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डाॅक्टरों की हडृताल से ईएसआई अस्पताल के मरीज हलकान

डाॅक्टरों की हडृताल से ईएसआई अस्पताल के मरीज हलकान रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर, मरीज परेशान - मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सेवाए चरमाराई फरीदाबाद वरिष्ठ संवाददाता राज्य कर्मचारी बीमा निगम (ईएसआईसी)...

डाॅक्टरों की हडृताल से ईएसआई अस्पताल के मरीज हलकान
हिन्दुस्तान टीम,फरीदाबादFri, 10 Aug 2018 08:40 PM
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फरीदाबाद । वरिष्ठ संवाददाता राज्य कर्मचारी बीमा निगम (ईएसआईसी) के मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर चले गए हैं। अस्पताल के कर्मचारी द्वारा एक डॉक्टर के साथ अभद्र भाषा का इस्तेामल करने और उसका विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देने पर यह विवाद खड़ा हुआ है। यह घटना तब हुई जब डॉक्टर अपने मकान का भत्ता (एचआरए) की जानकारी जुटाने कर्मचारी के पास गए थे। बहरहाल, इस घटना के बाद यहां तैनात करीब 80 वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टर शुक्रवार को हड़ताल पर चले गए हैं। इसके कारण स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। करीब दो हजार मरीजों को स्वास्थ्य सेवाएं नहीं मिल पाईं। गंभीर रोगी भी परेशान रहे, मरीजों के आपरेशन भी नहीं हो पाए। नौ रेजिडेंट डॉक्टरों पर गिर सकती है गाज कॉलेज में वरिष्ठ रेजिडेंट डॅाक्टर अनुबंध पर तैनात हैं। इनमें नौ डॉक्टरों पर निलंबन की गाज गिर सकती है। बताया जा रहा है कि इन सभी डॉक्टरों पर एमसीआई की टीम ने भी आपत्ति जताई थी। इसके कारण कॉलेज प्रबंधन ने उनकी सेवा समाप्त करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में जल्द ही उन्हें नोटिस दिया जाएगा।मामले की जांच के लिए बनाई गई पांच सदस्यीय टीम रेजिडेंट डॉक्टरों से हुए विवाद के मामले की जांच के लिए डॉक्टर और अधिकारियों के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम बनाई गई है। इसकी जांच रिपोर्ट शनिवार तक देनी होगी। इसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। टीम के एक वरिष्ठ सदस्य का कहना है कि मामले की जांच के लिए सीसीटीबी कैमरे की रिकार्डिंग जांच की जा रही है। इसके साथ ही दोनों पक्षों से बातचीत की जाएगी। आपताकाल में तैनात किए गए हैं वरिष्ठ डॉक्टर हड़ताल के बाद ईएसआई कार्ड धारकों को आपातकाल सेवा मुहैया कराने के लिए एचओडी और विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनात कर दिया गया है। इसके बावजूद भी रेजिडेंट डॉक्टरों की कमी पूरी नहीं हो पा रही है। बताया जा रहा है कि एक डॉक्टर राउंड द क्लाक मरीज को देख रहे हैं। इसके कारण डॉक्टर और मरीजों की परेशानियां बढ़ गई हैं। मरीजों का आरोप है कि गंभीर रोगियों को भी आपातकाल में तीन घंटे तक उपचार नहीं मिल रहा है। एक दर्जन ऑपरेशन की तारीख हुई स्थगितमेडिकज कॉलेज और अस्पताल में शुक्रवार को एक दर्जन से अधिक ऑपरेशन के शेड्यूल तैयार किए गए थे। इनमें रसौली, बच्चेदानी सहित कई प्रकार के ऑपरेशन शुक्रवार को करने थे। हड़ताल के कारण ऑपरेशन को अगले तारीख तक स्थगित कर दिया गया है। इन सभी मरीजों को अस्पताल के छठी तल पर भर्ती किया गया है। मरीजों को उपचार के लिए करना पड़ा घंटों इंतजार ओपीडी में आने वाले मरीजों को प्राथमिक उपचार के लिए भी घंटों इंतजार करना पड़ा। सामान्य रोग विशेषज्ञ के कक्ष के सामने सुबह से ही मरीजों की कतार लगी हुई थी। दोपहर बाद तक मरीजों की लंबी कतार लगी हुई। ओपीडी में तैनात एक विशेषज्ञ का कहना है कि एक वरिष्ठ डॉक्टर के साथ तीन से चार रेजिडेंट डॉक्टर होते हैं, इससे मरीज की जांच जल्द हो जाती है, उनके नहीं रहने से काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासनिक भवन में बैठे हैं सभी डॉक्टर रेजिडेंड डॉक्टर का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन जब तक कर्मचारियों पर विभागीय कार्रवाई नहीं होती, तब तक विरोध किया जाएगा। सभी डॉक्टर प्रशासनिक भवन में बैठे रहे। हड़ताल को खत्म करने के लिए कॉलेज के डीन और रेडिडेंट डॉक्टरों के बीच बातचीत भी हुई है। मामले की जांच के लिए कमेटी गठित होने के बाद देर शाम डॉक्टरों ने हड़ताल खत्म कर दी। डॉक्ब्र बोले, हमको अपशब्द कहे गए:रेजिडेंट डॉ. इशान : मेडिकल कॉलेज में तैनात कर्मचारी से एचआर के संबंध में बात करने गया था। इस दौरान उन्होंने अपशब्द का प्रयोग किया। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके साथ ही महिला डॉक्टरों के साथ भी अपशब्द कहे। अस्पताल प्रबंधन को इस संबंध में ठोस निर्णय लेना होगा। इसके बाद सभी रेजिडेंट डॉक्टर अपने काम पर लौट जाएंगे। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. असीम दास : मामले की जांच के लिए टीम बना दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। ऐसे डॉक्टरों को 24 घंटे के अंदर काम पर लौटने की हिदायत दी गई है। मरीजों को डॉक्टर के पास कई बार चक्कर काटना: भगत सिंह कॉलोनी निवासी मोहित : सुबह से आपातकाल में भर्ती है। प्राथमिक उपचार के लिए भी वरिष्ठ डॉक्टर के पास कई बार चक्कर काटना पड़ा। पवर्तिय कॉलोनी निवासी प्रियंका : जांच के लिए दो बार समय दिया गया। लेकिन डॉक्टरों के हड़ताल के कारण जांच नहीं हुई। गांधी कॉलोनी निवासी कमलेश : रसौली के ऑपरेशन के लिए शुक्रवार सुबह ऑपरेशन थिएटर के बाहर दो घंटे तक इंतजार करती रही। उसके बाद आपरेशन स्थगित कर दिया गया। पलवल निवासी भगती : ऑपरेशन का आज शेड्यूल था। रात से कुछ भी नहीं खाई हूं। ओटी में जाने के बाद वापस कर दिया गया। आपरेशन क्यू नहीं हुआ, इसकी जानकारी नहीं दी गई। ------------------------------2000 मरीज हड़ताल की वजह से प्रभावित80 रेजिडेंट डाॅक्टर हड़ताल पर रहे130 डाक्टर अस्पताल में हैं कार्यरत15 आपरेशनों को किया गया स्थिगत4 लाख ईएसआई के कार्ड होल्डर हैंअवध

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