आठवीं की छात्रा बनी एक घंटे के लिए पुलिस आयुक्त
आठवीं कक्षा की छात्रा ने पुलिस आयुक्त डॉक्टर हनीफ कुरैशी से कहा कि वह बड़ी होकर पुलिस आयुक्त बनना चाहती है। छात्रा के मुंह से यह सुनते ही पुलिस आयुक्त अपनी कुर्सी से तुरंत खड़े हो गए और अपने सामने वाली...
आठवीं कक्षा की छात्रा ने पुलिस आयुक्त डॉक्टर हनीफ कुरैशी से कहा कि वह बड़ी होकर पुलिस आयुक्त बनना चाहती है। छात्रा के मुंह से यह सुनते ही पुलिस आयुक्त अपनी कुर्सी से तुरंत खड़े हो गए और अपने सामने वाली पंक्ति में बैठी छात्रा को अपनी कुर्सी पर बैठाकर कुछ समय के लिए उसका सपना पूरा कर दिया। यह नजारा देख पुलिस आयुक्त कार्यालय के पुलिसकर्मी, चाइल्डहेल्पलाइन की सदस्य और बच्चों का अचरज का ठिकाना न रहा। करीब एक घंटे तक अपनी कुर्सी पर बैठाकर छात्रा को पुलिस आयुक्त ने पुलिस विभाग और पुलिस आयुक्त के कामकाज से रू-ब-रू करवाया।
दरअसल, चाइल्ड हेल्पलाइन-1098 का 14 से 21 नवंबर तक दोस्ती सप्ताह चल रहा है। इस दोस्ती सप्ताह के तहत गुरुवार को चाइल्ड हेल्पलाइन, वर्ल्ड फाउंडेशन और एसओएस संस्था की सदस्य सुनीता देवी, सुमन, आशा भारद्वाज, मंजू देवी, वंदना तिवारी, रविंद्र, राज कुमार, दिव्या और माला सात बच्चों को लेकर सेक्टर-21सी स्थित पुलिस आयुक्त कार्यालय गई थीं। कार्यक्रम के तहत बच्चों द्वारा पुलिस आयुक्त और उनके रीडर इंस्पेक्टर नवीन कुमार को दोस्ती का पट्टा बांधा।
अचानक कुर्सी पर बच्ची को बिठाया
पुलिस उपायुक्त ने बच्चों से उनकी शिक्षा, परिवार, स्कूल और उनके सपनों के बारे में पूछना शुरू कर दिया। ईएमसीए चौक के नजदीक इंद्रा नगर निवासी छात्रा आरती से जब पुलिस आयुक्त ने उसके सपने के बारे में पूछा तो उसने तपाक से कहा कि वह आपकी तरह आईपीएस अधिकारी बनकर पुलिस आयुक्त बनना चाहती है। इस पर पुलिस आयुक्त मुस्कराए और अपनी सीट से खड़े हो गए। उन्होंने छात्रा से कहा कि 'लो तुम्हारा पुलिस आयुक्त बनने का सपना अभी पूरा कर देता हूं'। इससे पहले कि वहां मौजूद लोग और छात्रा कुछ समझ पाती। पुलिस आयुक्त ने छात्रा को अपनी कुर्सी पर बैठा दिया। यह देखकर सब दंग रह गए।
उसके बाद पुलिस आयुक्त ने एक घंटे तक छात्रा को पुलिस आयुक्त की कार्यशैली से अवगत करवाया। इस पर छात्रा ने कहा कि पुलिस आयुक्त के इस कदम से उसे बहुत बड़ी प्रेरणा मिली है। वह अपने सपने को पूरा करने के लिए जी तोड़ मेहनत करेगी।
कार्यक्रम बच्चों के लिए काफी प्रेरणास्पद
चाइल्ड हेल्पलाइन की सदस्य सुमन ने बताया कि उनका यह कार्यक्रम बच्चों के लिए काफी प्रेरणास्पद रहा। पुलिस आयुक्त बनने का सपना देखने वाली छात्रा सरकारी स्कूल में पढ़ती है। उसके पिता कंपनी में काम करते हैं। पुलिस आयुक्त की बातों से बच्ची के हौसले को बल मिला है। पुलिस आयुक्त रीडर इंस्पेक्टर नवीन कुमार ने बताया कि छात्रा को पुलिस आयुक्त बनाने का कार्यक्रम पूर्व प्रायोजित नहीं था, जिस कारण छात्रा के लिए वर्दी की व्यवस्था नहीं हो सकी।