बहादुर महिलाओं को एक लाख मिले
चेन झपटकर भाग रहे झपटमार को काबू कर पुलिस को सौंपकर दिलेरी दिखाने वाली ग्रीन फील्ड निवासी मधुलिका और कमलेश को सोमवार को 50-50 हजार रुपये का इनाम दिया गया। डीसीपी एनआईटी आस्था मोदी ने दोनों बहादुर...
चेन झपटकर भाग रहे झपटमार को काबू कर पुलिस को सौंपकर दिलेरी दिखाने वाली ग्रीन फील्ड निवासी मधुलिका और कमलेश को सोमवार को 50-50 हजार रुपये का इनाम दिया गया। डीसीपी एनआईटी आस्था मोदी ने दोनों बहादुर महिलाओं को अपने कार्यालय में बुलाकर सम्मानित किया। पुलिस की ओर से दिया गया यह इनाम महिलाओं के लिए धनतेरश से पहले मिले दिवाली गिफ्ट की तरह है।
इनाम मिलने के बाद दोनों महिलाएं खुशी से फूली नहीं समा रही थीं। दोनों महिलाओं का कहना था कि उन्हें भरोसा ही नहीं था कि पुलिस उन्हें इनाम देगी वो भी दिवाली से पहले। पुलिस आयुक्त डॉक्टर हनीफ कुरैशी ने 28 जुलाई को दोनों महिलाओं को अपने कार्यालय में बुलाकर भी प्रशंसा पत्र दिया था।
क्यों मिला इनाम: सरकार की योजना है कि जो झपटमार को पकड़कर पुलिस को सौंपेगा या सूचना देकर पकड़वाएगा, उसे एक लाख रुपये का इनाम दिया जाएगा।
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यह था मामला
25 जुलाई की दोपहर ग्रीनफील्ड कॉलोनी निवासी सलिफता बच्चों का कॉलोनी के गेट पर इंतजार कर रही थी। इसी बीच एक युवक गले से सोने की चेन झपट भागने लगा। शोर सुनकर गेट नंबर छह की ओर से आ रहीं कमलेश और मधुलिका ने झपटमार को धर दबोचा। इस दौरान सलिफता ने पुलिस कंट्रोल रूम को फोन किया। आरोपी की पहचान मूल रूप से बिहार निवासी चंदन के रूप में हुई थी। घटना के वक्त आरोपी का साथी बृजेश बाइक लेकर खड़ा हुआ था। बृजेश मोलडबंद का रहने वाला है। उसके खिलाफ दिल्ली में भी कई मामले दर्ज हैं।
'जिस झपटमार को पकड़कर महिलाओं ने पुलिस को सौंपा था। उसके साथी को पुलिस अभी तक गिरफ्तार नहीं कर सकी है। महिलाओं की बहादुरी एक मिसाल है। महिला हो या पुरुष सभी को इनसे प्रेरणा लेने की जरूरत है'
-आस्था मोदी, डीसीपी एनआईटी
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झपटमारी की घटनाओं का ब्यौरा:
42 सोने की चेन झपटी गईं हैं अब तक
300 कुल झपटमारी सितंबर माह तक
167 झपटमारी सितंबर माह तक थीं गत वर्ष