DSGMC ने छात्रों के लिए लगाया ‘करियर गाइडेंस और काउंसलिंग मेला 2025’, मंत्री ने की तारीफ
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) ने आज गुरुद्वारा श्री रकाब गंज साहिब में 12वीं क्लास पास करने वाले छात्रों के लिए 'करियर गाइडेंस एवं काउंसलिंग मेला 2025' का आयोजन किया। दिल्ली के मंत्री आशीष सूद ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (DSGMC) ने आज गुरुद्वारा श्री रकाब गंज साहिब में 12वीं क्लास पास करने वाले छात्रों के लिए 'करियर गाइडेंस एवं काउंसलिंग मेला 2025' का आयोजन किया। दिल्ली के मंत्री आशीष सूद ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार के "बड़े प्रयास" की "सराहना" की जानी चाहिए।
मंत्री आशीष सूद ने कहा कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी धार्मिक कामों के साथ-साथ समाजसेवा के बड़े कामों में जुटी रहती है। हर वर्ष करियर काउंसिलिंग कैंप का आयोजन किया जाता है। जैसे-जैसे नए मौके आए हैं, वैसे-वैसे बच्चों के बीच कंफ्यूजन भी बढ़ा है। अनेक सवाल बच्चों के सामने रहते हैं, उन सवालों को पार करने में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा आयोजित करियर काउंसिलिंग कैंप काफी मदद करता है। यह एक बड़ी पहल है।"
सूद ने इस बात पर भी जोर दिया कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली सरकार गुरुद्वारा प्रबंधन कमेटी के साथ मिलकर काम करेगी ताकि DSGMC के स्कूलों में कार्यरत टीचर्स की क्षमता का निर्माण किया जा सके।
आशीष सूद ने संवाददाताओं से कहा, "यह एक बहुत बड़ा प्रयास है। इसकी सराहना की जानी चाहिए। सीएम रेखा गुप्ता के नेतृत्व में हम DSGMC के स्कूलों में पढ़ाने वाले टीचर्स के अंदर क्षमता निर्माण के लिए दिल्ली सरकार के साथ सहयोग करने में कमेटी का सहयोग करेंगे।''
सीबीएसई ने मंगलवार को 10वीं और 12वीं क्लास के नतीजे जारी किए थे। 12वीं में इस बार 88.39 फीसदी छात्र पास हुए, जो पिछले साल से 0.41 फीसदी ज्यादा है। इस साल सीबीएसई 12वीं की परीक्षा में 91 फीसदी लड़कियां पास हुई हैं, जो लड़कों से 5.94 फीसदी ज्यादा है।
वहीं, 10वीं में इस बार कुल 93.66 फीसदी छात्र पास हुए हैं, जो पिछले साल से 0.06 फीसदी ज्यादा हैं। सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में 95 फीसदी लड़कियां पास हुईं, जो लड़कों से 2.37 फीसदी ज्यादा है।
सीबीएसई ने प्रेस रिलीज जारी कर बताया था कि इस बार 22,388,27 छात्र परीक्षा में शामिल हुए, जिनमें से 20,95,467 छात्र पास हुए। क्षेत्र के आधार पर तिरुवनंतपुरम ने सबसे अधिक पास प्रतिशत हासिल किया, जहां 99.70% छात्र परीक्षा में पास हुए, जबकि असम का गुवाहाटी सबसे निचले स्थान पर रहा, जहां 84.14% छात्र परीक्षा में पास हुए।