मजूदरों का पलायन जारी, भीड़ हुई कम
विवर को भी जारी रहा। दिल्ली बदरपुर बॉर्डर से हरियाणा में प्रवेश करके ऐसे मजदूर नेशनल हाईवे पर उत्तर प्रदेश की तरफ जाते दिखाई दिए। सुबह से शुरू हुआ यह सिलसिला शाम तक चलता रहा। हालांकि शनिवार के...
पेज दो पर...........मजूदरों का पलायन जारी, भीड़ हुई कम-सराय ख्वाजा सरकारी स्कूल में प्रशासन का कैंप दूसरे दिन भी खाली फ़रीदाबादमुख्य संवाददातामहामरी कोरोना वायरस को लेकर किए गए लॉकडाउन के बाद से शुरू हुआ मजदूरों का पलायन रविवर को भी जारी रहा। दिल्ली बदरपुर बॉर्डर से हरियाणा में प्रवेश करके ऐसे मजदूर नेशनल हाईवे पर उत्तर प्रदेश की तरफ जाते दिखाई दिए। सुबह से शुरू हुआ यह सिलसिला शाम तक चलता रहा। हालांकि शनिवार के मुकाबले रविवार को मजदूरों की संख्या कम थी। कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात किया हुआ था। पलायन करने वाले मजदूरों के लिए सराय ख्वाजा में बनाया गया कैंप दूसरे दिन भी खाली थी।----------------------------------स्कूल की बसों से बॉर्डर तक छोड़ादिल्ली बदरपुर बॉर्डर से पलायन कर रहे मजदूरोंे को दिल्ली बदरपुर बॉर्डर से उतर प्रदेश के कोसी बॉर्डर तक पहुंचाने की लिए नेशनल हाईवे पर रविवार को निजी स्कूल की बसों को चलाया गया। इसमें कई स्कूलों की बसें शामिल की गई थी। जिसके बाद मजदूरों को हरियाणा में 70 किलोमीटर का सफर पैदल तय नही करना पड़ रहा रहा। खास बात यह रही कि जो लोग पलायन करके उतर प्रदेश के कोसी बॉर्डर से दिल्ली या फिर एनसीआर के दूसरे शहरों में जा रहे हैं, उनको भी दिल्ली बॉर्डर तक लाया जा रहा था। --------------दिल्ली से पलायन कर रहे लोग ज्यादासुबह से दो चक्कर लगा चुके एक निजी स्कूल बस ड्राइवर देवदत्त ने बताया कि उत्तर प्रदेश बॉर्डर कोसी से आने वालों को संख्या बहुत ही कम है। ज्यादातर सीट खाली रहती हैं जबकि दिल्ली बदरपुर बॉर्डर से उतर प्रदेश जाने वालों से बस भर जाती है।----------------सेनेटाइजर, मास्क नहीपलायन कर रहे मजदूरों को प्राइवेट स्कूल की बस मिलने से बेशक काफी राहत मिल गई है, लेकिन उनकी सेहत को लेकर कोई सावधानी नही बरती जा रही है। किस भी स्कूल की बस में सफर करने वाले मुसाफिरों को सेनेटाइजर ओर मास्क नही दिए गए। एक ड्राइवर ने बताया कि उनको सिर्फ दिल्ली बदरपुर बॉर्डर से उत्तर प्रदेश बॉर्डर तक बस चलाने के आदेश दिए गए हैं। हम सिर्फ उसी का पालन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमे सेनेटाइजर ओर मास्क नही दिए गए हैं।--------------आज हरियाण रोडवेज की बसें नही चलीपलायन कर रहे मजदूरों को उतर प्रदेश कोसी बॉर्डर तक छोड़ने के लिए शनिवार को कुछ देर के लिए हरियाण रोडवेज की बसें चलाए गई थी, लेकिन रविवार को हरियाण रोडवेज की बसें नही दिखी। उनकी जगह निजी स्कूल की चल रही थी। हरियाणा रोडवेज के महाप्रबंधक का कहना है कि डिपो की बसें उत्तर प्रदेश सरकार की मदद के लिए भेजी गई थी।-----------------------------खाने की वस्तुएं बांटने से मिल रही थी मददनेशनल हाईवे से पलायन कर रहे मजूदरों की मदद के लिए लोग अलग-अलग खड़े हुए थे। बड़खल चौक पर खड़े हाजी अलि हसन, डॉक्टर जावेद, सोनू सहित काफी लोग केले और पानी की बोतल राहगीरों को बांट रहे थे। हाजी अलि ने कहा कि यह दौर एक दूसरे की मदद का है। इसमें सभी को आगे आना चाहिए।समाप्त