दिल्ली में घटा क्राइम का ग्राफ, हत्या, लूट से रेप तक पहले से कितनी कम वारदातें?
दिल्ली पुलिस की ओर से जारी आंकड़े बताते हैं कि राष्ट्रीय राजधानी में कानून-व्यवस्था की स्थिति में उल्लेखनीय सुधार हुआ है। आंकड़ों से पता चलता है कि पिछले साल की तुलना में हत्या, डकैती, बलात्कार और छेड़छाड़ के मामलों में कमी आई है।
राष्ट्रीय राजधानी में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी तापमान बढ़ा हुआ है। चुनाव प्रचार के दौरान पार्टियां एक दूसरे पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही हैं। आम आदमी पार्टी कानून व्यवस्था को लेकर केंद्र और भाजपा पर लगातार हमले करती आ रही है। इस बीच दिल्ली पुलिस की ओर से शनिवार को साझा किए गए आंकड़े बतलाते हैं कि राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति पहले से थोड़ी बेहतर हुई है। इससे केंद्र और भाजपा को राहत मिली है।
हत्या की वारदातें भी कम हुईं
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार, पिछले साल की तुलना में हत्या, डकैती, दुष्कर्म और छेड़छाड़ के मामलों में कमी आई है। आंकड़े बतलाते हैं कि 2023 में जहां हत्या के 506 मामले दर्ज किए गए थे वहीं 24 में यह घटकर 504 रह गए। डकैती के मामले 2023 में 1510 से घटकर 24 में 1654 रह गए।
महिलाओं पर अपराध में कमी
पुलिस की मानें तो छेड़छाड़ के मामलों में भी कमी आई है। 2023 में जहां छेड़छाड़ के 2345 मामले दर्ज किए गए थे वहीं 2024 में यह घटकर 2037 रह गए हैं। दुष्कर्म की वारदातों की बात करें तो 2023 में रेप के 2141 मामले दर्ज किए गए, जबकि 2024 में ऐसी वारदातें घटकर 2076 रह गईं। साल 2023 में अश्लील इशारे व फब्ती कसने जैसी घटनाएं (इव टीजिंग) 381 दर्ज की गई थीं, जो साल 2024 में यह घटकर 362 रह गए।
चोरी के मामलों में भी कमी
पिछले साल की तुलना में बस घरों मे चोरी को छोड़कर सभी अपराध में आई कमी आई है। 2023 में घरों में चोरी के 28,557 मामले दर्ज किए गए थे। वहीं साल में 2024 में ये मामले बढ़कर 29011 हो गए हैं। पुलिस ने दस सालों के आंकड़े जारी किए हैं। इन आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली में साल 2015 के मुकाबले पिछले 10 सालों में अपराध बढ़ा नहीं बल्कि कम हुआ है।
झपटमारी और डकैती के मामलों में कमी
दिल्ली पुलिस के आंकड़ों के अनुसार झपटमारी के मामलों में भी कमी देखने को मिली है। साल 2023 में झपटमारी के 7886 केस दर्ज हुए, वहीं साल 2024 में यह आंकड़ा कम होकर 6493 तक पहुंच गया। दिल्ली में साल 2023 और 2024 डकैती के मामलों की संख्या 29 ही रही। इसके अलावा अपहरण के मामले भी 2023 ओर 2024 में 13-13 ही दर्ज हुए।
2015 से 2024 तक के आपराधिक मामले जारी
दिल्ली पुलिस ने पिछले 10 सालों का आंकड़ा जारी किया है। आंकड़ों के जरिये यह बताया गया है कि दिल्ली में साल 2015 के मुकाबले पिछले 10 सालों में क्राइम बढ़ा नहीं बल्कि कम हुआ है। पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक दिल्ली में साल 2015 में हत्या के 570 मामले सामने आए थे, जो 2016 में घटकर 528 हुए और साल 2024 में ये 504 रह गए। वहीं साल 2015 में दुष्कर्म के मामले 2199 थे, जो साल 2016 में घटकर 2155 हुए और साल 2024 में घटकर 2076 हो गए हैं।
केजरीवाल ने बोला था हमला
क्राइम के ग्राफ में यह कमी अरविंद केजरीवाल द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर जताई गई चिंताओं के बीच हुआ है। पिछले महीने अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर महिलाओं के खिलाफ अपराध और हत्या के मामलों में देश के 19 मेट्रो शहरों में दिल्ली को नंबर एक स्थान पर बताया था। केजरीवाल ने शाह को एक पत्र लिखकर दिल्ली में कानून व्यवस्था से जुड़ी चिंताओं पर चर्चा करने के लिए बैठक का अनुरोध किया था।
(हिन्दुस्तान संवाददाता का इनपुट भी शामिल)