एक दशक से प्लास्टिक के कारण प्रदूषण में वृद्धि
वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कीओर से मंगलवार को पर्यावरण दिवस का मानाया गया। इस दौरान प्लास्टिक को हटाने पर चर्चा की गई। विश्वविद्यालय परिसर में पौधरोपण किया गया। इस मौके पर भारतीय...
वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय कीओर से मंगलवार को पर्यावरण दिवस का मानाया गया। इस दौरान प्लास्टिक को हटाने पर चर्चा की गई। विश्वविद्यालय परिसर में पौधरोपण किया गया। इस मौके पर भारतीय तेल निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक (आरएंडडी) डॉ. इंदू शेखर शास्त्री मुख्य वक्ता के रूप में मौजूद थे। वहीं, कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने की। जबकि इसका संचालन डॉ. रेनूका गुप्ता ने की।
उन्होंने बताया कि पिछले एक दशक से प्लास्टिक के कारण प्रदूषण में वृद्धि हुई है। यह स्वास्थ्य के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। प्लास्टिक को हटाने के लिए सभी को एक साथ मिलकर प्रयास करना चाहिए। इसकी शुरुआत व्यक्तिगत हो। वहीं, घर से निकलने वाले प्लास्टिक कचरे को दूसरे करने से अगल रखना चाहिए, जिससे उसका सहीं तरीके से निपटारा हो सके।
उन्होंने बताया कि भारतीय तेल निगम और फरीदाबाद नगर निगम मिलकर एक संयंत्र स्थापित करने की योजना है, जिसके माध्यम से शहर से निकलने वाले जैव एवं सूखे कचरे का निपटान कर उसे दोबारा उपयोग किया जा सकेगा। वहीं, कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने कहा कि प्लास्टिक को हमारे जीवन से हटाने के लिए एक साथ मिलकर अभियान चलाने की जरूरत है। उन्होंने पर्यावरण विज्ञान के विद्यार्थियों को विशेष रूप से स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप से जुड़ने का आह्वान किया।