
पूनम पांडे अब नहीं निभाएंगी मंदोदरी का रोल, विरोध के बाद लव कुश रामलीला ने जोड़े हाथ
संक्षेप: सोशल मीडिया इनफ्लेंसर्स पर्सनैल्टी और अभिनेत्री पूनम पांडे इस बार लव कुश रामलीला कमेटी का किरदार नहीं निभाएंगे। यह फैसला लव कुश रामलीला कमेटी की स्क्रीनिंग कमेटी की तरफ से लिया गया।
सोशल मीडिया पर मशहूर सेलिब्रिटी और अभिनेत्री पूनम पांडे का लव कुश रामलीला कमेटी से पत्ता साफ हो गया है। अब वह कमेटी की ओर से आयोजित होने वाली रामलीला में नजर नहीं आएंगी। यह फैसला लव कुश रामलीला कमेटी की स्क्रीनिंग कमेटी की तरफ से लिया गया। इस बारे में प्रेस वार्ता करते हुए कमेटी के अध्यक्ष अर्जुन कुमार ने जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने पूनम पांडे को पत्र लिखें।
लव कुश रामलीला कमेटी लालकिला मैदान दिल्ली के अध्यक्ष अर्जुन कुमार की ओर से अभिनेत्री को भेजे पत्र में कहा गया है कि महोदया आपका धन्यवाद कि आपने हमारे निमंत्रण को स्वीकार करते हुए मंदोदरी की भूमिका निभाने की सहमति दी। हम आपके उत्साह और सहयोग की भावना का आदर करते हैं।
पत्र में आगे कहा गया है कि आपकी सहमति के बाद हमें समाज के कई वर्गों से अलग-अलग प्रतिक्रियाएं मिलीं। हमारी कमेटी का मकसद भगवान श्री राम के आदर्शों और उनके संदेश को समाज तक सही तरीके से पहुंचाना है। यदि कोई परिस्थिति इस उद्देश्य को प्रभावित करती नजर आती है तो उस पर गौर करना हमारा कर्तव्य है।
कमेटी ने विचार विमर्श करने बाद निर्णय लिया है कि इस साल मंदोदरी की भूमिका किसी अन्य कलाकार से कराई जाए। यह निर्णय केवल मौजूदा परिस्थितियों को देखते हुए लिया गया है। आपके प्रति कमेटी का सम्मान और स्नेह पहले जैसा ही है। इसमें कमी नहीं है। हम आपके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।
बता दें कि विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के दिल्ली के प्रांत मंत्री सुरेंद्र गुप्ता ने पूनम पांडे को मंदोदरी के किरदार के लिए चुने जाने पर हैरानी जताई थी। उन्होंने इस संबंध में कमेटी को पत्र लिखकर फैसले पर फिर से विचार करने का अनुरोध किया था।
सुरेंद्र गुप्ता का कहना था कि दिल्ली की बड़ी रामलीला कमेटियां मंचन को 'ग्लैमरस' बनाने की कोशिश कर रही हैं। ऐसा करना गलत है। रामलीला संस्कृति को जानने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। इससे युवा भारत की संस्कृति को समझते हैं। ऐसे में पूनम पांडे को रामलीला में शामिल करना ठीक नहीं है।





