प्रदूषण बढ़ने से आंखों में जलन की शिकायतें
फरीदाबाद। स्मार्ट सिटी में मंगलवार को प्रदूषण का स्तर त्योहारी सीजन में पहली बार...

फरीदाबाद। स्मार्ट सिटी में मंगलवार को प्रदूषण का स्तर त्योहारी सीजन में पहली बार रेड जोन में पहुंच गया। शहर में दिनभर धुंध की स्थिति बनी रही। इससे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। प्रदूषण स्तर बढ़ने से कुछ लोग आंखों में जलन और गले में खराश की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचे। डॉक्टर लोगों से सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार मंगलवार को फरीदाबाद का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) बेहद खराब श्रेणी के साथ 320 रहा। स्थानीय लोगों का कहना है कि ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) दो लागू होने के बावजूद शहर में प्रदूषण स्तर का बढ़ना चिंता का विषय है। जिले में लगातार नियमों की अनदेखी हो रही है। इस्माइलपुर, रोशन नगर, बसंतपुर, दुर्गा बिल्डर, सेहतपुर, पल्ला, धीरज नगर,सेक्टर-11, सात, बल्लभगढ़, एनआईटी आदि कई क्षेत्रों में खुलेआम कूड़े जलाए जा रहे हैं। इससे शहर में प्रदूषण स्तर बढ़ रहा है। इसके अलावा शहर में सड़क किनारे पड़े भवन निर्माण सामग्री से भी हवा जहरीली हो रही है। आरोप है कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर निगम व संबंधित विभाग सबकुछ जानकर भी अंजान बनी है। स्मार्ट सिटी में प्रदूषण को खत्म करने की योजना महज फाइलों तक की सीमित है। रवि रंजन, सोनू, मोहन राघव आदि ने बताया की शहर में प्रदूषण स्तर बढ़ने से गले मे खराश और आंखों मे जलन का आभास हुआ।
अधिकांश क्षेत्रों में नहीं हो रहा पानी का छिड़काव
नगर निगम स्मार्ट सिटी में रोजाना करीब 100 किलोमीटर तक सड़कों पर पान छिड़काव करने का दावा कर रहा है, लेकिन स्थानीय लोगों का आरोप है कि यह दावा महज फाइलों में ही सिमित है। कुछ क्षेत्रों को छोड़कर अधिकांश क्षेत्रों में सड़कों पर पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा। यहां तक कि बिना पानी के छिड़काव किए ही निगम कर्मचारी सड़क पर झाडू लगाते नजर आते हैं। इससे उड़ रही धूल से शहर में हवा जहरीली हो रही है।
इन सड़कों पर दिखी धूल
मंगलवार को शहर के अलग-अलग इलाकों में सड़कों पर धूल दिखाई दी। शहीद भगत सिंह चौक से रेलवे रोड की तरफ जाने वाले रास्ते के डिवाइडर पर धूल जमी मिली। एनआईटी 3 स्थित ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज के बाहर सड़क पर बने गड्ढों में मिट्टी भरने के कारण धूल उड़ रही थी। खेड़ी पुल स्थित बाईपास रोड से सेक्टर 29 की तरफ जाने वाले रास्ते पर धूल सड़क तक जमा मिली। सूरजकुंड रोड, फरीदाबाद-गुरुग्राम रोड, सेहतपुर में बाइपास पर सड़क किनारे निर्माण सामग्री से धूल उड़ रही थी। निर्माणाधीन डीएनडी-केएपमी एक्सप्रेस वे पर भी समुचित पानी का छिड़काव नहीं किया जा रहा था।
बाईपास बना हॉट स्पॉट
बाईपास पर करीब 30 किलोमीटर के दायरे में डीएनडी-केएमपी एक्सप्रेस वे निर्माण के चलते आसपास रह रहे करीब दो लाख लोगों की दिक्कतें बढ़ गई है। उनका कहना है कि इस समय बाइपास शहर में प्रदूषण का हॉट स्पॉट है। क्योंकि एक्सप्रेस-वे निर्माण कार्य के चलते बाइपास पर डंपरों के आवागमन खूब धूल उड़ रहे हैं। इससे परेशानी बढ़ गई है।
मास्क इस्तेमाल करने की सलाह
चिकित्सकों की मानें तो बेहद खराब श्रेणी के प्रदूषण स्तर में सबसे अधिक दिक्कत बच्चों, बुजुर्गों के अलावा कैंसर, अस्थमा, दिल के मरीज आदि को हो सकती है। ऐसे में चिकित्सक सभी से मास्क पहनने की सलाह दे रहे हैं। धूम्रपान नहीं करने की सलाह दे रहे हैं। चिकित्सकों का कहना कि इस समय लोग सुबह की सुबह की सैर, खुले में व्यायाम न करें। घरों में योग, व्यायाम आदि करें।
कूड़े में आग लगाने वालों के खिलाफ नगर निगम लगातार कार्रवाई कर रहा है। लोगों से भी अपील की जा रही है कि वह कूड़े में आग नहीं लगाएं। अभी सड़क पर झाडू नहीं लगाने का आदेश नहीं आया है। आदेश आने पर झाडू नहीं लगाए जाएंगे।
- नीतिश परवाल, नगर स्वास्थ्य अधिकारी, नगर निगम।
