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ड्राइवर की हत्या की गुत्थी पांच वर्ष बाद सुलझी

मई 2013 में उड़ीसा निवासी एक टैक्सी चालक की हत्या की गुत्थी सीआईए होडल ने करीब पांच वर्ष बाद सुलझाते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए तीन दिनों...

ड्राइवर की हत्या की गुत्थी पांच वर्ष बाद सुलझी
हिन्दुस्तान टीम,फरीदाबादSun, 17 Jun 2018 08:21 PM
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मई 2013 में उड़ीसा निवासी एक टैक्सी चालक की हत्या की गुत्थी सीआईए होडल ने करीब पांच वर्ष बाद सुलझाते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर पूछताछ के लिए तीन दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया है।

ये था मामला : मई 2013 को गांव खांबी के नजदीक आगरा कैनाल की पटरी से हसनपुर पुलिस ने एक शव बरामद किया था। उस समय शव की पहचान नहीं हो सकी थी और पुलिस ने शव का सिविल अस्पताल में पोस्टमार्टम करवाकर नगर परिषद को सौंप दिया था। परिषद ने लावारिस शव का दाह-संस्कार कर दिया था। डॉक्टरों द्वारा शव से लिए गए नमूनों को पुलिस ने जांच के लिए मधुबन लैब भेज दिया था। आठ अप्रैल 2016 को आई एफएसएल की रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामले में हत्या की धारा लगाते हुए मामले की जांच शुरू की थी।

अखबारों में व इस्तहारों के द्वारा परिजनों ने शव की पहचान की और मई 2017 को मृतक के दो परिजन हसनपुर पुलिस से मिले जिन्होंने उसकी पहचान उड़ीसा निवासी आकाश मिश्रा के तौर पर की थी।

ऐसे की हत्या : आकाश मिश्रा यूपी जिला मथुरा स्थित गोर्वधन में जतीपुरा नामक जगह पर किराए पर रहता था और यहां पर खुद की स्कॉरपियों गाड़ी को टैक्सी के तौर पर चलाता था। इसी दौरान उसकी मुलाकात यूपी जिला मथुरा मोरे का नंगला निवासी कुमरपाल से हुई, जो छाता में तांत्रिक का काम करता था और लोगों के साथ ठगी का काम करता था। एक दिन उसने आकाश मिश्रा की गाड़ी को तीन महीने के लिए किराए पर ले लिया। तांत्रिक के कामरका निवासी एक महिला से अवैध संबंध थे जिस कारण वह अक्सर उसके यहां आता जाता था। तांत्रिक के साथ आकाश भी उस महिला के घर आने जाने लगा था और महिला की लड़की के साथ उसके भी अवैध संबंध हो गए। लड़की के साथ अवैध संबंधों की बात उस महिला को भी अच्छा नहीं लगी और उसके आशिक कुमरपाल को भी। इसी बात को लेकर महिला, कुमरपाल, उसका भाई सुरेंद्र, कामर निवासी हरिओम व लक्षमण ने मिलकर आकाश मिश्रा की हत्या की साजिस रच डाली और साजिश के तहत मई 2013 को उसकी गोली मारकर हत्या कर दी और शव को खांबी स्थित आगरा कैनाल पर डाल दिया और उसकी गाड़ी को भी ले गए। स्थानीय लोगों ने शव की सूचना पुलिस को दी, सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। मई 2017 को मृतक का भाई भरत पुलिस से मिला और इन सभी लोगों के नाम दिए। पुलिस ने मामले की जांच की और आरोपी सुरेंद्र को गिरफ्तार किया अभी बाकी आरोपी फरार हैं। पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी को पूछताछ के लिए तीन दिनों के पुलिस रिमांड पर लिया है।

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