रेलवे सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य की लूट के बाद हत्या
रेलवे सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य की लूट के बाद हत्या हमारे संवाददाता पलवल। मथुरा के व्यापारी एवं आगरा मंडल रेलवे सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य की कंुडली-गाजियाबाद-पलवल (केजीपी) एक्सप्रेस वे के निकट...
पलवल। हमारे संवाददातामथुरा के व्यापारी एवं आगरा मंडल रेलवे सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य की नेशनल हाईवे के पास कुंडली-गाजियाबाद-पलवल (केजीपी) एक्सप्रेस पर लूटपाट कर हत्या कर दी। आठ दिसंबर को यह वारदात हुई थी और दस दिसंबर को उसकी पहचान करके परिजन शव को ले गए थे, लेकिन रविवार को पुलिस ने मृतक के पुत्र की शिकायत पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।अमरपाल ने पुलिस को दी शिकायत में कहा है कि उनके पिता सुमेर सिंह व्यापार करते थे और आगरा मंडल रेलवे सलाहकार समिति के पूर्व सदस्य थे। उन्होंने बताया कि उनके पिता छह दिसंबर को घर से फरीदाबाद के लिए गए थे। आठ दिसंबर को सुबह सात बजे फरीदाबाद से उनके पिता घर के लिए वापस चले। उसके बाद उनका संपर्क नहीं हो पाया। अगले दिन सुबह दस बजे उनके पिता पुलिस को अचेत अवस्था में केजीपी चौक पर मिले। बताया गया है कि मृत्यु से पूर्व सुमेर सिंह के मुंह से झाग आ रहा था। इतना ही नहीं उनके पिता के हाथ से सोने की अंगूठी, क्रेडिट कार्ड, आईडी, मोबाइल फोन व एक बैग था, वे सभी गायब मिले। उनके अकाउंट से अज्ञात व्यक्ति ने 25 हजार रुपये निकाले व किसी शोरूम से खरीदारी भी की। 10 दिसंबर को अमरपाल ने अपने पिता के शव की शिनाख्त की थी। शिकायत में कहा है कि उनके पिता राजनीतिज्ञ थे और उनका अपना व्यापार भी है, जिसके चलते कुछ लोग उनसे रंजिश रखते थे। हत्या का आरोप लगाया: आरोप है कि अज्ञात लोगों ने उनके पिता की हत्या की है। अब पुलिस ने हत्या व लूट का मुकदमा दर्ज किया है। वहीं कैंप थाना के जांच अधिकारी नरेंद्र कुमार ने बताया कि आठ दिसंबर को सुबह करीब दस बजे नेशनल हाईवे नंबर-दो पर केजीपी चौक के पास एक व्यक्ति अचेत अवस्था में मिला था। जिसे उपचार के लिए जिला नागरिक अस्पताल भिजवा दिया गया। जिला अस्पताल में उसकी मौत हो गई थी। पहचान न होने के कारण शव का पोस्टमार्टम कराकर नौ दिसंबर को अस्पताल में रखवा दिया। नौ दिसंबर की रात करीब 12 बजे उन्हें सूचना मिली की मृतक व्यक्ति जिला मथुरा (यूपी) के कोटवन गांव निवासी करीब 60 वर्षीय सुमेर सिंह है। दस दिसंबर को मृतक के पुत्र अमरपाल व दर्जनों अन्य ग्रामीणों ने शव की पहचान सुमेर सिंह के रूप में कर दी।