अमित शाह की बाइक रैली को लेकर रणनीति तय
आगामी 15 फरवरी को जींद में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई में बाइक पर अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए भाजपा की ओर से रैली निकाली जाएगी। इसी विषय को लेकर पलवल भाजपा की एक बैठक का...
आगामी 15 फरवरी को जींद में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की अगुवाई में बाइक पर अपने कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए भाजपा की ओर से रैली निकाली जाएगी। इसी विषय को लेकर पलवल भाजपा की एक बैठक का आयोजन लायंस भवन पलवल में किया गया। बैठक की अध्यक्षता जिला अध्यक्ष जवाहर सिंह सौरोत ने की। इसमें भाजपा के प्रदेश महामंत्री संदीप जोशी, प्रदेश उपाध्यक्ष व पलवल जिला प्रभारी नीरा तोमर तथा मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव दीपक मंगला विशेष रूप से उपस्थित रहे। बैठक में जींद रैली को लेकर रूपरेखा तैयार की गई, जिसमें आगामी 27, 28 व 29 जनवरी को मंडल स्तर पर बैठकें आयोजित होंगी। इनमें प्रत्येक व्यक्ति तक संपर्क बनाने का भाजपा का लक्ष्य तय किया गया है।
पलवल जिले का प्रत्येक नागरिक इस रैली से जुड़ें, इसके लिए पार्टी ने प्रत्येक मंडल व बूथ स्तर पर कार्यकर्ताओं व नेताओं की जिम्मेदारियां तय की हैं। रैली में अधिक से अधिक कार्यकर्ता बाइक पर पहुंचे और कोई अव्यवस्था न हो इसके लिए कार्यकर्ताओं की बाइक का रजिस्ट्रेशन का कार्य सात फरवरी से शुरू किया जाएगा। जोशी ने बताया कि भाजपा ने साढ़े तीन साल के कार्यकाल में केंद्र व प्रदेश में क्या कार्य किया है, इस रैली के जरिए पार्टी यह संदेश भी प्रदेश की जनता को देगी। रैली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित सभी बड़े नेता भी कार्यकर्ताओं के साथ ही बाइकों से रैली स्थल पर पहुंचेंगे।
मंगला ने कहा कि भाजपा में नीचे से ऊपर तक प्रत्येक कार्यकर्ता व नेता एक समान हैं और पार्टी प्रत्येक वर्ग के विकास के लिए समान रूप से कार्य कर रही है। जवाहर सिंह सोरोत ने कहा भाजपा के पास दुनिया में सबसे बड़ा कार्यकर्ताओं का संगठन है और यही भाजपा की असली शक्ति है। 15 फरवरी की बाइक रैली में कार्यकर्ताओं की यही एकजुटता प्रदेश में विपक्ष को असली जवाब देगी। कार्यक्रम का संचालन जिला महामंत्री पवन अग्रवाल ने किया। इस अवसर पर पूर्व जिला अध्यक्ष गिर्राज डागर, चंदरभान गुप्ता, श्रम बोर्ड उपाध्क्षय हरी प्रकाश गौतम, नगर परिषद् अध्यक्षा इंदु भारद्वाज, जिला परिषद् अध्यक्षा चमेली देवी, सभी मोर्चो और मंडलों के अध्यक्ष मौजूद थे।