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भाटी हत्याकांड में मनोज मांगरिया को पांच दिन का पुलिस रिमांड 

फरीदाबाद। अपराध जांच शाखा ने गुरुवार दोपहर को मनोज भाटी हत्याकांड में दो लाख...

भाटी हत्याकांड में मनोज मांगरिया को पांच दिन का पुलिस रिमांड 
हिन्दुस्तान टीम,फरीदाबादThu, 08 Apr 2021 11:40 PM
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फरीदाबाद। अपराध जांच शाखा ने गुरुवार दोपहर को मनोज भाटी हत्याकांड में दो लाख रुपये के मोस्ट वांटेड बदमाश मनोज मांगरिया को न्यायिक दंडाधिकारी सीमा की अदालत में पेश किया। अदालत ने पुलिस की पेशकश पर आरोपी को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर सौंप दिया है। आरोपी ने अपने हथियार और गाड़ी को उत्तराखंड में छुपाने का दावा किया है।  

हत्याकांड के बाद से ही आरोपी इस मामले में फरार हो गया था। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने आरोपी पर दो लाख रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। पुलिस इस मामले में अब तक छह बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी है। मगर, मुख्य आरोपी आरोपी अभी तक हत्थे नहीं चढ़ पाया था। बुधवार को अपराध जांच शाखा, ऊंचा गांव की टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस रिमांड के दौरान हथियार और गाड़ी बरामद करने के साथ-साथ हत्या की वजह और इस वारदात में शामिल बाकी आरोपियों और षड्यंत्रकर्ताओं के बारे में जानकारी जुटाएगी। इस मामले में अभी और भी गिरफ्तारी होनी हैं। पीड़ित पक्ष ने आरोपी के रिश्तेदारों पर भी इस हत्याकांड में शामिल होने का आरोप लगाया हुआ है। जमीन के विवाद को लेकर ही अब तक हत्या की बात की जा रही थी। अब पुलिस हत्या की पुख्ता वजह का पता लगाएगी। बता दें कि बीते 23 दिसंबर को मांगर निवासी मनोज मांगरिया ने भाड़े के बदमाशों के साथ मिलकर अमीपुर गांव निवासी प्रॉपर्टी डीलर मनोज भाटी की सेक्टर-30 के नजदीक श्रमिक विहार में गोलियां बरसाकर हत्या कर दी थी। 

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डीसीपी सेंट्रल ‘डीसीपी अपराध के पद से कार्यमुक्त: पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने गुरुवार को डीसीपी सेंट्रल मुकेश मल्होत्रा से डीसीपी अपराध का अतिरिक्त कार्यभार लेकर डीसीपी बल्लभगढ़ सुमेर सिंह को सौंप दिया है। अब डीसीपी बल्लभगढ़ बल्लभगढ़ जोन के साथ-साथ डीसीपी अपराध की जिम्मेदारी भी संभालेंगे। पुलिस आयुक्त ने इस बारे में गुरुवार  को आदेश जारी किया था। इस बारे में तरह-तरह की चर्चा हो रही है। विभागीय कर्मी इस बदलाव को मनोज मांगरिया की गिरफ्तारी से जोड़कर देख रहे हैं। कहा जा रहा है कि अपराध जांच शाखा सेक्टर-30 और अपराध जांच शाखा सेक्टर-17 अब तक इस हत्याकांड की जांच कर छह बदमाशों को गिरफ्तार कर चुकी थीं। दोनों शाखाओं की संयुक्त टीमें आरोपी के ठिकानों पर लगातार छापेमारी में जुटी थीं। इससे मांगरिया खेमे में हलचल मची हुई थी। मगर, अचानक से अपराध जांच शाखा, ऊंचा गांव द्वारा गिरफ्तार किए जाने से विभाग में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। अब डीसीपी अपराध के कार्यभार में बदलाव ने इन चर्चाओं को और बल दे दिया है। 

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गैंगस्टर सुंदर भाटी के गिरोह के संपर्क में था: आरोपी पुलिस से बचने के लिए गौतमबुद्ध नगर के जेल में बंद गैंगस्टर सुंदर भाटी गिरोह के संपर्क में था। मगर, पुलिस की सख्ती की वजह से वह बार-बार अपने ठिकाने बदल रहा था। सूत्रों का कहना है कि आरोपी अपने खर्चे के लिए रंगदारी का रैकेट भी चलाता है। पुलिस आरोपी से उसके रंगदारी के रैकेट के बारे में भी जानकारी जुटाएगी। 

---केशव---

 

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