गूगल पर कस्टमर केयर नंबर सर्च करने वाले सावधान, खाली हो जाएगा अकाउंट; दिल्ली की महिला ने दो दिन में गवाएं 15 लाख
अगर आप भी गूगल करके किसी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर सर्च करके उसपर कॉल करते हैं तो सावधान हो जाएं। ऐसा करने से आपका खाता खाली हो सकता है। दिल्ली की एक महिला के साथ ऐसा हुआ है।

अगर आप भी गूगल करके किसी कंपनी का कस्टमर केयर नंबर सर्च करके उसपर कॉल करते हैं तो सावधान हो जाएं। ऐसा करने से आपका खाता खाली हो सकता है। दिल्ली की एक महिला के साथ ऐसा हुआ है। पुलिस ने बुधवार को बताया कि पिछले हफ्ते पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार में 55 साल की महिला से तीन दिनों के अंदर कम से कम दो बार 15 लाख की ठगी की गई। पुलिस ने बताया कि उन्होंने महिला की शिकायत के आधार पर रविवार को धोखाधड़ी की धाराओं के तहत केस दर्ज किया है।
बैंक डिटेल मांगी
पुलिस ने बताया कि 18 दिसंबर को महिला ने एक डिलीवरी ऐप से ग्रोसरीज (किराने का सामान) ऑर्डर किया था, लेकिन उन्हें एक सामान फटी हुई पैकिंग में डिलीवर हुआ। महिला ने एचटी को बताया, 'मैंने ऐप पर शिकायत की, लेकिन कोई समाधान नहीं मिला। इसलिए मैंने कस्टमर केयर नंबर के लिए गूगल किया और उसपर कॉल किया। जिस व्यक्ति ने फोन उठाया, उसने कंफर्म किया की वह डिलीवरी ऐप के साथ काम करता है। उसने मेरा अकाउंट डिटेल और अन्य निजी विवरण ले लिए।'
ओटीपी मांगता रहा
अगले दिन, महिला का बेटा मुंबई से दिल्ली लौटा और उसने मां के फोन पर कई बैंक अलर्ट देखे, जिसमें सात या आठ फेल ट्रांजेक्शन के मैसेज थे। पीड़िता ने कहा, 'मेरे बेटे ने आरोपी को फोन किया और उसे शक हुआ कि कुछ गड़बड़ है क्योंकि आरोपी ने किराने के सामान की शिकायत का समाधान नहीं किया और ओटीपी एवं बैंकिंग विवरण मांगता रहा।' महिला और उसका बेटा उसी दिन बैंक गए और पाया कि उनके बैंक खाते से 50,000 रुपए निकाल लिए गए थे।
एफडी में करवाए पैसे ट्रांसफर
पुलिस ने कहा कि महिला ने बताया कि एक बैंक अधिकारी ने उसे अपने सभी पैसे फिक्स डिपॉजिट में ट्रांसफर करने के लिए कहा, जो उसने किया। अगले दिन दोनों फिर से बैंक गए। महिला ने एचटी को बताया, 'इस बार, मुझे यह देखकर झटका लगा कि मेरे एफडी से 14 लाख रुपये से ज्यादा की रकम निकाल ली गई है। मुझे कोई अलर्ट भी नहीं मिला। मेरे बेटे ने ही बैंक की वेबसाइट चेक की और पाया कि पैसे गायब हैं। हमने बैंक से संपर्क किया और अब हमें दूसरे अधिकारी ने बताया कि हमे अकाउंट फ्रीज कर देना चाहिए था या पिछले दिन ही पैसे नए अकाउंट में ट्रांसफर कर देने चाहिए थे। मैंने उन्हें बैंक उस अधिकारी का विवरण दिया, जिसने इसके विपरीत सुझाव दिया और हमारे पैसे चुरा लिए।' इसके बाद महिला ने पुलिस थाने में शिकायत दी।
पुलिस ने क्या कहा
साइबर सेल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) के जरिए शिकायत मिली थी और रविवार को एफआईआर दर्ज की गई। पुलिस ने कहा, 'हमने शिकायतकर्ता, बैंक मैनेजर और अन्य बैंक अधिकारियों के बयान लिए हैं। हमें यह जांच करनी होगी कि घोटाले में कितने लोग शामिल हैं और क्या किसी बैंक अधिकारी ने उनके पैसे चुराए हैं। कॉल करने वाले के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है, जिसका स्थान अभी तक पता नहीं चल पाया है। शक है कि आरोपी ने घोटाले के बाद नंबर/सिम को डिसकार्ड (त्याग) दिया है।'