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बकाया न देने पर होटल के कमरे-रेस्टोरेंट सील

नगर निगम ने आठ करोड़ से अधिक के बकाया को लेकर कड़े तेवर लेकर बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित चार सितारा ललित होटल के 66 कमरों के अलावा बार व रेस्टोरेंट को सील कर दिया। हालांकि जिन 42 कमरों में पहले...

नगर निगम ने आठ करोड़ से अधिक के बकाया को लेकर कड़े तेवर लेकर बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित चार सितारा ललित होटल के 66 कमरों के अलावा बार व रेस्टोरेंट को सील कर दिया। हालांकि जिन 42 कमरों में पहले...
1/ 3नगर निगम ने आठ करोड़ से अधिक के बकाया को लेकर कड़े तेवर लेकर बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित चार सितारा ललित होटल के 66 कमरों के अलावा बार व रेस्टोरेंट को सील कर दिया। हालांकि जिन 42 कमरों में पहले...
नगर निगम ने आठ करोड़ से अधिक के बकाया को लेकर कड़े तेवर लेकर बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित चार सितारा ललित होटल के 66 कमरों के अलावा बार व रेस्टोरेंट को सील कर दिया। हालांकि जिन 42 कमरों में पहले...
2/ 3नगर निगम ने आठ करोड़ से अधिक के बकाया को लेकर कड़े तेवर लेकर बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित चार सितारा ललित होटल के 66 कमरों के अलावा बार व रेस्टोरेंट को सील कर दिया। हालांकि जिन 42 कमरों में पहले...
नगर निगम ने आठ करोड़ से अधिक के बकाया को लेकर कड़े तेवर लेकर बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित चार सितारा ललित होटल के 66 कमरों के अलावा बार व रेस्टोरेंट को सील कर दिया। हालांकि जिन 42 कमरों में पहले...
3/ 3नगर निगम ने आठ करोड़ से अधिक के बकाया को लेकर कड़े तेवर लेकर बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित चार सितारा ललित होटल के 66 कमरों के अलावा बार व रेस्टोरेंट को सील कर दिया। हालांकि जिन 42 कमरों में पहले...
हिन्दुस्तान टीम,फरीदाबादWed, 09 May 2018 08:21 PM
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नगर निगम ने आठ करोड़ से अधिक के बकाया को लेकर कड़े तेवर लेकर बुधवार को राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित चार सितारा ललित होटल के 66 कमरों के अलावा बार व रेस्टोरेंट को सील कर दिया। हालांकि जिन 42 कमरों में पहले से लोग ठहरे हुए थे, फिलहाल नगर निगम ने उन्हें राहत देते हुए बिना सील किए छोड़ दिया है।

सराय ख्वाजा स्थित होटल ललित बनाने के लिए 3 अप्रैल 1998 को सीएलयू जारी किया गया था। नगर निगम की तरफ से 2004 में होटल प्रबंधन से ईडीसी और कंवर्जन चार्ज की मांग की गई थी। यह मामला कुछ दिन तक कोर्ट में चला, लेकिन कोर्ट ने नगर निगम के पक्ष में फैसला सुनाया। निगम अधिकारियों के मुताबिक दिसंबर 2018 तक ईडीसी और कंवर्जन चार्ज की मूल राशि ब्याज के साथ 8 करोड़ 10 लाख 60 हजार 799 बन गई। बार-बार नोटिस देने के बाद भी जब होटल प्रबंधन की तरफ से नगर निगम का बकाया पैसा जमा नहीं कराया गया, तो नगर निगम की तरफ से 7 मई को होटल को सील करने का नोटिस जारी किया गया था। इसे लेकर बुधवार को नगर निगम आयुक्त मोहम्मद शाइन के निर्देश पर ओल्ड जोन के ज्वाइंट कमिश्नर आशुतोष राजन के नेतृत्व में ओएसडी रतन लाल रोहिल्ला, चीफ इंजीनियर डीआर भास्कर, एसटीपी भूपेंद्र ढिल्लो समेत कई अधिकारी सुबह के वक्त होटल पहुंच गए। जहां नगर निगम दस्ते ने सीलिंग की कार्यवाही शुरू कर दी।

टीम में शामिल रोहिल्ला ने बताया कि जिस समय सीलिंग की जा रही थी, उस समय होटल के चारों मुख्य गेट बंद कर दिए गए। होटल में कुल 110 कमरे हैं, इनमें से 66 कमरों को सील कर दिया। जबकि 42 कमरों में पहले से लोग रूके हुए थे। इसके चलते फिलहाल उन्हें सीलिंंग से रोक दिया है। अब नगर निगम की बकाया राशि की अदायगी से पहले कोई बुकिंग नहंी होने दी जाएगी।

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कार्यक्रम करने की दी छूट

टीम के अधिकारियों ने बताया कि बुधवार को होटल में एक कार्यक्रम था, लेकिन निगम ने इस कार्यक्रम को करने की अनुमति देते हुए उन कमरों को सील नहीं किया, जिनमें पहले से लोग रूके हुए थे। अगर आगे की कोई मंजूरी लेनी है, तो होटल प्रबंधकों को नगर निगम कमिश्नर से मुलाकात करनी होगी। उन्होंने बताया कि बकाया पैसा जमा करने के लिए होटल प्रबंधन की तरफ से गुरुवार को नगर निगम कमिश्नर से मिलने का समय मांगा गया है।

----------दयाराम---

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