आकांक्षी जिलों में नूंह को मिला चौथा स्थान
नूंह। नीति आयोग द्वारा वर्ष 2018 में देशभर के आकांक्षी जिलों नूंह को भी शामिल
नूंह। नीति आयोग द्वारा वर्ष 2018 में देशभर के आकांक्षी जिलों नूंह को भी शामिल किया गया। करीब पांच साल पहले नीति आयोग की सूची में नूंह 114 नवंबर का आकांक्षी जिला था, जो लगातार प्रत्येक क्षेत्र में सुधार करते हुए डेल्टा रैंकिंग में नूंह चौथे पायदान पर पहुंच गया है। ऐसी जानकारी जिला उपायुक्त अजय कुमार ने देते हुए बताया कि नीति आयोग के दिशा निर्देशानुसार नूंह जिला में विकास कार्यों में सुधार कर लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाना और नूंह को प्रदेश भर में अव्वल लाना है।
उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि नीति आयोग द्वारा देशभर के 114 आकांक्षी जिलों की सूची बनाई गई थी, जिसमें लगभग 49 पैरामीटर तय किए गए थे। इनमें ड्रॉपआउट, संस्थागत डिलीवरी, सिंचाई, कृषि, सेहत सहित अन्य विभागों के बहुत से काम थे। इन सभी में सुधार करने की जरूरत थी। नूंह जिला लगातार अपनी रैंकिंग में सुधार कर रहा है। जिले के संबंधित विभागों के अधिकारी व कर्मचारी जिले को पिछड़े जिलों की सूची से बाहर निकालने में भरपूर मेहनत कर रहे हैं। आज जिला के नागरिकों की जागरूकता व प्रशासनिक अधिकारियों की मेहनत का ही नतीजा है कि नूंह जिला पूरे देश में आकांक्षी जिलों की डेल्टा रैंकिंग में काफी सुधार हुआ है। जिसकी बदौलत आज पिछले जिलों की सूची में नूंह चौथे स्थान पर पहुंचा है। डीसी अजय कुमार ने कहा की जिला प्रशासन इसके लिए बधाई का का पात्र है, इस प्रकार से नूंह जिला आकांक्षी जिलों की सूची में सबसे ऊपर होगा ।
उपाायुक्त ने बताया कि शुरुआत में हरियाणा का नूंह जिला देशभर के 114 पिछड़े जिलों की सूची में अंतिम पायदान पर था, लेकिन कोविड महामारी के बावजूद भी इस जिले की विकास की रफ्तार बढ़ती गई। अब उम्मीद यही की जा रही है कि अगले कुछ साल इसी रफ्तार से काम हुआ तो यह जिला पिछड़े जिलों की सूची से बाहर आ जाएगा।
इस जिले के विकास को लेकर केंद्र व प्रदेश सरकार पूरी तरह से प्रयासरत हैं। प्रदेश सरकार जिला में सबका साथ सबका विकास को लेकर विकास कार्य करा रही है। उन्होंने बताया कि अक्तूबर माह की डेल्टा रैंकिंग के अनुसार नूंह जिला देशभर के आकांक्षी जिलों की सूची में पूरे देश में चौथा स्थान प्राप्त किया है, और सभी कार्यो अलग - अलग क्षेत्रों के बात करें तो शिक्षा, स्वास्थ्य इत्यादि के मामले में पहले 10 पायदान के जिलों में शामिल है।
उपायुक्त अजय कुमार ने कहा कि शिक्षा विभाग में अध्यापकों की कमी बड़ी चुनौती थी, लेकिन जिला प्रशासन व एनजीओ के माध्यम से शिक्षा सहायकों की मदद से दूसरा पायदान भी देशभर के जिलों में हासिल किया था। इसमें 500 पीआरटी तथा 125 टीजीटी अध्यापक जिले के विभिन्न स्कूलों में नियुक्त किए थे। इन नियुक्तियों के बाद रैंकिंग में काफी उछाल आया है। उपायुक्त ने बताया कि नूंह जिला की प्रयास लगातार जारी हैं। स्वास्थ्य की अगर बात करें तो टीकाकरण का बड़ा मामला इस जिले में रहा है। उसमें तेजी से सुधार हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार लोगों को जागरूक कर रही हैं। गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की लगातार जांच हो रही है, उसमें भी सुधार हुआ है।
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