जीआरपी के पूर्व एसएचओ पर मुकदमा रद्द करने के लिए रिश्वत लेने का आरोप!
राजकीय रेलवे पुलिस के पूर्व एसएचओ पर एक दुकानदार से मुकदमा रद्द करने के नाम पर एक लाख 45 हजार रुपये की...
राजकीय रेलवे पुलिस के पूर्व एसएचओ पर एक दुकानदार से मुकदमा रद्द करने के नाम पर एक लाख 45 हजार रुपये की रिश्वत लेने का आरोप लगा है। पीड़ित ने इस मामले में पुलिस आयुक्त अमिताभ सिंह ढिल्लों को दो बार शिकायत दी है। मगर, ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग होने के बावजूद पुलिस ने अब तक मामला दर्ज नहीं किया है। पुलिस आयुक्त ने इस मामले की जांच एसीपी सेंट्रल आत्माराम को सौंपी हुई है। 21 मार्च वर्ष 2018 को संत नगर निवासी करीब 50 वर्षीय राधेश्याम नाम व्यक्ति ने बड़खल पुल के पास रेलगाड़ी के आगे कूदकर जान दे दी थी। राजकीय रेलवे पुलिस ने मृतक की पत्नी की शिकायत पर दुकानदार संत नगर निवासी राजेश यादव उर्फ भोला के खिलाफ आत्महत्या के लिए विवश करने का मामला दर्ज कर लिया था। राजकीय रेलवे पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी थी। जब पीड़ित ने जीआरपी के पूर्व एसएचओ पोरस कुमार से संपर्क किया तो उसने कहा कि यह मामला झूठा है। इस मामले को रद्द करने के लिए पांच लाख रुपये देने होंगे। बाद में डेढ़ लाख रुपये देना तय हुआ। पीड़ित का आरोप है कि आरोपी अब तक उससे एक लाख 45 हजार रुपये ले चुका है। अब आरोपी पांच हजार रुपये के लिए परेशान कर रहा है। आरोप है कि पूर्व एसएचओ पीड़ित को अपनी कार में बैठाकर एटीएम से नकदी निकलवाने के लिए सेक्टर-16 ले गया था। वहां आरोपी ने 25 हजार रुपये निकलवाए। पीड़ित का कहना है कि 21 मार्च को राधेश्याम ने आत्महत्या कर ली थी। 23 मार्च को उसकी पत्नी ने सेक्टर-16 पुलिस चौकी में शिकायत दी थी कि घरेलू कलह में उसका पति गायब हो गया है। 24 मार्च को महिला के पति का रेलवे ट्रेक पर शव मिला तो उसके खिलाफ शिकायत दे दी गई। पीड़ित का कहना है कि पूर्व एसएचओ की प्रताड़ना से उसे हार्ट अटैक भी हो गया था। --‘झूठी शिकायत दी है। आरोपों में कोई दम नहीं है। उसने मुकदमा रद्द कर दिया था। अब ये आरोप लगाए जा रहे हैंपोरस कुमार, पूर्व एसएचओ, जीआरपी --‘सोमवार-मंगलवार तक जांच पूरी कर ली जाएगी। पूर्व एसएचओ के खिलाफ एक शिकायत आई है। फिलहाल जांच चल रही है आत्माराम, एसीपी सेंट्रल