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दिल्ली में आईएसबीटी के लिए लागू होंगी नई पार्किंग दरें, नियम भी बदलेगा, क्या संकेत?

दिल्ली में आईएसबीटी का इस्तेमाल करने वाली अंतरराज्यीय बसों के लिए नई दरें लागू हो सकती हैं। यही नहीं आईएसबीटी पर नए नियमों को भी अधिसूचित किए जाने की योजना है। राज निवास के अधिकारियों ने ऐसे संकेत दिए हैं। पढ़ें यह रिपोर्ट...

Krishna Bihari Singh पीटीआई, भाषा, नई दिल्लीSun, 8 Sep 2024 02:40 PM
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दिल्ली सरकार जल्द ही अंतरराज्यीय टर्मिनलों पर बसों के लिए नई पार्किंग दरें और नियम जारी करेगी। राज निवास के अधिकारियों ने रविवार को बताया कि दिल्ली सरकार का परिवहन विभाग प्रतिष्ठित टर्मिनलों का इस्तेमाल करने वाली अंतर्राज्यीय बसों के लिए नई पार्किंग दरें और नियम अधिसूचित करने के लिए तैयार है। बता दें कि मौजूदा वक्त में राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कश्मीरी गेट, आनंद विहार और सराय काले खां में अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (आईएसबीटी) चालू हैं।

राज निवास के एक अधिकारी ने बताया कि सुविधाओं के अधिकतम इस्तेमाल के लिए दक्षता और समानता दो महत्वपूर्ण फैक्टर पर जोर देते हुए उपराज्यपाल ने सरकारी और निजी बसों के लिए समान पार्किंग दरों का सुझाव दिया। यही नहीं परिसर में पार्किंग समय को समान रूप से कम करने पर भी जोर दिया। एलजी ने यह भी निर्देश दिया कि ट्रैकिंग सुनिश्चित करने के लिए केवल फास्टैग वाली बसों को ही टर्मिनल में प्रवेश करने की अनुमति होनी चाहिए।

उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने कहा कि लागू हो जाने के बाद, नए नियम न केवल आईएसबीटी के कामकाज और संचालन में मदद करेंगे वरन सुविधाओं को मौजूदा 1,700 के मुकाबले 3,000 प्रतिदिन की क्षमता पर ले जाने में सक्षम बनाएंगे। बता दें कि उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने 31 अगस्त को कश्मीरी गेट स्थित महाराणा प्रताप आईएसबीटी का निरीक्षण किया और उसके बाद एक उच्च स्तरीय बैठक की। इस बैठक में दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने भी भाग लिया।

अधिकारी ने कहा कि नई योजना के अनुसार, निजी और सरकारी अंतरराज्यीय बसें समान पार्किंग शुल्क का भुगतान करेंगी। प्राइवेट बसें भी आईएसबीटी बस स्थलों का उपयोग करेंगी। मौजूदा वक्त में कम इस्तेमाल की वजह सरकारी और निजी बसों के बीच दरों में अंतर है। पार्किंग स्थलों पर खराब प्रबंधन, कर्मचारियों के टर्मिनलों को आरामगाह के रूप में इस्तेमाल करना और अलग-अलग टाइमिंग जैसे मुद्दे हैं, जिससे बाहर ट्रैफिक जाम हो जाता है।

अधिकारी ने बताया कि 'टर्नअराउंड' समय को कम करने के लिए समय के आधार पर पार्किंग या उपयोग शुल्क की प्रणाली भी अधिसूचित की जाएगी। बसों को तय दर पर 25 मिनट का 'पार्किंग टाइम स्लॉट' दिया जाएगा। उसके बाद हर पांच मिनट के लिए अतिरिक्त शुल्क लिया जाएगा। बिना 'फास्टैग' वाली बसों को टर्मिनल के अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आईएसबीटी परिसर के बाहर एक सुविधा प्रदान की जाएगी, जहां बिना फास्टैग वाली बसें प्रवेश करने से पहले फास्टैग खरीद सकती हैं।

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