अधिकतम 500 तक पहुंचा...
पैकेज
धनतेरस पर प्रदूषण से गैस चैंबर बनी स्मार्ट सिटी
-सुबह से ही शहर पर छाई रही प्रदूषण की चादर
-आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही 
-प्रदूषण पीएम-2.5 का स्तर अधिकतम 500 तक पहुंचा...
2/ 2पैकेज धनतेरस पर प्रदूषण से गैस चैंबर बनी स्मार्ट सिटी -सुबह से ही शहर पर छाई रही प्रदूषण की चादर -आंखों में जलन और सांस लेने में दिक्कत हो रही -प्रदूषण पीएम-2.5 का स्तर अधिकतम 500 तक पहुंचा...
हिन्दुस्तान टीम,फरीदाबादMon, 05 Nov 2018 08:06 PM
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फरीदाबाद। वरिष्ठ संवाददातादिवाली से पहले धनतेरस पर स्मार्ट सिटी फरीदाबाद वायु प्रदूषण के कारण गैस चैंबर बनी रही। रविवार के मुकाबले सोमवार को औसतन और वायु गुणवत्ता सूचकांक प्रदूषण चार गुना ज्यादा रहा। जिसकी वजह से धुंध की चादर दिनभर छाई रही। इससे लोगों को सांस लेने में दिक्कत और आंखों में जलन महसूस होती रही। अस्पतालों में अस्थमा के मरीजों की तादाद भी करीब बीस फीसदी तक बढ़ गई। प्रदूषण नियंत्रण विभाग के मुताबिक उत्तर-पश्चिम में आ रही जहरीली काली हवा और त्योहार पर वाहनों का करीब तीन गुना धिक सड़क पर आ जाने से दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण खतरनाक स्थिति में हैं। जबकि नगर निगम की लापरवाही के कारण अभी भी खुले में कचरा जलाया जा रहा है। कुछ लोग कूड़ा जलाकर इसे और खतरनाक बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। सोमवार को भी बाटा चौक पुल के पास, प्याली चौक से अनाज मंडी सड़क और बाइपास सड़क पर कूड़ा जलता रहा। सोमवार को वायु प्रदूषण मापक इकाई पीएम-2.5 का स्तर औसतन 437 तक पहुंचा और 500 तक गया। इसके अलावा वायु गुणवत्ता सूचकांक 421 रहा। जबकि साफ हवा के लिए पीएम 2.5 का स्तर 60 तक होना चाहिए। ----------------------केंद्र सरकार की टीम ने किया 50 हजार का जुर्मानाकेंद्र सरकार की टीम सोमवार को भी शहर में रही। केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के वैज्ञानिक पंकज वर्मा के नेतृत्व में गठित टीम ने सोमवार को शहर के विभिन्न इलाकों का दौरा किया। सूरजकुंड इलाके में चल रहे मिक्स प्लांट पर उड़ रही निर्माण सामग्री पाए जाने पर टीम ने नगर निगम को 50 हजार रुपये जुर्माना का निर्देश दिए। इस टीम में केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय के वैज्ञानिक पंकज वर्मा, एसडीएम अजय चोपड़ा, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी गौरव गहलोत, नगर निगम के मुख्य सफाई निरीक्षक चंद्रदत्त और एसड़ीओ वीरेंद्र पाहिल शामिल हैं।---------------------------- औद्योगिक इकाईयों को बंद करवाया केंद्र सरकार की टीम ने सोमवार को अधिकारियों के साथ बैठक की और प्रदूषण नियंत्रण के औद्योगिक इकाई की स्थिति का जायजा लिया। प्रदूषण नियंत्रण विभाग के क्षेत्रीय अधिकारी ने केंद्र सरकार के अधिकारियों को बताया कि औद्योगिक नगरी में वायु प्रदूषण फैलाने वाली सभी औद्योगिक इकाईयों को बंद करा दिया गया है जो दस नवंबर तक बंद रहेंगी। क्षेत्रीय अधिकारी विजय चौधरी ने बताया कि छोटी बड़ी करीब तीन हजार इकाईयों को बंद करवाया गया। ----------------कूड़ा जलाने पर नहीं लग रही रोकनगर निगम की लापरवाही के परिणामत: अभी भी कूड़ा जलाने पर रोक नहीं लग पा रही है। सोमवार को बाटा चौक, प्याली चौक से अनाज गोदाम सड़क और बाईपास सड़क पर कूड़ा जलते हुए दिखाई दिया। हालांकि केंद्र सरकार की टीम शहर में होने के कारण नगर निगम के कर्मचारी सड़क पर काम करते दिखाई देते हैं। पेड़ों पर पानी का छिड़काव और सड़क पर पानी छिड़काव कुछ इलाकों में किया गया। सड़क के किनारे अभी मिट्टी जमी है जो वाहनों से उड़ती है। -------------वायु प्रदूषण से लोग हो रहे बीमार सुबह-सुबह पार्क में सैर करने जाने वाले लोगों को सांस लेने में दिक्कत हुई। कुछ लोग पार्क छोड़कर वापस चले गए। वायु प्रदूषण से लोग बीमार हो रहे हैं। चिकित्सक बीमारियों का जिम्मेवार वायु प्रदूषण को ठहराते हैं। चिकित्सकों का कहना है लोग चक्कर आना, सिरदर्द, छाती में दर्द, तनाव, रक्तचाप, अपच, गैस, हृदय रोग, कैंसर व मानसिक रोगों की चपेट में आ रहे हैं। सड़कों पर धूल उड़ती है तो ऐसे में सुबह-सुबह सैर करने वाले लोग बीमार हो रहे हैं। अस्थमा के रोगी, विशेषकर बुजुर्ग और बच्चों को खासी परेशानी होती है। ----------- त्योहार के कारण एकाएक करीब तीन गुणा वाहन सड़क पर अधिक उतर गए हैं। साथ ही उत्तरी क्षेत्र में बर्फबारी के कारण वातावरण में नमी से घुटन जैसी स्थिति बनी है। उत्तर-पश्चिम से आ रही काली छाया इसे बढ़ा रही है। धूप और बारिश इसे ठीक कर देगी।-विजय चौधरी, क्षेत्रीय अधिकारी, प्रदूषण नियंत्रण विभाग ----------------- वायु प्रदूषण के कारण अस्थमा के रोगी भी बढ़ रहे हैं। वायु प्रदूषण से सबसे पहले व्यक्ति के फेफड़े प्रभावित होते हैं, जिससे शरीर में ऑक्सीजन कम हो जाती है। ऑक्सीजन कम होते ही शरीर में कुछ भी और अधिक रोग हो सकते हैं। -डॉ. योगेश गुप्ता, छाती रोग विशेषज्ञ-------------वायु प्रदूषण से होने वाली बीमारियां-सांस की बीमारी अस्थमा -टीबी रोग-दिल की बीमारी, रक्तचाप -सिरदर्द और चक्कर आना-चर्म रोग, अपच और गैस की बीमारी -आंखों में जलन------------------वायु प्रदूषण नियंत्रण के पांच सुझाव -सड़कों पर पानी का नियमित छिड़काव होना चाहिए-कूड़ा जलाने वालों पर सख्त कार्रवाई हो-डीजल तिपहिया की जगर बैटरी रिक्शाओं का चलन हो-सड़कों की मरम्मत हो और सड़के जाममुक्त रहे -निजी वाहनों के बजाए सार्वजनिक वाहनों का उपयोग करें------------------स्मार्ट सिटी में प्रदूषण स्तर पर एक नजर पीएम 2.5 का स्तरवायु गुणवत्ता सूचकांकरविवार: 191 सोमवार: 421 रविवार औसतन: 180 रविवार अधिकतम: 333 सोमवार औसतन: 437 सोमवार अधिकतम: 500

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