Overcrowding and Delays at BK Hospital After Three-Day Break तीन दिन के बाद ओपीडी खुलने से मरीज हुए परेशान, Faridabad Hindi News - Hindustan
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तीन दिन के बाद ओपीडी खुलने से मरीज हुए परेशान

फरीदाबाद में बीके अस्पताल की ओपीडी सोमवार को तीन दिनों के अवकाश के बाद खुली, लेकिन भीड़ के कारण मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। एक्सरे मशीन खराब होने से मरीजों को वापस लौटना पड़ा। रक्त जांच...

Newswrap हिन्दुस्तान, फरीदाबादMon, 18 Aug 2025 10:51 PM
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तीन दिन के बाद ओपीडी खुलने से मरीज हुए परेशान

फरीदाबाद। तीन दिनों के अवकाश के बाद सोमवार को बीके अस्पताल की ओपीडी खुली। अन्य दिनों के मुकाबले अधिक भीड़ होने से उपचार के लिए पहुंचे लोगों को परेशानी हुई। सबसे अधिक परेशानी एक्सरे जांच और फिजियोथेरेपी कराने पहुंचे लोगों को हुई। बता दें कि रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा संचालित फिजियोथेरेपी सेंटर पिछले सप्ताह ही बंद हो चुका है। इसके अलावा सोमवार को चिकित्सकों के अवकाश पर होने के चलते बीके अस्पताल का फिजियोथेरेपी विभाग भी बंद रहा। सेंटर के बाहर चिकित्सकों के अवकाश का नोटिस चस्पा किया गया था। ऐसे में फिजियोथेरेपी के मरीजों को निराश होकर वापस लौटना पड़ा। वही दूसरी तीन दिन के अवकाश के बाद लाेग ओपीडी में चिकित्सकीय परामर्श के लिए पहुंचे थे।

सोमवार को 2500 से अधिक ओपीडी रही। एक्सरे नहीं होने पर वापस लौटे लोग बीके अस्पताल की बड़ी एक्सरे काफी लंबे समय खराब है। छोटी मशीन से एक्सरे किए जा रहे हैं। छोटी मशीन से प्रतिदिन 60-65 एक्सरे हो पा रहे हैं। इसके बाद मशीन गर्म हो जाती है और काम करना बंद कर देती है। बड़ी मशीन से प्रतिदिन 180 से 200 एक्सरे होते थे और मरीजों को वापस नहीं लौटना पड़ता था। मशीन खराब होने के बाद से लोग परेशान है। लोगों को पांच से सात दिन बाद एक्सरे के लिए बुलाया जा रहा है। जवाहर कॉलोनी निवासी सोनी ने बताया कि कुछ समय से कमर में दर्द है।ओपीडी में दिखाने के बाद चिकित्सक ने एक्सरे की सलाह दी। एक्सरे विभाग ने पांच दिन बाद आने के लिए बोलकर वापस लौटा दिया। रक्त जांच नहीं होने पर भी लोग हुए परेशान बीके अस्पताल प्रतिदिन 80 से 90 मरीजों की रक्त जांच के लिए सैंपल लिए जाते हैं। तीन दिन के अवकाश के बाद ओपीडी खुलने से मरीजों की भीड़ अधिक रही। सोमवार को कई मरीजों को रक्त जांच के लिए सैंपल दिए बिना ही घर वापस लौटना पड़ा। उन्हें अब मंगलवार को फिर से सैंपल देने के लिए कतार में लगना पड़ेगा। एक्सरे मशीन ठीक कराने के लिए कंपनी के इंजीनियर से लगातार संपर्क किया जा रहा है। इसके अलावा इसे ठीक करने में 14 से 15 लाख रुपये खर्च आएगा। इसका प्रस्ताव बनाकर निदेशालय को भेजा हुआ है। वहीं लोगों की परेशानियों को देखते हुए रेडक्रॉस सोसाइटी का फिजियोथेरेपी सेंटर एक-दो दिन में फैबिकेटेड अस्पताल में शुरू किया जाएगा। -डॉ. विकास गोयल, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी

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