दिवाली मेले में कलर कोडेड जोन से खरीदारी में होगी आसानी
फरीदाबाद में सूरजकुंड में 2 अक्तूबर से दिवाली मेले की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। मेले में 22 राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद मिलेगा। कुल छह कलर्ड जोन बनाए जाएंगे, जिससे पर्यटकों को स्टॉल खोजने...

फरीदाबाद। सूरजकुंड में दो अक्तूबर से हम परिवारों को जोड़ते हैं थीम पर शुरू होने वाले दिवाली मेले की तैयारियां अब अंतिम चरण की ओर अग्रसर है। मेले की ओर पर्यटकों को ध्यान आकर्षित करने के लिए कलर्ड जोन बनाए जा रहे हैं। मेले में बिकने वाली प्रत्येक वस्तु निर्धारित कलर जोन में ही मिलेगी। इससे पर्यटकों को परेशान होने की आवश्यकता नहीं होगी। पर्यटकों को भटकने की आवश्यकता नहीं होगी। दिवाली मेले के आयोजन का मुख्य उत्सव और मनोरंजन प्रदान करने के साथ स्थानीय व्यापार, कारीगरों, कलाकारों और उद्यमियों को सशक्त मंच उपलब्ध कराना भी है। मेला परिसर में कुल छह जोन बनाए जाएंगे।
प्रत्येक जोन का एक रंग निर्धारित होगा। पीला रंग खाद्य वस्तुओं का, बैंगनी रंग परिधानों का होगा। इसी प्रकार अन्य जोन का रंग होगा। जल्द ही सभी जोनों के रंग निर्धारित होंगे। इसके अलावा पर्यटकों को स्टॉल तक पहुंचने में परेशानी न हो, इसके लिए दिशा सूचक भी लगाए जाएंगे। दो वर्ष बाद हो रहा है मेला दिवाली मेला पहली बार वर्ष 2023 में आयोजित किया गया था। पिछले वर्ष लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अधिकारियों के व्यस्त रहने के चलते दिवाली मेला आयोजित किया जा सका। इस बार सूरजकुंड मेले के समापन पर पहुंचे मुख्यमंत्री नायाब सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दिवाली मेले को बड़े स्तर पर आयोजित करने के घोषणा की थी। 22 राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद मिलेगा दिवाली के त्योहार में विभिन्न प्रकार के व्यंजनों का चलन है। दिवाली मेले में आने वाले पर्यटकों को देश के 22 राज्यों के स्वादिष्ट व्यंजनों का जायका लेने का अवसर मिल सकता है। हरियाणा पर्यटन निगम ने 22 राज्यों को मेले में शामिल होने के लिए आमंत्रण भेजा है और अधिकतर राज्यों ने मेले में शामिल होने में रुचि भी दिखाई है। मुख्य चौपाल पर ही होंगे कार्यक्रम दिवाली मेले के दौरान होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम केवल मुख्य चौपाल पर रही होंगे। मेले में मनोरंजन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों पर विशेष ध्यान दिया गया है। प्रतिदिन शाम छह बजे से म्यूजिकल शो, नृत्य प्रस्तुतियां, फैशन शो और गायन कार्यक्रम होंगे। स्थानीय कलाकारों और परफॉर्मर्स को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का अवसर मिलेगा। स्टॉल बुकिंग के लिए लगातार लोग आवेदन कर रहे हैं। लोगों की सहूलियत के कलर्ड जोन बनाए जा रहे हैं। इससे पर्यटकों को स्टॉल ढूंढने में परेशानी नहीं होगी। वहीं दिशा सूचक भी लगाए जाएंगे। एक से दो दिनों में सांस्कृतिक कार्यक्रम भी तय हो जाएंगे। -हरविंदर यादव, नोडल अधिकारी, मेला प्राधिकरण
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