एक माह में सरकारी जमीनों से कब्जे हटेंगे
स्मार्ट सिटी फरीदाबाद की सरकारी जमीन आने वाले दिनों में कब्जा मुक्त होगी। इससे सरकारी जमीन पर कब्जा जमाए बैठे लोगों की समस्या बढ़ने वाली हैं। पहले चरण में सभी विभाग सरकारी जमीन का भूमि बैंक तैयार...
स्मार्ट सिटी फरीदाबाद की सरकारी जमीन आने वाले दिनों में कब्जा मुक्त होगी। इससे सरकारी जमीन पर कब्जा जमाए बैठे लोगों की समस्या बढ़ने वाली हैं। पहले चरण में सभी विभाग सरकारी जमीन का भूमि बैंक तैयार करेंगे। दूसरे चरण में सरकारी जमीन को कब्जामुक्त करवाने के लिए अभियान चलेगा। जबकि अधिकांश जमीन नगर निगम की है। नगर निगम एक महीने में सरकारी जमीन का पूरा ब्योरा स्थानीय निकाय निदेशालय को भेजेगा और अपनी जमीन की चारदीवारी करेगा।
ऐसे आदेश शुक्रवार को स्थानीय निकाय राज्यमंत्री मनीष ग्रोवर ने सेक्टर-12 स्थित हुडा प्रदर्शनी सभागार में आयोजित की गई जिला लोक संपर्क एवं परिवाद समिति की बैठक अध्यक्षता करते हुए आम लोग शिकायतें सुनने के दौरान दिए। उन्होंने कहा कि सरकारी जमीन पर कब्जा करवाने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ विभागीय और कानूनी कार्रवाई होगी।
सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जों को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नगर निगम, हुडा, सिंचाई विभाग सहित सभी विभागों की खाली पड़ी जमीन पर हुए कब्जों का ब्योरा सरकार को भेजें। इस दौरान उन्होंने बैठक में करीब 19 शिकायतों की सुनवाई की गईं। जिसमें से करीब सात शिकायतों को लंबित रखा गया। जबकि करीब 12 शिकायतों को मौके पर ही निपटान किया गया। निपटान की गई अधिकांश शिकायतों को अधिकारियों ने पहले से ही निपटारा कर दिया था, इसके चलते निपटाई गई अधिकांश शिकायतों के शिकायतकर्ता भी मौके पर नहीं पहुंचे।
इस दौरान राजकिशोर ने इंतकाल दर्ज कराने, रामचंद्र शर्मा ने गंदगी की शिकायत, कमलजीत, बृजेंद्र सिंह, वीरेंद्र सिंह, मुंशीराम, दीपक शर्मा, मामचंद कमल सिंह भाटी और विजय कुमार की शिकायतों को मौके पर निपटान किया गया। परिवादी सरिता, अमरपाल, रामनरेश प्रसाद, जगतसिंह ,श्वेता कृष्णन, आरडब्ल्यूए सेक्टर 23, सुरेंदर फौजदार, व मानव आदि के परिवादो को लंबित रखते हुए निपटान करने के आदेश दिए। बैठक में विधायक टेकचंद शर्मा, सीमा त्रिखा, नगेंद्र भड़ाना, महापौर सुमनबाला, भाजपा की प्रांतीय उपाध्यक्ष नीरा तोमर, जिलाध्यक्ष गोपाल शर्मा, उपायुक्त अतुल द्विवेदी, चेयरमैन धनेश अदलक्खा, उपमहापौर मनमोहन गर्ग समेत ग्रीवेंस कमेटी के सदस्य और प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।