यमुना के बाढ़ में डूबने से 14 साल के लड़के की मौत, पैर फिसलने से तेज धारा में बह गया
दिल्ली में यमुना के बाढ़ में डूबने से एक लड़के की मौत हो गई। वह अपने दोस्तों के साथ मछली पकड़ने गया था। इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह पानी की धारा में बह गया। बचाव टीम पानी से बाहर निकालकर उसे अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।

दिल्ली में यमुना के बाढ़ में डूबने से एक लड़के की मौत हो गई। वह अपने दोस्तों के साथ मछली पकड़ने गया था। इसी दौरान उसका पैर फिसल गया और वह पानी की धारा में बह गया। बचाव टीम पानी से बाहर निकालकर उसे अस्पताल ले गई, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उत्तर-पूर्वी दिल्ली के शास्त्री पार्क के पास अपने दोस्तों के साथ मछली पकड़ते समय 14 साल का एक लड़का बाढ़ के पानी में डूब गया। एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि शास्त्री पार्क इलाके का यह लड़का अपने दोस्तों के साथ यमुना किनारे गया था। मछली पकड़ते समय वह गलती से पानी में फिसल गया और पानी की धारा में बह गया। इस घटना की सूचना शुक्रवार शाम शास्त्री पार्क थाने को मिली। इसके बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) के कर्मियों के साथ एक टीम मौके पर पहुंची।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि टीम ने बचाव अभियान शुरू किया और लड़के को पानी से बाहर निकालने में कामयाब रही। उसे तुरंत जग प्रवेश चंद्र अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। बाद में शव को पोस्टमार्टम के लिए गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल ले जाया गया। अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार को सौंप दिया गया।
पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच से पता चला है कि लड़के को तैरना नहीं आता था। किनारे पर संतुलन बनाने की कोशिश में वह गलती से गहरे पानी में गिर गया। उसके साथ मौजूद उसके दोस्तों ने शोर मचाया, लेकिन उसे बचा नहीं पाए। अधिकारी ने बताया कि संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच की जा रही है।
एक अन्य पुलिस अधिकारी ने बताया कि शास्त्री पार्क के पास मानसून के दौरान यमुना का इलाका एक जोखिम भरा स्थान बन गया है। इस समय नदी में उफान और धाराएं तेज हो जाती हैं। नदी के किनारों के पास जाने से मना करने की बार-बार दी गई सलाह के बावजूद बच्चे और स्थानीय लोग नहाने, मछली पकड़ने या मवेशी चराने के लिए इस इलाके में आते रहते हैं। पुलिस ने कहा कि परिवारों को खतरों के बारे में आगाह करने के लिए इलाके में जागरूकता अभियान चलाने की योजना बनाई जा रही है।





