
दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री की वॉर्निंग, नकली सामान बेचने वालों को नहीं बख्शेंगे
संक्षेप: दिल्ली के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री पंकज कुमार सिंह ने राष्ट्रीय राजधानी में मिलावटी देसी घी की बिक्री करने वालों के खिलाफ कड़े ऐक्शन के संकेत दिए हैं। जानें मंत्री पंकज कुमार सिंह ने क्या बातें कही…
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मिलावटी देसी घी की बिक्री करने वालों के खिलाफ बेहद कड़े ऐक्शन के संकेत मिले हैं। दिल्ली के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री पंकज कुमार सिंह ने रविवार को मिलावटी देसी घी की बिक्री में शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही। उन्होंने यह भी बताया कि मिलावटी घी की बिक्री की जांच चल रही है। अधिकारी मामले की जांच में जुटे हैं।

दिल्ली के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री पंकज कुमार सिंह का यह बयान दिल्ली में मिलावटी खाद्य पदार्थों पर एक बड़ी कार्रवाई के बाद सामने आया है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने गुरुवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में चल रही मिलावटी देसी घी की 3 अवैध निर्माण इकाइयों को नष्ट कर दिया। मंत्री पंकज कुमार सिंह ने कहा कि नकली सामान बेचते पाए जाने वाले किसी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। हमारी टीम इस पर काम कर रही है।
स्वास्थ्य मंत्री डा. पंकज कुमार सिंह ने कहा कि मिलावट करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने यह बयान द्वारका स्थित आकाश सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल द्वारा शुरू की गई निशुल्क एंबुलेंस सेवा के शुभारंभ अवसर पर दिया। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए सार्वजनिक और निजी क्षेत्र की भागीदारी आवश्यक है।
उन्होंने आकाश सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से जुड़ने का सुझाव दिया, ताकि योजना के लाभार्थी गरीब मरीज भी बड़े निजी अस्पतालों में निशुल्क इलाज पा सकें। अस्पताल द्वारा शुरू की गई एंबुलेंस सेवा मरीजों के लिए राहत साबित होगी। हेल्पलाइन कॉल पर एंबुलेंस 25-30 मिनट में मरीज के पास पहुंचती है। पहले चरण में दस एंबुलेंस शुरू की गई हैं, जिससे आपातकालीन स्थिति में तेजी से सेवा मिलेगी।
मरीज टॉल-फ्री नंबर 1800-303-8888 पर संपर्क कर इस सेवा का निशुल्क लाभ ले सकते हैं। अस्पताल प्रशासन ने बताया कि दिल्ली एनसीआर के मरीज किसी भी अस्पताल में भर्ती होने के लिए इस एंबुलेंस का उपयोग कर सकते हैं। स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी कहा कि निजी अस्पताल और सरकारी प्रयासों के समन्वय से स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार और मरीजों की सुविधा सुनिश्चित होगी।





